DNA:इजरायल ने 'मुस्लिम सेना' बनाने का जवाब दे दिया? 'ARAB NATO' के आइडिया पर नेतन्याहू ने गिराई बिजली!

2 hours ago

Israel Army IDF in Gaza: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अरब देशों को लगातार अपना मैजिक दिखा रहे हैं. वहीं ट्रंप की शह पर इजरायल मुस्लिम देशों के अरमानों पर पानी नहीं बल्कि बम फेर रहा है. मतलब कुछ मुस्लिम देश किसी तरह इस्लामिक NATO बनाने को कोशिश कर रहे थे कि अचानक इजरायल ने मंगलवार को अरब देशों के इस्लामिक फोर्स बनाने के मकसद पर बम फोड़ दिया. दिल्ली से 4 हजार किलोमीटर दूर हुई बमबारी के मायने गहरे हैं.

आईडीएफ का ऑपरेशन गाजा

इजरायली सेना ने नया ऑपरेशन शुरु कर दिया है. हजारों सैनिकों के साथ सैकड़ों इजरायली टैंक और हेलीकॉप्टर, हमास को मिटाने के लिए गाजा में हैं. जब इजरायल ने गाजा पर नया हमला किया तब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो भी इजरायल में थे. इसी वजह से माना जा रहा है कि गाजा में इजरायल के सबसे बड़े सैन्य हमले को अमेरिका की ट्रंप सरकार का पूरा समर्थन है.

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गाजा में नए हमले की टाइमिंग में इजरायल के अंदर अमेरिकी विदेश सचिव की मौजूदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण है. मुस्लिम देशों की वो मीटिंग जो सोमवार को कतर की राजधानी दोहा में हुई थी. उस मुलाकात में इस्लामिक देशों ने इजरायल को लेकर क्या बातचीत की, ये आपको समझना चाहिए.

ARAB NATO का आइडिया

दोहा की बैठक में कुछ मुस्लिम देशों ने सुझाव दिया था कि इजरायल से निपटने के लिए अरब या इस्लामिक मुल्क NATO की तर्ज पर एक सैन्य गठबंधन बनाएं. ये प्रस्ताव इजिप्ट ने रखा था और गठबंधन के लिए ARAB NATO का नाम भी सुझाया था. दूसरी तरफ पाकिस्तान ने मिडिल ईस्ट में इजरायली सैन्य गतिविधियों की निगरानी के लिए एक JOINT TASK FORCE बनाने का प्रस्ताव पेश किया था.

लेकिन ना तो ARAB NATO के विचार से इजरायल को कोई फर्क पड़ा और ना ही पाकिस्तान की कथित JOINT TASK FORCE का प्लान नेतान्याहू को डिगा पाया. सोमवार को मुस्लिम देशों की मीटिंग हुई उसके बस 24 घंटों के अंदर मंगलवार को गाजा में इजरायल के बड़े सैन्य अभियान की खबर आ गई. इजरायल का सैन्य अभियान किस स्तर का है, हमले के बाद गाजा की हालत कैसी होगी इस बात को जानने के लिए DNA की ये वीडियो रिपोर्ट आपको गौर से पढ़नी चाहिए ताकि आप पूरी तरह जान सकें,  हमलों का ट्रेलर ऐसा है तो पूरी सैन्य कार्रवाई कैसी होगी.

अल-मज़ोल टावर, मुहाना टावर, अल-गाफरी टावर, अल-कवथार टावर. ये ऊंची ऊंची इमारतें कभी गाजा सिटी की लैंडमार्क कही जाती थीं और इजरायल ने अपना सबसे बड़ा सैन्य अभियान. गाजा के इन्हीं प्रतीकों को मिट्टी में मिलाकर शुरु किया है.

जिस वक्त आसमान से इजरायली वायुसेना गाजा की गगनचुंबी इमारतों पर बंकर बस्टर बम दाग रही थी. तभी इजरायली थलसेना ने गाजा में छिपे हमास आतंकियों पर तेज हमला बोला. मिडिल ईस्ट के अखबारों का दावा है कि पहले दिन के सैन्य अभियान में कुल 62 लोग मारे गए हैं. वहीं इजरायली फौजों का दावा है कि पहले दिन के हमलों में 48 लोग मारे गए, जिनमें 21 फिलिस्तीनी हथियारबंद गुट इस्लामिक जिहाद के सदस्य थे और बाकी हमास वाले यानी गाजा पट्टी में हमास के समर्थक थे.

इस्लामिक जिहाद और हमास के आतंकियों से जुड़े मौत के आंकड़ों के साथ ही साथ इजरायली फौज ने एक नक्शा भी जारी किया है. जिसमें इजरायल के नए सैन्य अभियान यानी OPERATION GIDEON CHARIOT - 2 का पूरा दायरा भी दिखाया गया है.

IDF troops have begun expanding ground operations in Gaza City as part of Operation Gideon’s Chariots II

In the past day, IDF activity in Gaza City has began according to the operational plan, and is expected to expand in line with the current situational assessment.

Its aim… pic.twitter.com/dJBpd7wq1x

— Israel Defense Forces (@IDF) September 16, 2025

इस नक्शे के मुताबिक गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से से लेकर गाजा शहर, मध्य गाजा में स्थित शरणार्थी कैंप, खान यूनिस और राफाह तक इजरायली फौज अभियान कर रही है. इससे पहले किए गए OPERATION GIDEON CHARIOT-1 में इजरायली सेना ने गाजा के सीमावर्ती इलाकों को छोड़ दिया था. ताकि गाजा के निवासी पट्टी से बाहर जा सकें. लेकिन इस बार सीमावर्ती इलाकों में भी इजरायली फौज का अभियान चल रहा है.

प्लान ये है कि गाजा को पूरी तरह घेरकर हमास पर हमला किया जा रहा है. जो बताता है कि गाजा में हमास के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही साथ अब गाजा पट्टी में आने वाली राहत सामग्री के रास्तों पर भी पूरी तरह इजरायल का ही कंट्रोल रहेगा.

इस किस्म की रणनीति से दो संकेत साफ मिलते हैं. पहला संकेत ये कि इजरायली फौज किसी भी सूरत में राहत सामग्री हमास तक नहीं पहुंचने देना चाहती है और दूसरा बड़ा संकेत ये है कि इजरायली फौज ने हमास के आतंकियों के भागने का रास्ता भी बंद कर दिया है.

गाजा में नए सैन्य अभियान की रणनीति से मिले दोनों संकेत यही बताते हैं कि इजरायल इस बार फुल एंड फाइनल अटैक की मंशा से गाजा में उतरा है और अगर यही नेतन्याहू का प्लान है तो ये हमास के साथ ही साथ गाजा के निवासियों के लिए भी खतरे की बड़ी घंटी है. यानी गाजा एक दम खाली प्लॉट बन जाएगा. जहां ट्रंप के परिवार और अन्य कीरीबी कारोबारियों को निवेश के लिए मौका मिलेगा.

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