इंडिगो क्राइसिस: सरकार सख्त, रात 8 बजे तक रिफंड और 48 घंटे में बैगेज डिलीवर

9 hours ago

Indigo Crisis Latest Updates: देशभर में इंडिगो के ऑपरेशनल संकट ने जिस तरह लाखों यात्रियों को परेशान किया, उससे नाराज सरकार अब पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर आई है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने एयरलाइन संकट पर सख्त आदेश दिए हैं. आदेश में कहा गया है कि रात 8 बजे तक हर यात्री का रिफंड पूरा करो. साथ ही 48 घंटे में हर बैगेज घर तक पहुंचाओ और प्रभावित रूट्स पर किराए को कैप में लाओ. सरकार के इन फैसलों ने साफ कर दिया है कि इस बार लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है और लोगों की परेशानी को तेजी से कम करना ही पहली प्राथमिकता है.

इसी अफरातफरी के बीच एक और एंगल ने संकट को और खराब बना दिया. इंडिगो के पायलटों के नाम से जारी एक वायरल ‘ओपन लेटर’ सामने आया. इसमें दावा किया गया कि एयरलाइन का यह हाल अचानक नहीं हुआ बल्कि सालों की गलतियों का नतीजा है. और जब ऑपरेशन ध्वस्त हो रहा था, CEO पीटर एल्बर्स अपने नीदरलैंड्स स्थित घर में छुट्टियां मना रहे थे. हालांकि यह लेटर अनवेरिफाइड है, लेकिन इसकी टाइमिंग ने हालात को और गंभीर बना दिया.

क्यों लिया सरकार ने इतना सख्त एक्शन?

इंडिगो की उड़ानें 5 दिसंबर को 706 से उछलकर 6 दिसंबर को 1,565 हुईं, और आज 1,650 के पार जाने का अनुमान है. लेकिन पिछले सप्ताह के भारी कैंसिलेशन ने देशभर में एयरपोर्ट्स पर भीड़, बैगेज मिसहैंडलिंग, और किराये में बेतहाशा बढ़ोतरी जैसे हालात पैदा कर दिए थे. सरकार इसे सिस्टम फेलियर कहने को तैयार नहीं थी, इसकी जगह उसने तुरंत सुधार का रास्ता चुना.

क्या है मामला? सरकार ने खींच दी लक्ष्मण रेखा

सरकार ने इंडिगो को साफ आदेश दिए हैं कि रद्द और अत्यधिक विलंबित उड़ानों के सभी रिफंड आज रात 8 बजे तक क्लियर कर दिए जाएं. मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि आगे किसी भी रीशेड्यूलिंग के लिए एयरलाइन यात्रियों से एक रुपया भी अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकेगी.

DGCA ने CEO को नोटिस भेजा है और एयरलाइन से तत्काल सुधारात्मक कदम मांगे हैं. (Image: Social Media)

यह सख्ती क्यों?

क्योंकि मंत्रालय के कंट्रोल रूम में पिछले तीन दिनों में सबसे ज्यादा शिकायतें रिफंड, बैगेज और फेयर स्पाइक की ही थीं.

सरकार ने इंडिगो को जिन चार मोर्चों पर त्वरित एक्शन के आदेश दिए, वे इस प्रकार हैं: रिफंड: सभी यात्रियों की रकम आज शाम 8 बजे तक वापस. किराया कैप: प्रभावित रूट्स पर तत्काल प्रभाव से कैप लागू. बैगेज: 48 घंटे के भीतर हर मिस्ड बैग की डिलीवरी. कस्टमर सपोर्ट: विशेष सपोर्ट सेल और कंट्रोल रूम सक्रिय.

कैसे बना हालात बिगड़ने का कारण? पायलटों का दावा सामने आया

इसी संकट के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित इंडिगो पायलटों के ओपन लेटर ने एयरलाइन के अंदरूनी हालात पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. लेटर के अनुसार, इंडिगो एक दिन में नहीं टूटा, यह सालों से बन रहा था. लेटर में दावा है कि कंपनी में थकावट, कम स्टाफ, असंभव रोस्टर और शिकायत उठाने पर दबाव जैसी समस्याएं लंबे समय से मौजूद थीं.

मैनेजमेंट पर आरोप?

लेटर में जिन 8 वरिष्ठ अधिकारियों पर संकट के लिए जिम्मेदारी डाली गई है, उनकी सूची इस प्रकार दी गई है:

CEO पीटर एल्बर्स- आरोप: संकट के दौरान नीदरलैंड्स में छुट्टी जेसन हर्टर – SVP, OCC आदिति कुमारी तपस डे राहुल पाटिल इसिडोर पोरकेरस – COO अशिम मित्रा – SVP, Flight Operations अक्षय मोहन

लेटर में आरोप है कि गलत लोगों को ऊंचे पद देकर कंपनी की संस्कृति को कमजोर किया गया.

संकट के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित इंडिगो पायलटों के ओपन लेटर ने एयरलाइन के अंदरूनी हालात पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

सरकार vs इंडिगो? नहीं फोकस सिर्फ यात्रियों की सुविधा पर

मंत्रालय ने यह साफ किया है कि उसका लक्ष्य पनिशमेंट देना नहीं बल्कि स्थिति सामान्य करना है. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई और गोवा के एयरपोर्ट डायरेक्टर्स ने बताया कि आज स्थिति पूरी तरह सामान्य रही, चेक-इन और सुरक्षा कतारों में भीड़ नहीं देखी गई.

24×7 कंट्रोल रूम लगातार

एयरपोर्ट की स्थिति क्रू रोस्टरिंग यात्री शिकायत और ऑपरेशनल स्टेबिलिटी
पर निगरानी रख रहा है.

क्या आगे और सख्ती होगी?

DGCA पहले ही CEO पीटर एल्बर्स को शो-कॉज नोटिस जारी कर चुका है. अगर इंडिगो निर्देशों में चूक करता है, तो आगे बड़ी कार्रवाई की संभावना से इंकार नहीं किया गया है. सरकार ने कहा यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

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