इस्लाम कुबूल है! चेतराम अब इकराम तो रेखा बनी रुखसार, दलित परिवार ने बदला धर्म

4 hours ago

नूंह. हरियाणा के नूंह जिले में अनुसूचित जाति के हिंदू परिवार का इस्लाम कबूल करने का मामला सुर्खियों में है. राजमिस्त्री का काम करने वाले चेतराम अब मोहम्मद इकराम हैं. पत्नी रेखा अब रुखसार बन चुकी हैं. इनके तीन बच्चे भी धर्म और नाम बदल चुके हैं.हालांकि, चेतराम के भाई सतबीर की शिकायत पर नगीना थाने में शाहिद और सिराजुद्दीन नाम के दो व्यक्तियों पर केस दर्ज है. आरोप है कि लालच और दबाव देकर चेतराम का धर्मांतरण करवाया गया. हिंदू संगठनों ने नगीना थाने में खूब हंगामा किया. उस वक्त चेतराम का परिवार थाने में पुलिस सुरक्षा में था.

पुलिस ने चेतराम और उसकी पत्नी के नूंह कोर्ट में बयान दर्ज कराए. इसमें उन्होंने कहा कि मर्जी से इस्लाम कबूला है, किसी का कोई दबाव नहीं. इसके बाद से यह परिवार भूमिगत है. जबकि हिंदू संगठन इन्हें वापस अपने धर्म में लाने की कोशिशें कर रहे हैं. इसी बीच चेतराम और रेखा के वीडियो सामने आए. इनमें वो कह रहे हैं कि हमने मर्जी से इस्लाम कबूला और इसी में रहेंगे. ये वीडियो कहां बनाए गए, किसने बनाए और किसने वायरल किए, ये अभी स्पष्ट नहीं है.

मरोड़ा में ज्यादातर मुस्लिम, सिर्फ 15 SC परिवार

नूंह के गांव मरोड़ा मुस्लिम बाहुल्य है. 6,000 आबादी वाले गांव में करीब 200 हिंदू वोटर हैं. इन्हीं में से 15 परिवार अनुसूचित जाति (SC) के हैं, जिनमें एक परिवार चेतराम का है. 45 वर्षीय चेतराम राजमिस्त्री (चिनाई) का काम करता है. पत्नी रेखा, 21 साल का बेटा शिवम, 18 साल की बेटी और 8 साल का एक बेटा अरुण है. पांच सदस्यों का यह परिवार एक कमरे के छोटे से मकान में रहता था. घर की हालत कुछ ज्यादा ठीक नहीं हैं. चेतराम का छोटा भाई सतबीर और अन्य परिजन भी गांव में ही रहते हैं. मरोड़ा से 5 किलोमीटर दूर गांव अटेरना है. चेतराम करीब 6 साल से इसी गांव में दिहाड़ी करने जाता था. खासकर शाहिद के घर में निर्माण का काम करता आ रहा था.

कई महीनों से चेतराम दाढ़ी बढ़ाने लगा था

सतबीर बताते हैं कि चेतराम ने कुछ समय से हिंदू तीज-त्योहार मनाने बंद कर दिए थे. ब्रज मंडल नजदीक होने की वजह से क्षेत्र में होली धूम-धाम से मनाई जाती है. चेतराम ने इस बार न तो किसी पर रंग डाले और न डलवाए. परिवार को कुछ अजीब लगा, लेकिन सोचा उसका मन नहीं होगा. कई महीनों से चेतराम दाढ़ी बढ़ाने लगा था, हमने सोचा- वैसे ही बढ़ा रहा होगा. 25 अगस्त को चेतराम बीवी रेखा और तीनों बच्चों के साथ घर से बिना किसी को बताए निकल गया. भाइयों ने देखा कि चेतराम के घर पर ताला लगा था. सतबीर की पत्नी ने अपनी जेठानी रेखा के मोबाइल पर कॉल लगाई. पूछा अचानक ताला लगाकर कहां चले. जवाब मिला- घूमने निकले हैं. हालांकि यह नहीं बताया कि कहां गए हैं और कब लौटेंगे.

