'PM मोदी बहुत मदद कर रहे...' सोनिया को सुननी चाहिए फिलिस्तीनी राजदूत की ये बात

2 days ago

इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों से गाजा पूरी तरह हो चुका है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की 80वीं सभा के दौरान भी गाजा में नरसंहार का मुद्दा जोरशोर से उछला. इस बीच भारत में तैनात फिलिस्तीन के राजदूत अब्दल्लाह अबू शावेश का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की तारीफ करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत, पीएम मोदी की अगुवाई में फिलिस्तीनी लोगों की मदद करने में ‘बहुत अच्छा काम’ कर रहा है.

वरिष्ठ पत्रकार अदित्य राज कौल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अब्दल्लाह अबू शावेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार की तारीफ की है. इसके साथ ही उन्होंने इजरायल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि किसी भी देश के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में वह हस्तक्षेप नहीं करेंगे.

फिलिस्तीनी राजदूत ने क्या कहा?

इस वीडियो में फिलिस्तीनी राजदूत अब्दल्लाह अबू शावेश को पत्रकारों से बातचीत करते देखा जा सकता है. वे एक ब्लू सूट और टाई पहने हुए हैं और उनके सिर पर पारंपरिक फिलिस्तीनी स्कार्फ (कफिया) बंधा हुआ है. इस दौरान शावेश ने कहा, ‘भारत, वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में, फिलिस्तीनी लोगों की मदद करने में बहुत अच्छा काम कर रहा है. वे कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिनमें से एक करोड़ों डॉलर की लागत वाला अस्पताल भी शामिल है. इसके अलावा, वे संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी UNRWA को भी मदद दे रहे हैं, जो फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद करती है.’

Palestine Ambassador to India Abdallah Abu Shawesh praises Indian Govt led by Prime Minister @narendramodi and India’s foreign ministry for helping the Palestinian people. Says, won’t interfere in India’s bilateral relations with any other country (indirectly pointing at Israel). pic.twitter.com/rygfSxkXYs

इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, “हम भारतीय सरकार से 24 घंटे संपर्क में रहते हैं और सभी मुद्दों पर पारदर्शिता से चर्चा करते हैं. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि भारत और फिलिस्तीन के बीच किसी भी विवाद की कोई गुंजाइश नहीं है.’ फिलिस्तीनी राजदूत ने यह भी जोड़ा कि वे भारत के द्विपक्षीय संबंधों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार परिषद में भारत की भूमिका को देखते हुए फिलिस्तीन-भारत संबंधों को ‘मैक्रो लेवल’ पर मापा जा सकता है.

सोनिया-राहुल ने किया था सरकार पर हमला

फिलिस्तीन राजदूत का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भारत की फिलिस्तीन नीति पर सवाल उठाए हैं. हाल ही में, सोनिया गांधी ने एक लेख में लिखा था कि मोदी सरकार की ‘गहरी चुप्पी’ और ‘फिलिस्तीन से दूरी’ मानवता और नैतिकता का त्याग है. उन्होंने कहा कि भारत की नीति प्रधानमंत्री की इजरायल के साथ निजी दोस्ती से प्रेरित लगती है, न कि संवैधानिक मूल्यों या रणनीतिक हितों से.

राहुल गांधी ने भी कई मौकों पर भारत की फिलिस्तीन नीति पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि भारत को फिलिस्तीन के साथ खड़ा होना चाहिए और हिंसा के चक्र को खत्म करने में मदद करनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी का स्टैंड रहा है कि भारत को फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देने वाले देशों के समूह में शामिल होना चाहिए, जैसा कि फ्रांस, ब्रिटेन, और कनाडा ने किया है.

बहुत पुराने हैं भारत-फिलिस्तीन संबंध

भारत और फिलिस्तीन के बीच के रिश्ते लंबे समय से गहरे रहे हैं. भारत ने 1988 में फिलिस्तीन को मान्यता दी और 1996 में रामल्ला में एक प्रतिनिधि कार्यालय खोला. हाल के वर्षों में, भारत ने फिलिस्तीन को कई परियोजनाओं में सहायता दी है, जिसमें अस्पताल, स्कूल, और बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है.

पीएम मोदी ने वर्ष 2018 में रामल्ला का दौरा किया था, जहां उन्होंने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की और 45 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की थी. इसके अलावा, भारत UNRWA को नियमित रूप से फंडिंग करता है, जो फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद करती है.

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