UK's ‘Unite the Kingdom’ protest: यूके में धुर दक्षिणपंथी नेता टॉमी रॉबिन्सन ने जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लाखों की भीड़ को जुटाकर अपनी ताकत का एहसास कराया है. रॉबिन्सन की अगुवाई में निकाली गई 'यूनाइट द किंगडम' रैली में 1,50,000 से ज्यादा लोगों ने सेंट्रल लंदन में मार्च किया. आयोजकों ने इस कार्यक्रम को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विरोध का नाम दिया. इस विरोध प्रदर्शन को ब्रिटेन में बीते कुछ सालों में हुआ सबसे बड़ा दक्षिणपंथी शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है, जिसने लाखों की भीड़ को अपनी ओर आकर्षित किया.
एक आवाज पर निकल पड़ा हुजूम
प्रदर्शनकारियों ने यूनियन जैक, सेंट जॉर्ज के झंडे और लकड़ी के क्रॉस ले रखे थे. रॉबिन्सन के समर्थन में नारे गूंज रहे थे, साथ ही लेबर नेता कीर स्टारमर के खिलाफ अभद्र नारे भी लगाए गए. पुलिस ने कहा कि रॉबिन्सन के समर्थकों को स्टैंड अप टू रेसिज्म द्वारा आयोजित काउंटर-मार्च से अलग करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.
मार्च की वजह
अपनी रैली में उन्होंने ब्रिटिश सरकार को देश से सभी घुसपैठियों और अप्रवासियों को बाहर निकालने की मांग की है. रॉबिंसन की विराट रैली में इस्लामिक आतंकवाद पर चिंता जताते हुए बैनर लहराए गए. उन्होंने देश में बढ़े क्राइम ग्राफ की वजह बताते हुए सरकार से फौरन कोई फैसला लेने को कहा है.
कौन हैं टॉमी रॉबिंसन?
रॉबिन्सन ने कई सालों तक अदालतों और जेलों के चक्कर लगाए हैं, लेकिन शनिवार को वो वहीं वापस आ गए जहां वह रहते हैं. उन्होने एक बड़े विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनकर अपनी ताकत का अहसास कराया है. बार-बार कानूनी झटकों के बावजूद, रॉबिन्सन ब्रिटेन के राजनीतिक परिदृश्य में एक स्थायी सदस्य बने हुए हैं. उन्होंने 2009 में इंग्लिश डिफेंस लीग की स्थापना की, जो एक सड़क आंदोलन था जो अक्सर टकराव में बदल जाता था. उनका समूह जल्द ही हिंसक झड़पों और फुटबॉल गुंडागर्दी से जुड़ गया. रॉबिन्सन ने बढ़ते चरमपंथ की चिंताओं का हवाला देते हुए 2013 में नेता पद छोड़ दिया, लेकिन वे एक कार्यकर्ता और ऑनलाइन प्रचारक के रूप में बने रहे.
लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
उन पर मारपीट, बंधक धोखाधड़ी और अदालत की अवमानना के कई मामले दर्ज थे. साल 2018 में, उन्हें एक मुकदमे के बाहर लाइवस्ट्रीमिंग करने के लिए जेल हुई थी. 2024 में, उन्हें एक सीरियाई शरणार्थी के बारे में मानहानिकारक दावे दोहराने से रोकने वाले उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करने के लिए 18 महीने की सजा मिली. एक जज ने उनके कामों को अदालत के आदेशों का जानबूझकर कर किया गया उल्लंघन बताते हुए कहा कि वो कंटेप्ट ऑफ कोर्ट के दोषी है जिन्हें अपनी हरकतों पर कोई पछतावा नहीं है.
वित्तीय समस्याओं ने भी उनका पीछा किया है. 2021 में दिवालिया घोषित हुए. बड़ी रकम जुए में हार चुके हैं. ये कबूलने के बाद भी उनके फॉलोवर्स ने उन्हें हजारों पाउंड की फंडिग करते हुए दान दिया था.
फैन फॉलोविंग बढ़ रही
साल 2018 में ट्विटर से प्रतिबंधित होने के बाद, एलन मस्क के कार्यकाल में उन्हें फिर से बहाल किया गया और अब एक्स पर उनके एक मिलियन से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. आलोचकों के लिए, वे एक भड़काऊ व्यक्ति हैं जो विभाजन को बढ़ावा देते हैं. वहीं समर्थकों के लिए रॉबिंसन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राष्ट्रवादी होने के साथ-साथ देशभक्ति की भावना को बढ़ाने वाले पैरोकार हैं.