Rising Bharat: अमित शाह को बचपन में सब पूनम कहते थे... बताया पूरा किस्सा

4 weeks ago

Last Updated:April 09, 2025, 22:04 IST

अमित शाह ने न्यूज18 के राइजिंग भारत मंच पर अपने बचपन का किस्सा साझा किया और कांग्रेस पर सीएए को लेकर झूठे दावे करने का आरोप लगाया. उन्होंने मोदी सरकार की कूटनीतिक जीत और आइडियोलॉजी पर जोर दिया.

 अमित शाह को बचपन में सब पूनम कहते थे... बताया पूरा किस्सा

राइजिंग भारत समिट में अमित शाह ने अपने बचपन का रोचक किस्सा बताया. (Image:X)

हाइलाइट्स

अमित शाह को बचपन में पूनम भाई कहा जाता था.उनका जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था. 5 साल का होने पर अमित शाह का नाम रखा गया था.

नई दिल्ली. न्यूज18 के राइजिंग भारत के मंच से देश के गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बचपन का एक रोचक किस्सा शेयर किया है. उन्होंने कहा कि उनका जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था. इसलिए 5 साल तक उनको सभी लोग पूनम भाई के नाम से बुलाते थे. इसकी एक वजह ये थी कि उनका नाम 5 साल तक नहीं रखा गया था. उनकी बुआ ने ये मन्नत मान रखी थी कि अमित शाह का नाम 5 साल का होने के बाद ही रखा जाएगा. शाह ने कहा कि ये कोई बहुत बड़ी नहीं है. आमतौर पर गांव के कई बच्चों के साथ ऐसा होता है.

अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने झूठा दावा किया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के लागू होने से लोगों की नागरिकता चली जाएगी. हालांकि, सीएए लागू होने के दो साल बाद भी एक भी मुसलमान की नागरिकता नहीं गई है. कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन ने इन बेबुनियाद आरोपों से देश को गुमराह किया और इसके बाद हुई अशांति और हिंसा के लिए वे ही जिम्मेदार हैं.

अमित शाह ने कहा कि मोदी जी को कांग्रेस के लोगों ने जितनी बार गालियां दी हैं, मोदी जी और मजबूत होकर बाहर आए हैं. उनको मालूम नहीं है… हमारा चुनाव चिन्ह कमल है, जो कीचड़ में ही खिलता है. मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि यहां नरेन्द्र मोदी की सरकार है, भारत की एक इंच जमीन पर भी हम किसी को आंख नहीं डालने देंगे, एंट्री का तो सवाल ही नहीं है. हमारा स्टैंड बहुत स्पष्ट है कि POK हमारा है.

अमित शाह ने कहा कि तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण मोदी सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत है. ऐसा इसलिए क्योंकि बम धमाकों के समय जो लोग सत्ता में थे, वे उसे प्रत्यर्पित नहीं कर पाए थे, लेकिन हमने यह कर दिखाया! अमित शाह ने कहा कि मोदी जी हों या मैं हूं… हमें अपने आइडियोलॉजी के अनुरुप काम करना है. हमारी आइडियोलॉजी और गाइडलाइन में कोई मतभेद नहीं है. वो भी आइडियोलॉजी के लिए, देश के लिए, संविधान के लिए सोचते हैं और मैं भी आइडियोलॉजी के लिए, देश के लिए, संविधान के लिए सोचता हूं. इसलिए मतभेद होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हमारी पार्टी के कार्यकर्ता भी आइडियोलॉजी के लिए, देश के लिए, संविधान के लिए काम करते हैं.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

April 09, 2025, 22:04 IST

Rising Bharat: अमित शाह को बचपन में सब पूनम कहते थे... बताया पूरा किस्सा

Read Full Article at Source