Rafale News: राफेल के लिए IAF व्याकुल, मगर यक्ष प्रश्नों का नहीं मिल रहा जवाब

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Last Updated:November 17, 2025, 14:17 IST

Rafale News: भारतीय वायु सेना 114 राफेल खरीदने की योजना बना रही है, लेकिन कीमत, डिजाइन तकनीक और इंजन सोर्स कोड जैसे कुछ ऐसे यक्ष प्रश्न है जिसके जवाब किसी के पास नहीं है. इन प्रश्नों के जवाब नहीं मिलने तक भारत की ओर से इस डील की ओर बढ़ना मुश्किल दिख रहा है. हालांकि एयरफोर्स अपनी जरूरत को देखते हुए जल्द से जल्द इस डील को अंतिम रूप देना चाहती है.

 राफेल के लिए IAF व्याकुल, मगर यक्ष प्रश्नों का नहीं मिल रहा जवाबएयरफोर्स 114 राफेल फाइटर जेट खरीदना चाह रही है.

Rafale News: भारतीय वायु सेना फाइटर जेट्स की कमी से जूझ रही है. यह बात किसी से छिपी नहीं है. उसको 42 स्क्वाड्रन की जरूरत है लेकिन मौजूदा समय में उसके पास केवल 30 स्क्वाड्रन बचे हैं. ऐसे में वह फ्रांस से 114 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की बात कह रही है. इसको लेकर एक प्रस्ताव पिछले दिनों रक्षा मंत्रालय को भी भेजा गया था. हालांकि, मंत्रालय ने एयरफोर्स के प्रस्ताव में और विस्तृत जानकारी देने को कहा. फिर एयरफोर्स के पास प्रस्ताव लौटा दिया गया.

राफेल दुनिया का एक सबसे बेहतरीन फाइटर जेट है. इसने कई मौके पर अपनी श्रेष्ठता साबित की है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसने अपनी ताकत पूरी दुनिया को दिखाई थी. इसके अलावा कई युद्ध अभ्यासों के दौरान इसने अमेरिकी 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट एफ-35 तक को लॉक कर दिया था. इस कारण इस फाइटर जेट की श्रेष्ठता पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता. मौजूदा वक्त में भारत के पास इसके दो स्क्वाड्रन यानी 36 विमान हैं. इसे भारत ने 2016 में एक डील के तरह खरीदा था. उसके बाद भारत ने अपनी नौसेना के लिए भी 26 मरीन राफेल की डील की है. लेकिन, इस 114 विमानों के संभावित सौदे में कई अड़चनें हैं जिसका जवाब ढूंढना आसान नहीं है.

राफेल की कीमत

फ्रांस के साथ 114 राफेल विमानों की डील में सबसे बड़ी बाधा इसकी कीमत है. अगर यह डील होती है तो  यह भारतीय से इतिहास में संभवतः सबसे बड़ा रक्षा सौदा होगा. 114 राफेल विमानों की खरीद पर करीब 1.75 लाख करोड़ से लेकर दो लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी. अगर एयरफोर्स इस डील की ओर बढ़ती है तो उसके पास अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए अगले 10 सालों यानी 2035 तक कोई पैसा नहीं होगा. इससे आने वाले वक्त के तमाम प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ सकता है. इसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट देसी 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट प्रोजेक्ट AMCA है. इस फाइटर जेट पर काम कर रहे डीआरडीओ की योजना 2028 तक इसके प्रोटोटाइप तैयार करने की है. सरकार ने प्रोटोटाइप के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की राशि दे दी है. ऐसे में इस सवाल का सीधा जवाब किसी के पास नहीं है कि इतना पैसा कहां से आएगा?

मेक इन इंडिया प्रोग्राम

फ्रांस के साथ अगर कोई डील फाइनल होती है तो भारत की योजना इस फाइटर जेट को देश के भीतर बनाने की है. ताकि भारत में रोजगार के अवसर पैदा हों. इसके लिए राफेल की निर्माता कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने भारत की टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड के साथ एक समझौता किया है. इसके तहत हैदाराबाद में एक प्लांट लगाया गया है. इस प्लांट में राफेल के सभी मुख्य ढांचों का निर्माण किया जाएगा. इस प्लांट की क्षमता साल में 24 फाइटर जेट बनाने की है. यह फ्रांस के बाहर अपनी तरह का पहला प्लांट है. लेकिन, सबसे बड़ी बात यह है कि दसॉल्ट आज भी अपनी सबसे संवेदनशील ‘डिजाइन ऑथोरिटी’ को किसी अन्य के साथ शेयर नहीं करना चाहती है. दसॉल्ट ने आज तक ऐसा नहीं किया है. ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि वह अपनी डिजाइन तकनीक भारत भी को देगी.

सोर्स कोड

इस संभावित राफेल डील की एक तीसरी सबसे बड़ी बाधा सोर्स कोड की है. दसॉल्ट ने आज तक किसी भी ग्राहक को यह सोर्स कोड नहीं दिया है. इसके साथ ही भारत चाहता है कि दसॉल्ट भारत ने राफेल के इंजन एम88 का निर्माण करे. इसके साथ ही भारत चाहता है कि फ्रांसीसी कंपनी सैफ्रान 110 किलो न्यूटन का इंजन भी भारत में बनाए लेकिन, फ्रांस कोर इंजन तकनीक किसी भी कीमत पर शेयर करने को तैयार नहीं है. भारत के देसी फाइटर जेट प्रोग्राम में सबसे बड़ी बाधा इंजन ही है. भारत अभी तक ताकतवर देसी फाइटर जेट इंजन नहीं बना पाया है. उसका कावेरी इंजन प्रोजक्ट पूरी तरह सफल नहीं पाया है.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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First Published :

November 17, 2025, 14:10 IST

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