नई दिल्ली: बहुत जल्द चांद पर न्यूक्लियर पावर प्लांट होगा. यह बात भले ही आपको हैरान करे, मगर निकट भविष्य में यह संभव होने जा रहा है. रूस चांद पर नयूक्लियर पावर प्लांट लगाने जा रहा है. इससे भी हैरानी की बात यह है कि इस काम में दो कट्टर दुश्मन एक-दूसरे के साथ होंगे. जी हां, रूस के चांद पर परमाणु प्लांट वाले प्लान में भारत और चीन भी उसका साथ देते नजर आएंगे. रूस के राज्य परमाणु निगम रोसाटॉम के नेतृत्व में इस परियोजना को बनाया जाना है. इस प्रोजेक्ट का मकसद चांद पर बिजली पैदा करना है.
दरअसल, यूरोएशियन टाइम्स की रिपोर्ट में रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी Tass का हवाला दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और चीन, रूस के साथ मिलकर चांद पर न्यूक्लियर पावर प्लांट लगा सकते हैं. रूसी समाचार एजेंसी टास (Tass) ने रोसातम (Rosatom) के चीफ एलेक्सी लिखाचेव के हवाले से यह जानकारी दी है. रोसातम रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी है, जिसके भारत के साथ भी संबंध हैं. रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में लिखाचेव ने कहा, ‘हमारे चीनी और भारतीय साझेदार इस प्रोजेक्ट में बहुत रुचि रख रहे हैं.’
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, भारत की इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी इसलिए भी अहम है, क्योंकि इंडिया 2040 तक चांद पर इंसानों को भेजने और वहां एक बेस बनाने की योजना पर काम कर रहा है. रूसी समाचार एजेंसी टास के मुताबिक, रोसातम की अगुवाई में बनने वाले इस न्यूक्लियर पावर प्लांट से आधा मेगावाट तक बिजली पैदा होगी, जो चांद पर बेस के लिए जरूरी ऊर्जा मुहैया कराएगा.
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FIRST PUBLISHED :
September 9, 2024, 06:22 IST