Last Updated:October 27, 2025, 17:21 IST
Election Commission SIR:चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट अपडेट की तैयारी तेज की है. हर 1000 वोटरों पर एक BLO तैनात रहेगा, जबकि ERO और AERO पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे ताकि लिस्ट पारदर्शी और सटीक बने.
BLO, ERO और AERO कैसे काम करते हैं?नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है, और इसके साथ ही चुनाव आयोग ने राज्य में वोटर लिस्ट अपडेट करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है. आयोग का कहना है कि इस बार मतदाता सूची को और पारदर्शी, समावेशी और सटीक बनाने पर सबसे ज़्यादा जोर रहेगा.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका नाम वोटर लिस्ट में कैसे जुड़ता है? कौन अधिकारी तय करता है कि आप वोट डाल पाएंगे या नहीं? और कौन यह देखता है कि किसी का नाम फर्जी तौर पर जुड़ा न हो? चलिए, समझते हैं– BLO, ERO और AERO की पूरी भूमिका.
एक BLO संभालता है 1,000 वोटरों का जिम्मा
चुनाव आयोग के अनुसार, हर 1,000 मतदाताओं के लिए एक Booth Level Officer (BLO) नियुक्त किया जाता है. ये अधिकारी ही असल में चुनाव की सबसे निचली कड़ी हैं. घर-घर जाकर वोटरों की जानकारी की जांच करना, नए वोटरों के फॉर्म लेना, पुराने रिकॉर्ड को सुधारना और फर्जी नाम हटाना, सब BLO का काम होता है.
बिहार के हर जिले में BLO इन दिनों गांव-गांव जाकर लोगों से फॉर्म भरवा रहे हैं, ताकि कोई नया मतदाता छूट न जाए. अगर किसी का नाम लिस्ट से गायब है या पता गलत दर्ज है, तो BLO ही फॉर्म-6 या फॉर्म-8 भरवाने में मदद करता है. आयोग के अनुसार: “हर BLO अपने क्षेत्र के 1,000 मतदाताओं की जिम्मेदारी संभालता है, जिससे लिस्ट की सटीकता सुनिश्चित हो सके.”
विधानसभा क्षेत्र की कमान: ERO के हाथ
हर विधानसभा क्षेत्र में एक Electoral Registration Officer (ERO) तैनात होता है. ये आमतौर पर SDM रैंक के अधिकारी होते हैं, जो पूरी विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची के मुख्य प्रभारी होते हैं. BLO से आई रिपोर्ट इन्हीं के पास जाती है. वे तय करते हैं कि किसका नाम जोड़ा जाए, किसका हटाया जाए और किन प्रविष्टियों में सुधार किया जाए. बिहार जैसे बड़े राज्य में, जहां हर सीट पर लाखों मतदाता हैं, ERO की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है, क्योंकि आखिरी फैसला उन्हीं के सिग्नेचर से होता है.
AERO देता है ERO को सपोर्ट
Assistant Electoral Registration Officer (AERO), ERO के सहायक होते हैं. ये बीएलओ के काम की निगरानी करते हैं, फील्ड रिपोर्ट जांचते हैं, और अगर किसी मतदाता ने ऑनलाइन या ऑफलाइन शिकायत दर्ज कराई है, तो उसे समय पर हल करवाते हैं.
बिहार के शहरी इलाकों में AERO तकनीकी जांच पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं — ताकि एक ही वोटर का नाम दो जगह दर्ज न हो, और लिस्ट में डुप्लीकेट एंट्रीज़ हटाई जा सकें.
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 27, 2025, 17:21 IST

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