Gaza conflict: इजरायल के हमले में हमास नेता मोहम्मद सिनवार की मौत, IDF का बड़ा दावा

6 hours ago

Israel-Hamas war: गाज़ा पट्टी से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां हमास के प्रमुख सैन्य नेता मोहम्मद सिनवार और उनके करीब दस सहयोगियों के शव खान यूनिस इलाके में बरामद किए गए हैं. हमास के टॉप कमांडर और याह्या सिनवार के छोटे भाई मोहम्मद सिनवार समेत 10 अन्य सहयोगियों के शव उसी भूमिगत सुरंग से बरामद किए गए हैं, जहां पिछले दिनों इजरायली सेना (IDF) ने हमला किया था. इसके बाद से ही मोहम्मद सिनवार की मौत की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि, आईडीएफ ने अभी तक अधिकारिक रूप से मौत की पुष्टि नहीं की है.

इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने कहा है कि हमास के टॉप कमांडर और याह्या सिनवार के छोटे भाई मोहम्मद सिनवार की पिछले सप्ताह गाजा पर हवाई हमले में 'संभवतः मौत हो गई.' सांसदों के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में बोलते हुए कैट्ज़ ने कहा, 'सभी संकेतों के आधार पर, मोहम्मद सिनवार मारा गया.'

वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, इज़रायली सेना ने खान यूनिस में यूरोपीय अस्पताल के नीचे भूमिगत ढांचे को निशाना बनाया था, क्योंकि उन्हें लगता था कि हमास वहां काम कर रहा है. सऊदी ब्रॉडकास्टर अल-हदथ ने बताया कि सिनवार का शव खान यूनिस के नीचे एक सुरंग में मिला. साथ ही, उसके दस सहयोगियों के डेड बॉडी भी मिले. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि हमास के राफा ब्रिगेड के कमांडर मोहम्मद शबाना की भी इसी हमले में मौत हो गई होगी. हालांकि, इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने आधिकारिक तौर पर सिनवार की मौत की पुष्टि नहीं की है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि हमले में छह लोग मारे गए और 40 से ज्यादा अन्य घायल हो गए.

अक्टूबर में मारा गया था हमास लीडर याह्या सिनवार 
वहीं, पिछले साल अक्टूबर में इजरायल ने हमास लीडर याह्या सिनवार की हत्या कर दी थी.  इसके बाद मोहम्मद सिनवार गाजा में हमास के एक अहम शख्स के रूप में सामने आए. याह्या 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले के पीछे का मास्टरमाइंड था.

मोहम्मद सिनवार कौन था?
1975 में खान यूनिस में जन्मे मोहम्मद सिनवार अपने भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए 1980 के दशक के अंत या 1990 के दशक की शुरुआत में हमास में शामिल हुए थे. उन्हें 1991 में संदिग्ध आतंकवादी गतिविधि के लिए इज़रायली बलों द्वारा गिरफ्तार किया गया था. लेकिन वह एक साल से भी कम वक्त जेल में बिताने के बाद बाहर आ गया था. हालांकि, 1990 के दशक के दौरान उन्हें रामल्लाह में फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा कई सालों तक कैद में रखा गया था. अब तक यह माना जाता था कि वह गाजा में जिंदा बचे आखिरी शीर्ष हमास सैन्य कमांडरों में से एक है.

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