Last Updated:November 26, 2025, 17:41 IST
Odisha News SBI: ओडिशा के भद्रक में एंटी-एन्क्रोचमेंट ड्राइव में SBI शाखा की सीढ़ियां टूटने के बाद ग्राहकों को दो दिनों तक ट्रैक्टर पर लगी सीढ़ी चढ़कर बैंक पहुंचना पड़ा. वीडियो वायरल होने पर लोगों ने नाराजगी जताई. बाद में बिल्डिंग मालिक ने नई स्टील सीढ़ी लगाकर सामान्य प्रवेश बहाल किया.
ओडिशा के भद्रक में एन्क्रोचमेंट ड्राइव में SBI शाखा की सीढ़ी हटाई गई. (फोटो X)नई दिल्ली: ओडिशा के भद्रक में एक अनोखा नजारा देखने को मिला. फोटो वायरल होने के बाद लोगों ने हैरानी से कहा, “अब बस यही देखना बाकी था!”. दरअसल SBI बैंक को लेकर लोग थोड़े नाराज भी रहते हैं. लेकिन यह थोड़ा अलग टाइप का मामला है. दरअसल एंटी-एन्क्रोचमेंट ड्राइव के दौरान SBI शाखा की सीढ़ियों पर बुलडोजर चला, तो बैंक अचानक बिना प्रवेश द्वार के रह गया. नतीजा यह हुआ कि ग्राहकों को दो दिनों तक ट्रैक्टर के ऊपर रखी लंबी सीढ़ी चढ़कर बैंक पहुंचना पड़ा.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने इस जुगाड़ को देशभर में चर्चा का विषय बना दिया. हाथ में पासबुक, कैश बैग और दस्तावेज लिए लोग ट्रैक्टर पर चढ़ते नजर आए. उसी पर टिकी हुई एक लंबी सीढ़ी से पहली मंजिल पर बने SBI दफ्तर तक पहुंचते हुए. कई लोगों ने कहा, “अब बैंकिंग के लिए जिम की जरूरत नहीं, SBI की सीढ़ी ही काफी है.”
SBI, Bhadrak (Odisha).
Anti-encroachment drive demolished the bank branch’s staircase.
Customers are measuring ladder which is placed over tractor-trolley to access the bank.
कैसे टूटीं SBI की सीढ़ियां? पूरी कहानी यहां समझिए
घटना 20 और 21 नवंबर की है जब चाराम्पा मार्केट से लेकर भद्रक रेलवे स्टेशन तक बड़े पैमाने पर एंटी-एन्क्रोचमेंट ड्राइव चलाई गई. इस दौरान दुकानों, घरों और कई व्यावसायिक ढांचों के अवैध हिस्से हटाए गए. इसी कार्रवाई में SBI बिल्डिंग का फ्रंट पोर्शन और पहली मंजिल तक जाने वाली सीढ़ी भी ध्वस्त कर दी गई क्योंकि यह कथित रूप से अतिक्रमित जमीन पर बनी थी. अधिकारियों का कहना है कि बैंक और बिल्डिंग मालिक दोनों को कई नोटिस दिए गए. सार्वजनिक घोषणा भी की गई थी. साथ ही दो दिनों का समय भी दिया गया था. लेकिन कार्रवाई से पहले अवैध हिस्से नहीं हटाए गए. इसके बाद टीम ने विधिक प्रक्रिया के तहत ढांचा तोड़ दिया.
जुगाड़ की सीढ़ी: ग्राहकों की मजबूरी, बैंक की जरूरत
सीढ़ी हटने के बाद SBI शाखा तक जाने का कोई रास्ता नहीं बचा. बैंक को तुरंत सेवा बहाल रखनी थी, और तभी सामने आया ट्रैक्टर-सीढ़ी वाला जुगाड़.
किस तरह चल रहा था ‘लैडर बैंकिंग’?
ट्रैक्टर को सीधे SBI बिल्डिंग के नीचे खड़ा किया गया. उसकी छत पर एक लंबी एल्युमिनियम सीढ़ी बांधी गई. ग्राहक और बैंक कर्मचारी उसी से ऊपर-नीचे आ-जा रहे थे. सुरक्षा गार्ड लोगों के हाथों से बैग और फाइलें पकड़कर ऊपर पहुंचा रहे थे. बुजुर्ग और महिलाएं चढ़ने में खास दिक्कत झेल रही थीं.वीडियो वायरल होते ही कई लोगों ने पूछा, “क्या अब बैंक जाने के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग चाहिए?”
लोगों की नाराजगी और नई स्टील सीढ़ी से समाधान
सोशल मीडिया में आलोचना बढ़ने के बाद बिल्डिंग मालिक पर दबाव बढ़ा. अंततः बुधवार को नई स्टील सीढ़ी लगाई गई और बैंक तक सामान्य प्रवेश बहाल हो गया. ग्राहकों ने राहत जताई, खासकर वे लोग जिन्हें दो दिनों तक ट्रैक्टर वाली “एडवेंचर एंट्री” का सामना करना पड़ा.
वीडियो क्यों हुआ वायरल?
क्योंकि यह पहली बार था जब देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक तक पहुंचने के लिए लोगों को ट्रैक्टर और अस्थायी सीढ़ी पर निर्भर होना पड़ा. इसने यह सवाल भी उठाया कि- क्या ऐसे संवेदनशील संस्थानों पर कार्रवाई का कोई वैकल्पिक तरीका होना चाहिए? और क्या बैंक और बिल्डिंग मालिक को नोटिस के बाद ही कार्रवाई कर लेनी चाहिए थी?
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
First Published :
November 26, 2025, 17:40 IST

10 minutes ago
