Last Updated:April 21, 2025, 16:44 IST
बेंगलुरु में इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर सौरव बोस और उनकी पत्नी पर हमला हुआ. बाइक सवार ने बोस को चाबी से मारा और पत्थर फेंका. पुलिस जांच कर रही है.

बेंगलुरु में विंग कमांडर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया.
हाइलाइट्स
विंग कमांडर पर बेंगलुरु में हमला हुआ.बाइक सवार ने बोस को चाबी से मारा और पत्थर फेंका.पुलिस हमले की जांच कर रही है.इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर और उनकी पत्नी पर बेंगलुरु में हवाई अड्डे जाते समय कुछ लोगों ने हमला कर दिया. विंग कमांडर के चेहरे और सिर पर चोटें आईं हैं. अधिकारी ने खुद इसका वीडियो शेयर किया है. विंग कमांडर सौरव बोस ने बताया कि कैसे एक बाइक सवार पीछे से उनकी कार के पास आया और कन्नड़ में उन्हें गाली देने लगा. बोस की पत्नी, स्क्वाड्रन लीडर मधुमिता, उन्हें बेंगलुरु के सीवी रमन नगर में डीआरडीओ कॉलोनी से हवाई अड्डे तक ले जा रही थीं.
अधिकारी ने बताया, पीछे से एक बाइक आई और हमारी कार रोकी… उस आदमी ने कन्नड़ में मुझे गाली देना शुरू कर दिया. जब उन्होंने मेरी कार पर डीआरडीओ का स्टिकर देखा और कहा ‘तुम डीआरडीओ के लोग हो’, तो उन्होंने मेरी पत्नी को गाली दी और मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सका.” जब बोस उससे भिड़ने के लिए गाड़ी से बाहर निकले, तो बाइक सवार ने कथित तौर पर उनके माथे पर चाबी से वार किया. इसके बाद बाइक सवार ने कथित तौर पर उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंका, जिससे बोस के सिर पर फिर से पत्थर लगा.
विंग कमांडर बोस के अनुसार, उनकी पत्नी उन्हें बाहर ले गई और फिर वे शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन गए, लेकिन वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. उन्होंने लिखा, यह कर्नाटक की स्थिति है, सच्चाई, वास्तविकता को देखकर…मुझे विश्वास नहीं हो रहा था. भगवान हमारी मदद करें. भगवान मुझे जवाबी कार्रवाई न करने की शक्ति दें. कल, अगर कानून और व्यवस्था हमारी मदद नहीं करती है, तो मैं जवाबी कार्रवाई करूंगा.
हमले की वजह पता नहीं
पुलिस इस हमले की जांच कर रही है, लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह हमला बिना उकसावे के हुआ था या किसी खास वजह से. पुलिस अफसर बयान दर्ज कराने के लिए अधिकारी का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने विंग कमांडर की पत्नी से बात की है और घटना के आसपास के सीसीटीवी फुटे खंगाल रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने इसे पुलिस की लापरवाही बताते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, सेना के जवान अपनी सेवा के दौरान कई जगह तैनात होते हैं. तो क्या हर जगह उन्हें अलग-अलग भाषा सीखनी पड़ेगी.
क्या हर जगह की भाषा सिखनी पड़ेगी
लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने एक्स पर लिखा, बैंगलोर, हमेशा से इसे एक खूबसूरत शहर के रूप में जाना जाता था, जहां अद्भुत लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते थे. एक सिक्योरिटी फोर्स के अफसर को अपनी सेवा के दौरान 10-15 राज्यों में तैनात किया जाता है … क्या उसे अपने राष्ट्र की रक्षा करने से पहले प्रत्येक राज्य की भाषा सीखनी होगी, जिसमें उस राज्य के लोग भी शामिल हैं? एयरफोर्स के अफसर अपने अधिकारियों के संपर्क में हैं, ताकि उन्हें कानूनी मदद दी जा सके. पुलिस ने कहा, कर्नाटक से संदिग्ध रोड रेज से जुड़ी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जिसमें भारतीय वायु सेना के दो अधिकारी और नागरिक शामिल थे. अधिकारियों में से एक को चोटें आईं हैं और उसका अस्पताल में इलाज किया गया.
First Published :
April 21, 2025, 16:44 IST