अब NATO और EU को दबाने की कोशिश में ट्रंप, प्रतिबंधों के जरिए रूस से बढ़ाना चाहते है इनकी दूरिया

2 hours ago

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नाटो और यूरोपीय देशों से रूस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया है. जानकारी के अनुसार ट्रंप ने मास्को से तेल खरीदना जारी रखने के लिए यूरोप की आलोचना भी की. पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि वे काम नहीं कर रहे हैं. नाटो को एकजुट होना होगा. यूरोप को एकजुट होना होगा. यूरोप मेरा मित्र है लेकिन यूरोप रूस  से तेल खरीद रहा है. मैं नहीं चाहता कि वे तेल खरीदें. ट्रंप ने कहा कि यूरोप रूस पर जो प्रतिबंध लगा रहे हैं, वे पर्याप्त कड़े नहीं हैं. मैं रूस पर और प्रतिबंध लगाने को तैयार हूं लेकिन यूरोप को मेरे कहने के अनुरूप अपने प्रतिबंधों को और कड़ा करना होगा. 

ट्रंप ने यूरोप के सामने रख दी ये शर्त

ट्रंप ने आगे कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब तक नाटो आगे नहीं बढ़ता तो आप आगे नहीं बढ़ेंगे. मैं आगे बढ़ने के लिए तैयार हूं लेकिन उन्हें रूस पर प्रतिबंध लगाना होगा. ट्रंप ने यूरोप को आड़े हाथों लेते कहा कि अभी आप बातें तो कर रहे हैं लेकिन प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं. उन्होंने रूस-अमेरिका से तरलीकृत प्राकृतिक गैस का आयात जारी रखने के लिए यूरोपीय देशों की भी आलोचना की. उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, यह समझौता नहीं है. समझौता यह है कि उन्हें प्राकृतिक गैस या सिगरेट की परवाह नहीं है, मुझे इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता. उन्हें रूस से  तरलीकृत प्राकृतिक गैस खरीदना ही नहीं चाहिए.

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नाटो देश रूस से तेल खरीदना करें बंद: ट्रंप

इस बीच, रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता के लिए शिखर सम्मेलन आयोजित करने को लेकर ट्रंप ने कहा कि चाहे आप इसे शिखर सम्मेलन कहें या सिर्फ एक मिलन समारोह, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मुझे शायद उन्हें एक-दूसरे से इतनी नफरत करवानी होगी कि वे लगभग बात ही न कर सकें. वे एक-दूसरे से बात करने में असमर्थ हैं. हाल ही में ट्रम्प ने नाटो देशों को एक पत्र लिखा कि जिसमें कहा गया कि मैं रूस पर बड़े प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हूं , जब सभी नाटो देश सहमत हो जाएंगे और ऐसा करना शुरू कर देंगे और जब सभी नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद कर देंगे.

इसके अलावा, ट्रंप ने प्रस्ताव रखा कि नाटो चीन पर 50 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगाए. उन्होंने आगे कहा कि रूस पर चीन का मजबूत नियंत्रण और पकड़ है और ये शक्तिशाली टैरिफ उस पकड़ को तोड़ देंगे. ट्रंप ने पूर्ववर्ती अमेरिकी प्रशासन की भी आलोचना करते हुए कहा कि यह ट्रंप का युद्ध नहीं है. ट्रंप ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता तो यह कभी शुरू ही नहीं होता. यह बाइडेन और जेलेंस्की का युद्ध है. मैं यहां केवल इसे रोकने और हजारों रूसी और यूक्रेनी लोगों की जान बचाने के लिए हूं 

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