26 अगस्त को चेतराम ने पलवल में रहने वाले अपने साले के मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप मैसेज भेजा, जिसे देख उसे झटका लगा. क्योंकि इसमें नोटरी से सत्यापित शपथपत्र थे. इसमें इस्लाम कबूलने की बात कही गई थी. चेतराम अब मोहम्मद इकराम, रेखा अब रुखसार और बड़े बेटे शिवम के मोहम्मद माहिर बनने की बात थी. इसके अलावा बाकी दो बच्चों के नाम शबनम और रेहान लिखे थे. चेतराम और शिवम के शपथपत्र ही सामने आए हैं, बाकियों के नहीं. चेतराम के साले ने ये शपथपत्र सतबीर को भेजे. यह देखकर सतबीर के पांव तले जमीन खिसक गई.

इस्लाम धर्म की अच्छाई से प्रभावित

चेतराम के शपथपत्र में लिखा- इस्लाम धर्म की अच्छाई से प्रभावित होकर अपनी मर्जी से बगैर किसी डर या लालच के खुद, पत्नी व बेटी-बेटे के साथ इस्लाम कबूल लिया है. अब नाम चेतराम से मोहम्मद इकराम हो गया है. भविष्य में इसी नाम से पुकारा जाए. यह भी लिखा-किसी संस्था, व्यक्ति विशेष या ग्रुप का कोई दबाव नहीं रहा. अब पिछले धर्म से कोई संबंध नहीं रहेगा. ना ही कुनबा-काबिल या रिश्तेदारों से कोई संबंध रहेगा. हमने हिंदू धर्म से संबंधित सभी मान्यताओं और रिश्तों को अपनी मर्जी से त्याग दिया है.

शपथ पत्र सामने आते ही पूरा परिवार चेतराम को ढूंढने लगा

“शपथ पत्रों पर 3 अप्रैल 2025 की तारीख लिखी है. चेतराम और शिवम के शपथपत्रों पर सिराजुद्दीन पुत्र हुसैन खान ने बतौर गवाह साइन किए हैं. सिराजुद्दीन मरोड़ा गांव से करीब 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित राजाका गांव का रहने वाला है. चेतराम के भाई सतबीर ने अपनी शिकायत में सिराजुद्दीन का नाम भी लिखा है. नगीना थाने में दर्ज केस में शाहिद के अलावा सिराजुद्दीन भी नामजद है. शपथ पत्र सामने आते ही पूरा परिवार चेतराम को ढूंढने लगा. गांव के कुछ मुस्लिम युवकों ने बताया कि चेतराम परिवार के साथ नगीना के बड़कली चौक के पास 3 कमरों के बड़े और नए मकान में रह रहा है. दिल्ली – अलवर रोड पर जिस जमीन पर यह मकान बना है, वो एकदम रोड के किनारे है और काफी कीमती है.

बताया जा रहा है कि यह शाहिद की जमीन है और इस मकान का निर्माण राजमिस्त्री चेतराम से ही करवाया. 26 अगस्त को ही सतबीर और अन्य परिजनों ने चेतराम से संपर्क किया. चेतराम ने कहा कि इस्लाम अपना लिया है, यहीं रहेगा. इसके बाद सतबीर ने नगीना थाने में शिकायत दर्ज कराई.

परिवार को सुरक्षा में लिया और थाने ले आए

सतबीर की शिकायत पर FIR दर्ज होने के बाद 26 अगस्त शाम को ही नगीना पुलिस ने चेतराम उर्फ इकराम के परिवार को सुरक्षा में लिया और थाने ले आए. इसकी भनक लगते ही हिंदू संगठन थाने में जुटने शुरू हो गए. देखते ही देखते ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के संयोजक नत्थू राम गुर्जर, विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री खिलोनी राम शर्मा, मरोड़ा गोशाला संचालक परमार्थी समेत हिंदू संगठनों के सैकड़ों लोग थाने पहुंच गए. आधी रात तक थाने में गहमा-गहमी रही. हिंदू संगठनों ने चेतराम के परिवार से बात की.

