UK protest: ब्रिटेन में धुर दक्षिणपंथी नेता टॉमी रॉबिन्सन ने जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लाखों की भीड़ को जुटाकर एक बार फिर अपनी ताकत का एहसास कराया है. रॉबिन्सन की अगुवाई में निकाले गए मार्च में 1,50,000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. ये मार्च ब्रिटेन में प्रवासियों के विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ. मार्च में शामिल लोगों ने यूनियन जैक और लाल-सफेद सेंट जॉर्ज क्रॉस झंडे लहराए. कुछ लोगों ने अमेरिकी और इजरायली झंडे भी दिखाए. कुछ प्रदर्शनकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन से जुड़ी 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' वाली कैप लगाए थे.
एक आवाज पर निकल पड़ा हुजूम
प्रदर्शनकारियों ने यूनियन जैक, सेंट जॉर्ज के झंडे और लकड़ी के क्रॉस ले रखे थे. रॉबिन्सन के समर्थन में नारे गूंज रहे थे, साथ ही लेबर नेता कीर स्टा/रमर के खिलाफ अभद्र नारे भी लगाए गए. रॉबिन्सन ने X पर अपने संदेश में लिखा, 'हम अपनी आज़ादी के लिए एकजुट होकर सेंट्रल लंदन की 74सड़कों पर मौजूद हैं. लाखों लोग हमारे साथ हैं. अगर अप्रवासियों की समस्या पर काबू नहीं पाया गया तो ग्रेट ब्रिटेन को बड़ा नुकसान होगा.'
पीएम स्टार्मर के खिलाफ नारेबाजी
प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आलोचना करते हुए नारे लगाए और 'उन्हें घर भेजो' जैसे संदेश वाली तख्तियां भी दिखाईं. रैली में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी कन्जर्वेटिव नेता चार्ली कर्क की हाल ही में हुई हत्या पर भी शोक जताया. पुलिस ने कहा कि रॉबिन्सन के समर्थकों को स्टैंड अप टू रेसिज्म द्वारा आयोजित काउंटर-मार्च से अलग करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.
विरोध प्रदर्शन की वजह
रैली में उमड़े लाखों लोगों ने ब्रिटिश सरकार से देश में मौजूद सभी घुसपैठियों और अप्रवासियों को बाहर निकालने की मांग की है. रॉबिंसन की विराट रैली में इस्लामिक आतंकवाद पर चिंता जताते हुए बैनर लहराए गए. उन्होंने देश में बढ़े क्राइम ग्राफ की वजहें गिनाते हुए सरकार से फौरन एक्शन लेने की मांग की है. कुछ लोग इस प्रदर्शन में अपने बच्चों के साथ शामिल हुए.
कौन हैं टॉमी रॉबिंसन?
रॉबिन्सन ने कई सालों तक अदालतों और जेलों के चक्कर लगाए हैं, लेकिन शनिवार को वो वहीं वापस आ गए जहां वह रहते हैं. उन्होने एक बड़े विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनकर अपनी ताकत का अहसास कराया है. बार-बार कानूनी झटकों के बावजूद, रॉबिन्सन ब्रिटेन के राजनीतिक परिदृश्य में एक स्थायी सदस्य बने हुए हैं. उन्होंने 2009 में इंग्लिश डिफेंस लीग की स्थापना की, जो एक सड़क आंदोलन था जो अक्सर टकराव में बदल जाता था. उनका समूह जल्द ही हिंसक झड़पों और फुटबॉल गुंडागर्दी से जुड़ गया. रॉबिन्सन ने बढ़ते चरमपंथ की चिंताओं का हवाला देते हुए 2013 में नेता पद छोड़ दिया, लेकिन वे एक कार्यकर्ता और ऑनलाइन प्रचारक के रूप में बने रहे.
लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
उन पर मारपीट, बंधक धोखाधड़ी और अदालत की अवमानना के कई मामले दर्ज थे. साल 2018 में, उन्हें एक मुकदमे के बाहर लाइवस्ट्रीमिंग करने के लिए जेल हुई थी. 2024 में, उन्हें एक सीरियाई शरणार्थी के बारे में मानहानिकारक दावे दोहराने से रोकने वाले उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करने के लिए 18 महीने की सजा मिली. एक जज ने उनके कामों को अदालत के आदेशों का जानबूझकर कर किया गया उल्लंघन बताते हुए कहा कि वो कंटेप्ट ऑफ कोर्ट के दोषी है जिन्हें अपनी हरकतों पर कोई पछतावा नहीं है.
पैसे की किल्लत यानी वित्तीय समस्याओं ने भी उनको तनाव पहुंचाया, हालांकि उन्होंने इसकी जरा भी परवाह नहीं की. साल 2021 में दिवालिया घोषित हो चुके रॉबिन्सन जुए में करोड़ों रुपये हार चुके हैं. इसके बावजूद उनके फॉलोवर्स ने उनके लिए लाखों पाउंड का इंतजाम कर दिया था.
फैन फॉलोविंग बढ़ रही
2018 में ट्विटर से अकाउंट सस्पेंड होने के बाद उनका खाता एलन मस्क के राज में एक्टिव हुआ. फिलहाल एक्स पर उनके एक मिलियन से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. आलोचकों के लिए वो भड़काऊ बयानबाजी करने वाले आदमी हैं, जो विभाजन को बढ़ावा देते हैं. फैंस के लिए रॉबिंसन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुखर समर्थक और देशभक्ति की भावना बढ़ाने वाले पैरोकार हैं. समर्थकों के लिए वो 'रॉबिनहुड' से कम नहीं है.