जिन पेजर्स ने हिजबुल्लाह को दे दिया सदमा, उनकी सामने आई सच्चाई; किस्मत को कोस रहे आतंकी

7 hours ago

Hezbollah Attacks: लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी फटने के बाद हिजबुल्लाह आतंकी समेत आम लोग भी खौफ के साये में जी रहे हैं. अब तक अलग-अलग घटनाओं में कुल 20 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं. इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया है कि हंगरी की जिस BAC कंसल्टिंग कंपनी ने इन पेजर्स को डिजाइन किया है, वह एक इजरायली शेल कंपनी है. बताया जा रहा है कि आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के कम्युनिकेशन नेटवर्क को तबाह करने के लिए इजरायल की खुफिया एजेंसियों ने इस हमले की प्लानिंग की थी.

BAC कंसल्टिंग को इन खतरनाक उपकरणों के निर्माण में शामिल लोगों की पहचान छिपाने के लिए डिज़ाइन किया गया था. कंपनी अलग-अलग क्लाइंट्स के लिए पेजर बनाती है लेकिन जो पेजर्स हिजबुल्लाह के लिए डिजाइन किए गए थे, उसमें फटने वाली बैटरियां लगाई गई थीं.

2022 में पहला बैच गया था लेबनान 

इन पेजर्स का पहला छोटा बैच साल 2022 में लेबनान भेजा गया था. हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के मोबाइल फोन की सार्वजनिक रूप से निंदा करने के बाद आतंकी संगठन के लोगों से पेजर्स का इस्तेमाल करने को कहा गया था ताकि इजरायल की निगरानी से बचा जा सके. इसके बाद उन्होंने BAC से हिजबुल्लाह आतंकियों के लिए पेजर्स बनाने को कहा. नसरल्लाह के आदेश के बाद लेबनान में पेजर्स शिपमेंट में तेजी आ गई. हिजबुल्लाह के अधिकारियों और साथियों को ये पेजर्स हजारों की तादाद में बांट दिए गए.

मंगलवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर्स में ब्लास्ट हो गया. इस दौरान लोगों के फोन पर एक मैसेज भी आया था. चश्मदीदों के मुताबिक एक के बाद दूसरे ब्लास्ट की वह से पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. अस्पतालों में घायलों का तांता लग गया. 

खौफ में जी रहे लेबनान के लोग

कई एक्सपर्ट्स ने कहा कि यह पेजर अटैक हिजबुल्लाह के लिए सदमे से कम नहीं था और इससे इस बात की भी चिंता बढ़ गई कि उनके कम्युनिकेशन नेटवर्क के साथ छेड़छाड़ हो चुकी है. लेबनान में कई लोग तो इस बात की आशंका जता रहे हैं कि अब आगे क्या होने वाला है. हिजबुल्लाह ने इस हमले का जवाब देने की बात कही है. 

कई एक्सपर्ट्स ने हिजबुल्लाह की ऑपरेशनल सिक्योरिटी पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है. हालांकि मोबाइल की तुलना में पेजर्स कम ट्रेसेबल है लेकिन इस हादसे की वजह से इन उपकरणों पर भी सवालियानिशान खड़ा हो गया है. 

Read Full Article at Source