Hindu-Sikh serving flood victims in Spain: कुछ दिनों पहले कनाडा के ब्रैम्पटन में एक हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानियों ने हमला कर दिया. हैरान करने वाली बात ये है कि इस तरह के हमले रोकने के लिए वहां की सरकार और पुलिस भी एक्टिव नहीं है, समय-समय पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का खालिस्तान प्रेम सामने आ जता है. हमले के कुछ दिन बाद हिंसा में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन खालिस्तानी कट्टरपंथी को गिरफ्तारी के तुरंत बाद रिहा कर दिया गया. अब इस बीच स्पेन से एक वीडियो सामने आया है, जिसने लोगों का दिल जीत लिया है. वीडियो में स्पेन के वेलेंसिया में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान हिंदू और सिख समुदायों के स्वयंसेवक लोगों की मदद करते नजर आ रहे हैं.
मुश्किल की घड़ी में स्पेन के वेलेंसिया में हिंदू और सिख समुदायों के स्वयंसेवकों द्वारा की गई मदद सराहनीय हैं. इस घटना ने न केवल मानवीयता की भावना को जीवंत किया है, बल्कि विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच एकता और भाईचारे का भी उदाहरण पेश किया है. यह वीडियो खालिस्तानियों के मुंह पर एक तमचा है, जो कनाडा में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमला करते रहते हैं. ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर पर हमला खालिस्तानियों द्वारा किया गया पहला अटैक हीं है. पहले भी कई मौकों पर ऐसे हमले हो चुके हैं.
स्पेन में मानवीयता की जीत
कनाडा में भले ही मानवीयता शर्मसार हुई हो, लेकिन स्पेन में मानवीयता की जीत हुई है. बाढ़ के बाद मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए आगे आए हिंदू और सिख समुदाय के लोगों ने साबित किया है कि मानवीयता किसी धर्म, जाति या राष्ट्र से बंधी नहीं होती है. आपदा के समय सभी एकजुट होकर पीड़ितों की मदद के लिए आगे आ सकते हैं. हिंदू और सिख समुदायों के स्वयंसेवकों द्वारा की गई सेवाओं ने यह दिखाया है कि विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं और समाज के लिए योगदान दे सकते हैं.
हिंदू और सिख समुदायों के स्वयंसेवकों के इस कदम ने दुनियाभर में भारत की छवि को और मजबूत किया है. यह दिखाता है कि भारत के लोग कितने करुणाशील और परोपकारी हैं. इस भावना ने दुनियाभर के लोगों को स्वयंसेवा की भावना को प्रेरित किया है. अधिक से अधिक लोग अब समाज सेवा के कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित हो रहे हैं.
खालिस्तानियों को भी इस भाव को देखना चाहिए और अपने देश को प्रेम करने के साथ-साथ मानवता को आगे बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए. इस सेवा भाव से यह सीखना चाहिए कि जब हम किसी चुनौती का सामना करते हैं तो हमें एक साथ मिलकर काम करना चाहिए. हमें हमेशा मानवीयता को सर्वोपरि रखना चाहिए. हमें समाज सेवा के कार्यों में भाग लेना चाहिए और दूसरों की मदद करनी चाहिए. हमें विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों के प्रति सहिष्णु होना चाहिए.