इन शहरों के लोगों को 3000 के फास्‍टैग पास का नहीं मिलेगा फायदा, देखें लिस्‍ट

5 hours ago

Last Updated:June 19, 2025, 09:14 IST

Toll Plaza News- सड़क परिवहन मंत्रालय ने 3000 रुपये सालाना पास का ऐलान किया है जिससे 200 ट्रिप एनएच टोल प्लाजा पर फ्री होंगी, लेकिन यह नियम एक्सप्रेसवे पर लागू नहीं होगा.

इन शहरों के लोगों को 3000 के फास्‍टैग पास का नहीं मिलेगा फायदा, देखें लिस्‍ट

कई एक्‍सप्रेसवे इस लिस्‍ट से बाहर हैं.

हाइलाइट्स

कई राज्‍य सरकारों के एक्‍सप्रेसवे हैताज और यमुना एक्‍सप्रेसवे पर भी नहीं चलेगा पासयहां पहले जैसा टोल चुकाना होगा

नई दिल्‍ली. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 3000 रुपये सालाना पास का ऐलान किया है. इससे सालभर में आप 200 ट्रिप एनएच के टोल प्‍लाजा में फ्री में गुजर सकते हैं. इससे उन लोगों को फायदा होगा, जो एनच के टोल से गुजरते हैं, लेकिन देश में बहुत से एक्‍सप्रेसवे और हाईवे ऐसे हैं, जिन पर आपको पहले जैसा टोल चुकाना होगा. ये हाईवे और एक्‍सप्रेसवे कौन कौन से हैं, आइए जानें-

देश में कई हाईवे और एक्सप्रेसवे राज्य सरकारों या BOT मॉडल के तहत निजी कंपनियों द्वारा बनाए और ऑपरेट किए जा रहे हैं. उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे UPEIDA के तहत हैं. इसी तरह, महाराष्ट्र में मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे (समृद्धि महामार्ग) भी MSRDC द्वारा BOT मॉडल पर आपरेट हैं. ये सभी परियोजनाएं NHAI से अलग हैं, इसलिए इन पर नया फास्टैग नियम लागू नहीं होगा.

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) राज्य के अधिकांश एक्सप्रेसवे का निर्माण और संचालन करता है. उत्‍तर प्रदेश में: गंगा एक्सप्रेसवे: लंबाई: 594 किमी (मेरठ से प्रयागराज). यह राज्य सरकार की परियोजना है, इसलिए नया फास्टैग नियम इस पर लागू नहीं होगा. इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: लंबाई: 340.8 किमी (लखनऊ से गाजीपुर), बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: लंबाई: 296 किमी (चित्रकूट से इटावा) आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: लंबाई: 302 किमी शामिल है.

महाराष्ट्र

मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, जिसे यशवंतराव चव्हाण एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) द्वारा ऑपरेशन है. यह भारत का पहला छह-लेन एक्सप्रेसवे है, जिसका निर्माण बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मॉडल के तहत हुआ. चूंकि यह NHAI के तहत नहीं आता. लंबाई 94.5 किमी.
मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे (समृद्धि महामार्ग) लंबाई 701 किमी, मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे- लंबाई: 379 किमी (महाराष्ट्र हिस्सा).

कर्नाटक

कर्नाटक सड़क विकास निगम लिमिटेड (KRDCL) और सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) प्रमुख परियोजनाओं का प्रबंधन करते हैं. बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे- लंबाई 119 किमी , शिवमोग्गा-हावेरी एक्सप्रेसवे- लंबाई: 200 किमी (लगभग) प्रस्तावित,

तमिलनाडु

तमिलनाडु सड़क विकास कंपनी (TNRDC) और राज्य राजमार्ग विभाग प्रमुख परियोजनाएं संचालित करते हैं. चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे (TNRDC हिस्सा)- लंबाई: 262 किमी (तमिलनाडु हिस्सा)
ईस्ट कोस्ट रोड (ECR)-लंबाई: 160 किमी (चेन्नई से पुदुचेरी).

गुजरात

गुजरात राज्य सड़क विकास निगम (GSRDC) कई परियोजनाएं संभालता है. अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे-दलंबाई: 93.1 किमी, राजकोट-जामनगर एक्सप्रेसवे: लंबाई: 117 किमी

अन्य राज्य

आंध्र प्रदेश: अमरावती-अनंतपुर एक्सप्रेसवे (176 किमी, निर्माणाधीन).

केरल: कोच्चि-मदुरै एक्सप्रेसवे (227 किमी, प्रस्तावित).

Location :

New Delhi,Delhi

homebusiness

इन शहरों के लोगों को 3000 के फास्‍टैग पास का नहीं मिलेगा फायदा, देखें लिस्‍ट

Read Full Article at Source