Russia Ukraine War News in Hindi: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले साढ़े तीन साल से घमासान जंग जारी है. रूस जहां यूक्रेन को अपनी शर्तों पर सरेंडर करवाने की कोशिश में है. वहीं यूक्रेन पश्चिमी देशों से मिल रहे हथियारों के बल पर रूस को लगातार कड़ी टक्कर दिए हुए है. अपनी सधी हुई रणनीति के तहत यूक्रेन अपने दुश्मन रूस की आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए वह लगातार रूस के इन्हीं सेक्टरों पर ताबड़तोड़ ड्रोन अटैक कर रहा है.
तेल रिफाइनरी पर यूक्रेन ड्रोन का बड़ा अटैक
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी सेना शनिवार रात रूस के लेनिनग्राद क्षेत्र में स्थित किरिशी तेल रिफाइनरी पर ड्रोन अटैक किया. रूस की इस तेल रिफाइनरी को किनेफ के नाम से भी जाना जाता है. यहां से लेनिनग्राद समेत आसपास के रूसी प्रांतों में तेल की आपूर्ति की जाती है. हमले के बाद स्थानीय गवर्नर अलेक्जेंडर द्रोजदेंको ने बताया कि ड्रोन के मलबे से लगी आग को बुझा दिया गया है. अटैक में कोई हताहत नहीं हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक, किनेफ असल में Surgutneftegas नाम की कंपनी की एक रिफाइनरी है. यह रूस की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरियों में से एक है. इसकी सालाना प्रसंस्करण क्षमता 2 करोड़ टन से अधिक है. यह रिफाइनरी लेनिनग्राद क्षेत्र के किरिशी जिले में है, जो सेंट पीटर्सबर्ग से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और यूक्रेन की सीमा से 800 किलोमीट उत्तर में है.
रूस की सप्लाई लाइन को तबाह कर रहा यूक्रेन
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि अटैक के प्रभाव का आकलन किया जा रहा है. जनरल स्टाफ ने अपनी रणनीति क्लियर करते हुए बताया कि यूक्रेन योजनाबद्ध तरीके से रूस की सैन्य और आर्थिक क्षमताओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. खास तौर पर उसका ध्यान रूस ईंधन, हथियार और गोला-बारूद के उत्पादन केंद्रों पर है. जिन्हें वह एक-एक कर ड्रोन से तबाह कर रहा है.
किनेफ के अलावा रूस के शनिवार देर रात गूबाखा शहर में लगी एक इंडस्ट्रियल यूनिट पर भी ड्रोन अटैक हुआ. रूस के पर्म क्षेत्र के गवर्नर दिमित्री मखोनिन ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ और वहां कामकाज सामान्य रूप से चल रहा है. हालांकि, यूक्रेन के सांसद ओलेक्सी होन्चारेंको ने रविवार को टेलीग्राम पर दावा किया कि गूबाखा में मेटाफ्रेक्स केमिकल्स प्लांट की एक नई इकाई पर ड्रोन हमले से नुकसान हुआ.
जंग जीतने के लिए अंदरूनी इलाकों पर हमले
यूक्रेनी सांसद ने कहा कि यह प्लांट रूस का सबसे बड़ा मेथनॉल उत्पादक है और इस पर अटैक से रूस को बड़ा झटका लगा है. हालांकि यूक्रेनी सांसद के इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी. गूबाखा, पर्म क्षेत्र में यूराल पर्वतों पर स्थित है, जो कीव से करीब 2,000 किलोमीटर दूर है. वहीं राजधानी मॉस्को से इसकी दूरी करीब 1,700 किलोमीटर है. दूसरे शब्दों में कहें तो यूक्रेन अब अपने ड्रोन हमलों की रेंज बढ़ाते हुए रूस के गहरे अंदरूनी इलाकों में ऊर्जा और अन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है.