Last Updated:March 30, 2025, 18:45 IST
Naxal Surrender News: एक समय था जब पश्चिम बंगाल के जंगलमहल इलाके से लेकर झारखंड, बिहार ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली तक नक्सलियों ने आतंक मचा रखा था. सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ...और पढ़ें

CRPF नक्सलियों के खिलाफ चौतरफा अभियान छेड़ रखा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में नक्सली समर्पण कर रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सली 31 मार्च 2026 के बाद इतिहास के पन्नों में सिमट जाएंगे.
हाइलाइट्स
नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाकों में CRPF की नीतियों को मिल रही सफलतागृह मंत्री अमित शाह बोले- 31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद इतिहासछत्तीसगढ़ में नक्सली लगातार कर रहे समर्पण, इनमें कई हैं इनामीनई दिल्ली. रेड कॉरिडोर यानी नक्सलियों का सुरक्षित इलाका. एक समय था जब नक्सलियों ने कई राज्यों में एकसाथ आतंक मचा रखा था. आए दिन बड़े हमलों की खबरें सामने आती रहती थीं. सुरक्षाबलों के जवानों के साथ ही आमलोगों को भी निशाना बनाया जाता था. रेड कॉरिडोर में माओवादियों के आतंक को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा मानते हुए सरकार ने नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने का फैसला किया और उसी के मुताबिक रणनीतियां भी बनाई गईं. CRPF की भूमिका इसमें काफी अहम रही है. आज के दिन छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों तक नक्सली सिमट कर रह गए हैं. छत्तीसगढ़ में भी दर्जनों की संख्या में नक्सली या तो मारे जा रहे हैं या फिर सरेंडर कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं. रविवार को पुलिस ने बताया कि बीजापुर में एक साथ 50 नक्सलियों ने समर्पण किया. CRPF के एक दांव का असर व्यापक पैमाने पर देखा जा रहा है. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद इतिहास बन जाएगा.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 30, 2025, 18:45 IST