कोडाइकनाल को पहाड़ों की राजकुमारी कहा जाता है, और यह शहर अपने आकर्षण के कारण हर मौसम में पर्यटकों का स्वागत करता है. तमिलनाडु के इस सुंदर हिल स्टेशन में न केवल राज्य के लोग आते हैं, बल्कि केरल, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों के अलावा विदेशों से भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. कोडाइकनाल में पर्यटक नक्षत्र झील, गुना गुफा जैसी जगहों का आनंद लेते हैं और यहां की प्राकृतिक सुंदरता में खो जाते हैं.
कोडाइकनाल को प्लास्टिक मुक्त बनाना क्यों जरूरी?
कोडाइकनाल की हरियाली और पर्यावरण की रक्षा के लिए इसे प्लास्टिक मुक्त बनाना आवश्यक हो गया है. इसी उद्देश्य से चेन्नई हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार कोडाइकनाल में 5 लीटर से कम की प्लास्टिक बोतलों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अनुपालन में जिला और स्थानीय स्तर पर एक निगरानी समिति का गठन किया गया है जो प्लास्टिक के उपयोग को रोकने में जुटी है.
पर्यटकों और दुकानदारों पर निगरानी का असर
स्थानीय निगरानी टीम अब समय-समय पर कोडाइकनाल की दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण कर रही है. नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित दुकानदारों पर जुर्माना लगाया जा रहा है और प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी जा रही है. पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भी प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि कोडाइकनाल की सुंदरता और पर्यावरण को बचाया जा सके.
प्लास्टिक मुक्त अभियान के लिए हरित कर का आदेश
मद्रास उच्च न्यायालय ने कोडाइकनाल को प्लास्टिक मुक्त बनाने के अभियान को और सख्ती से लागू करने के लिए हाल ही में आदेश दिया है कि 5 लीटर से कम की प्लास्टिक बोतलों का उपयोग करने वाले पर्यटकों, व्यापारियों और स्थानीय विक्रेताओं पर प्रति बोतल 20 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. यह हरित कर डिंडीगुल जिले के कोडाइकनाल नगर पालिका, फरमानकाडु नगर पालिका और आसपास के गांवों में लागू होगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 14, 2024, 16:43 IST