अमेरिका से आए अवैध प्रवासियों को हरियाणा ने कैदियों वाली बस में घर क्यों भेजा?

3 weeks ago

Last Updated:February 16, 2025, 12:52 IST

US Deported Indians: अमेरिका से डिपोर्ट कर भेजे गए भारतीय नागरिकों का विमान शनिवार रात अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि 'हरियाणा सरकार ने अपने नागरिकों को कैदियों की बसों में भेज दिया,...और पढ़ें

अमेरिका से आए अवैध प्रवासियों को हरियाणा ने कैदियों वाली बस में घर क्यों भेजा?

अमृतसर में उतरा अमेरिकी विमान.

US Deports Indians: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 116 भारतीय प्रवासियों का दूसरा जत्था शनिवार देर रात भारत पहुंचा. इनमें से 33 लोग हरियाणा के थे. लेकिन, हरियाणा सरकार ने उन्हें घर पहुंचाने के लिए जो इंतजाम किया, उस पर विवाद खड़ा हो गया. नायब सैनी सरकार ने इन प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कैदियों को लाने-ले जाने वाली वाली बसों का इस्तेमाल किया. पंजाब के नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा, ‘मैं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से अपील करता हूं कि वे निर्वासित भारतीयों को लाने के लिए कैदियों की बस न भेजें. ये कोई अपराधी नहीं हैं.

धालीवाल का कहना था कि हरियाणा सरकार के किसी भी मंत्री ने अमृतसर एयरपोर्ट पर आकर अपने नागरिकों का स्वागत नहीं किया, जबकि पंजाब सरकार के मंत्री और खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान वहां मौजूद थे. हालांकि, हरियाणा प्रशासन की तरफ से अभी तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है.

#WATCH | Punjab | The second batch of illegal Indian immigrants who were deported from the US and brought to Amritsar today are now being sent to their respective states.

Visuals of immigrants from Haryana taken from Amritsar airport. pic.twitter.com/Y9on7i8KbA

— ANI (@ANI) February 16, 2025

अमेरिका से भारत लौटे प्रवासी

शनिवार देर रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक विशेष विमान उतरा, जिसमें 116 भारतीय नागरिक थे. ये वे लोग थे, जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे और वहां की सरकार ने इन्हें डिपोर्ट कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, इन 116 में से 65 लोग पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 2-2 उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान, और 1-1 हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर से थे. अधिकांश लोग 18 से 30 वर्ष की आयु के थे और बेहतर भविष्य की तलाश में अमेरिका गए थे. पिछले महीने भी इसी तरह 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट किया गया था, जिनमें से हरियाणा और गुजरात के 33-33 लोग शामिल थे.

अवैध प्रवासियों की दर्दनाक कहानी

अमेरिका में डिपोर्ट किए गए इन युवाओं की कहानी बेहद दर्दनाक है. अधिकतर लोगों ने बताया कि वे बेहतर जीवन और अवसरों की तलाश में अमेरिका गए थे, लेकिन उन्हें उनके एजेंट्स ने धोखा दिया. गुरजिंदर सिंह (27) के परिवार ने बताया कि उन्होंने उसे विदेश भेजने के लिए एक एकड़ जमीन बेचकर 50-55 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन वह अमेरिका पहुंचने के बाद अवैध आप्रवासी घोषित कर दिया गया.

इसी तरह, दलजीत सिंह की पत्नी कमलप्रीत कौर ने कहा, ‘ट्रैवल एजेंट ने हमें धोखा दिया. उन्होंने कहा था कि मेरे पति को कानूनी तरीके से अमेरिका भेजा जाएगा, लेकिन बाद में अवैध तरीके से ले गए.’ इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि कई युवाओं ने अमेरिका पहुंचने के लिए 40-40 लाख रुपये खर्च किए थे, लेकिन वे वहां गिरफ्तार कर लिए गए और हाथ-पैरों में बेड़ियां डालकर भारत भेज दिया गया.

पंजाब सरकार ने की मदद, भगवंत मान ने दिया बयान

पंजाब सरकार ने अपने नागरिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की थी. मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे और प्रवासियों से मुलाकात की. मान ने कहा, ‘हम इन युवाओं को उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हरियाणा सरकार ने अपने नागरिकों को कैदियों की बसों में भेज दिया, लेकिन हमने हरियाणा के नागरिकों को भी ले जाने की पेशकश की थी.’ उन्होंने यह भी कहा कि अन्य राज्यों के लोग अमृतसर से दिल्ली भेजे जाएंगे, जहां से उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.

अब ट्रैवल एजेंट्स पर होगी कार्रवाई

पंजाब सरकार ने अवैध आप्रवासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया है. मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने निर्वासित युवाओं से कहा कि वे उन ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं, जिन्होंने उनके साथ धोखाधड़ी की. उन्होंने कहा, ‘हम ट्रैवल एजेंट्स को सलाखों के पीछे भेजेंगे ताकि भविष्य में कोई और परिवार बर्बाद न हो.’ (एजेंसी इनपुट)

Location :

Amritsar,Punjab

First Published :

February 16, 2025, 12:52 IST

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