Last Updated:April 25, 2025, 20:20 IST
Pahalgam Terror Attack Mastermind: पहलगाम में 22 अप्रैल को जिस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई, उसका मास्टरमाइंड आदिल हुसैन ठोकर था. आदिल ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर योजना बनाई. वह 2018 में पाकिस्तान गय...और पढ़ें

अनंतनाग का रहने वाला है आदिल हुसैन (News18)
हाइलाइट्स
आदिल हुसैन ठोकर पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था.आदिल ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर योजना बनाई.पहलगाम के आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई.नई दिल्ली: 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन इलाके में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई. अब जांच में जो नाम सबसे प्रमुखता से सामने आया है, वह है अनंतनाग के आदिल हुसैन ठोकर का. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक आदिल इस हमले का मास्टरमाइंड था और उसने लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित कमांडरों सैफुल्लाह कसूरी और अबू मूसा के साथ मिलकर इसकी योजना बनाई थी. आदिल की पृष्ठभूमि आम थी, लेकिन उसका झुकाव धीरे-धीरे कट्टरपंथ की ओर बढ़ता गया. 2018 में वह पाकिस्तान गया, वो भी वैध ट्रैवल डॉक्यूमेंट के जरिए. वहां से वह गायब हो गया और उसके बाद रिपोर्ट आई कि उसने लश्कर-ए-तैयबा जॉइन कर लिया है. इसके बाद वह लंबे समय तक नजर नहीं आया, लेकिन 2024 में उसकी गतिविधियां फिर से देखी गईं. उसे पहले राजौरी-पुंछ और फिर डोडा और किश्तवाड़ जैसे इलाकों में देखा गया. शुरुआती जांच में पता चला है कि वह हाल के महीनों में फिर से एलओसी पार कर भारत में घुसा था.
हमले से ठीक पहले दिखा था आदिल
बैसरन हमले से पहले आदिल को उसी इलाके में देखा गया था. वह अब हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर की छाया संगठन TRF के संपर्क में है. TRF ने ही हमले की जिम्मेदारी ली है. आदिल पहले भी कोकरनाग में हुए आतंकी हमले में मारे गए कमांडर उजैर के साथ जुड़ा हुआ था. हमले के दिन लगभग चार से पांच आतंकी शामिल थे. दो स्थानीय आतंकियों में एक नाम आदिल का है. हमलावर अमेरिकी M-4 और AK 47/56 राइफल्स से लैस थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने आदिल को गोलियां चलाते हुए पहचाना. आतंकियों ने हमले के बाद सेना की वर्दी में पहाड़ों की ओर भाग लिया.
ढहाया गया आदिल का घर
अब तक 19 ओवरग्राउंड वर्करों की पहचान हुई है, जो इस हमले में सहयोग कर रहे थे. ये सभी अनंतनाग जिले के रहने वाले हैं. गुरुवार को प्रशासन ने आदिल के घर पर कार्रवाई की. खोजी अभियान के दौरान वहां मौजूद विस्फोटकों के कारण एक धमाका हुआ, जिसमें घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया है. गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को इंद्र जल संधि को लेकर अहम बैठक बुलाई. इसमें विदेश मंत्री जयशंकर, जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. संधि फिलहाल निलंबित कर दी गई है.
ये हमला सिर्फ सुरक्षा में सेंध नहीं, बल्कि भारत की आंतरिक स्थिरता को प्रभावित करने की एक सुनियोजित साजिश थी. आदिल इसका चेहरा बना, लेकिन उसके पीछे मौजूद नेटवर्क अब एजेंसियों के निशाने पर है. सुरक्षा बलों ने आदिल और उसके साथियों की तलाश तेज कर दी है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 25, 2025, 20:17 IST