Live: कटक में दुर्गा विसर्जन के दौरान क्यों भड़की हिंसा, जानें अब कैसे हालात

2 weeks ago

ओडिशा के कटक में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीत रविवार को हिंसक झड़प हो गई. राज्य सरकार ने हालात काबू में करने के लिए शहर के 13 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी और इंटरनेट सेवाएं 36 घंटे के लिए सस्पेंड कर दीं.

भुवनेश्वर-कटक पुलिस आयुक्त डॉ. सुरेश देवदत्ता सिंह ने बताया कि निषेधाज्ञा रविवार रात 10 बजे से लागू होकर मंगलवार सुबह तक प्रभावी रहेगी. इंटरनेट सेवाएं 5 अक्टूबर शाम 7 बजे से 6 अक्टूबर शाम 7 बजे तक बंद रहेंगी.

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जिन थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई है, उनमें दरगाह बाजार, मंगलबाग, कैंटोनमेंट, पुरीघाट, लालबाग, बिदनासी, मार्कट नगर, सीडीए फेज-2, मालगोदाम, बादामबाड़ी, जगतपुर, 42 मौजा और सदर थाना क्षेत्र शामिल हैं.

दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा

यह हिंसा रविवार तड़के 1.30 से 2 बजे के बीच दरगाहबाजार के हाथी पोखरी इलाके में उस समय भड़क उठी, जब दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस कथाजोड़ी नदी तट के देबिगड़ा घाट की ओर बढ़ रहा था.

पुलिस के मुताबिक, तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. कुछ लोगों ने छतों से जुलूस पर पत्थर और बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे कई श्रद्धालु घायल हो गए. घायलों में कटक के डीसीपी खिलारी ऋषिकेश द्न्यानदेव भी शामिल हैं.

पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया. इस दौरान कई गाड़ियां और सड़क किनारे की दुकानों को नुकसान पहुंचा. विसर्जन गतिविधियां करीब तीन घंटे तक रुकी रहीं, बाद में कड़ी सुरक्षा में सुबह 9.30 बजे तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन कराया गया.

बाइक रैली पर बवाल, 8 पुलिसकर्मी घायल

यह तनाव उस समय और बढ़ गया जब एक संगठन ने शहर में बाइक रैली निकालने की अनुमति मांगी, जिसे पुलिस ने अस्वीकार कर दिया. पुलिस ने बताया कि अनुमति न मिलने पर कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.

36 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद

स्थिति को काबू में करने और अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए गृह विभाग ने रविवार शाम से सोमवार शाम तक पूरे कटक शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं. गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू ने बताया कि भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5(2) और सार्वजनिक आपातकाल/सुरक्षा नियम 2017 के तहत यह निर्णय लिया गया है.

निलंबन के तहत व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (पूर्व में ट्विटर), स्नैपचैट, मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड व डायल-अप कनेक्शन समेत सभी डेटा सेवाएं बंद कर दी गई हैं. यह प्रतिबंध कटक नगर निगम (CMC), कटक विकास प्राधिकरण (CDA) और 42 मौजा क्षेत्रों में लागू है.

सत्यव्रत साहू ने कहा, ‘इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ संदेश फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने के लिए यह कदम जरूरी था. हमारा उद्देश्य शांति और सद्भाव बहाल करना है.’

आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं

गौरी शंकर पार्क के पास उपद्रवियों ने 8-10 जगहों पर आगजनी की. सहायक फायर ऑफिसर संजीब कुमार बेहेरा ने बताया कि फायर ब्रिगेड ने आग बुझा दी, लेकिन उपद्रवी पत्थर फेंकते रहे. स्थिति पर नजर रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और सीसीटीवी व ड्रोन फुटेज की मदद से बाकी की तलाश जारी है. वरिष्ठ अधिकारी लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं.

VHP का बंद और विरोध प्रदर्शन

विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे का बंद बुलाया. संगठन ने प्रशासन पर ‘कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम’ होने का आरोप लगाया और डीसीपी व कलेक्टर के तबादले की मांग की. उधर पंडाल कमेटियों के सदस्यों ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.

बीजू जनता दल (BJD) ने हिंसा की निंदा की और इसे ‘शहर की साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश’ बताया. सीएम मोहन चरण माझी ने घायलों को मुफ्त इलाज देने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री की शांति की अपील

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हिंसा पर दुख जताया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘कटक शहर भाईचारे की मिसाल रहा है, लेकिन कुछ शरारती तत्वों के कारण शांति भंग हुई. सरकार ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी.’

उधर BJD सांसद सुलता देव ने कहा, ‘कटक भाईचारे का शहर है, यहां हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सभी शांति से रहते आए हैं. हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम रही है और अपराध बढ़े हैं.’

स्थिति काबू में, पुलिस की अपील

कटक-भुवनेश्वर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोला ने कहा, स्थिति अब नियंत्रण में है और सुधार के संकेत दिख रहे हैं. लोग घरों से निकलने लगे हैं. वरिष्ठ अधिकारियों समेत कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और इलाज चल रहा है. हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है.’ भोला ने नागरिकों और सामुदायिक नेताओं से शांति और सद्भाव बनाए रखने में सहयोग की अपील की.

प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की अपील की है. कटक शहर के हालात पर पुलिस और प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है.

Read Full Article at Source