सतबीर की शिकायत पर शाहिद और सिराजुद्दीन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 127 (6) के तहत केस दर्ज हुआ है. यह धारा “गलत तरीके से कारावास” के अपराध से संबंधित है, विशेष रूप से गुप्त कारावास को अपराध बनाती है. यानि जो कोई भी किसी व्यक्ति को गलत तरीके से इस तरह से कैद करता है कि वह व्यक्ति उस कारावास के बारे में किसी भी ऐसे व्यक्ति को, जिसे उसमें रुचि हो, या किसी लोक सेवक को, या उसके कारावास के स्थान को पता न चलने दे, वह इस धारा के तहत दंडनीय होगा. इस अपराध के लिए तीन साल तक की जेल की सजा और जुर्माना हो सकता है, और यह धारा 127 के अन्य उपबंधों के अतिरिक्त एक सजा है.

परिवार के नूंह कोर्ट में बयान दर्ज कराए

27 अगस्त को नगीना पुलिस ने चेतराम उर्फ इकराम और उसके परिवार के नूंह कोर्ट में बयान दर्ज कराए. पुलिस के मुताबिक, कोर्ट में भी परिवार ने यही कहा है कि मर्जी से बगैर किसी दबाव या लालच ने इस्लाम अपनाया है. बयानों के बाद से चेतराम उर्फ इकराम का परिवार भूमिगत है. वो कहां गए, किसी को नहीं पता. बताया ये भी जा रहा है कि वो जान का खतरा बता पुलिस प्रोटेक्शन चाह रहे हैं.

नूंह में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ पंचायत

नूंह जिले में लगातार हिंदू समाज के लोगों के जबरन धर्मांतरण के मामलों को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में रविवार को शहर स्थित हिंदू विद्या निकेतन विद्यालय में एक पंचायत का आयोजन किया गया. इस पंचायत में विशेष रूप से अनुसूचित जाति समाज के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे. पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि नूंह जिले में सुनियोजित तरीके से हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और गरीब तथा कमजोर वर्ग के लोगों का जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

पंचायत में प्रशासन से मांग की गई कि ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई की जाए और धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कानून लागू किया जाए.समाज के नेताओं ने कहा कि यदि प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए तो हिंदू समाज को मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. पंचायत में यह भी तय किया गया कि मामले को लेकर उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा और यदि जरूरत पड़ी तो जिलेभर में महापंचायत बुलाई जाएगी.

नूंह में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ पंचायत

नूंह जिले में लगातार हिंदू समाज के लोगों के जबरन धर्मांतरण के मामलों को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में रविवार को शहर स्थित हिंदू विद्या निकेतन विद्यालय में एक पंचायत का आयोजन किया गया. इस पंचायत में विशेष रूप से अनुसूचित जाति समाज के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे.

तो हिंदू समाज को मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा

पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि नूंह जिले में सुनियोजित तरीके से हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और गरीब तथा कमजोर वर्ग के लोगों का जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पंचायत में प्रशासन से मांग की गई कि ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई की जाए और धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कानून लागू किया जाए.समाज के नेताओं ने कहा कि यदि प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए तो हिंदू समाज को मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. पंचायत में यह भी तय किया गया कि मामले को लेकर उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा और यदि जरूरत पड़ी तो जिलेभर में महापंचायत बुलाई जाएगी. इस मामले में हिन्दू समाज की एक कमेटी का गठन किया गया है, जो मंगलवार को डीसी अखिल पिलानी के मार्फ़त सीएम के नाम ज्ञापन सौपेगी.

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