Israel attack on Qatar: हमास (Hamas) को जड़ से मिटाने के लिए इजरायल किसी भी हद से गुजरने में परहेज नहीं कर रहा. जहां उसे हमास के आतंकवादी होने का जरा सा भी खटका लगता है वहीं मिसाइल दाग देता है. ईरान और लेबनान को घर में घुसकर मारने के बाद एक और डेयरिंग कदम बढ़ाते हुए इजरायली फौजों ने कतर पर बम गिरा दिया. इजरायल ने कतर पर हवाई हमला करके हमास के राजनीतिक नेताओं को मारने की कोशिश की, जिससे मध्य पूर्व में उसकी सैन्य कार्रवाई और तेज़ हो गई.
क़तर ने की निंदा
अमेरिका ने इसे एकतरफ़ा हमला बताया जो अमेरिकी और इज़राइली हितों को आगे नहीं बढ़ाता. इज़राइल ने जहां अपने हमलों को जायज़ बताया, वहीं कतर ने कहा कि इज़राइल विश्वासघाती है और उनका पूरा देश आतंकवाद में लिप्त है. कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने कहा कि हवाई हमलों से हमास और इज़राइल के बीच कतर द्वारा मध्यस्थता की जा रही शांति वार्ता पटरी से उतरने का खतरा है.
क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके विचार में हमास पर हमला एक उचित लक्ष्य है, लेकिन उन्हें इस बात का दुख है कि यह हमला खाड़ी अरब राज्य में हुआ, जो वाशिंगटन का एक प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी है और जहां इस फिलिस्तीनी इस्लामी समूह का लंबे समय से राजनीतिक आधार रहा है.
FAQ-
सवाल-किस बात का खतरा?
जवाब- इस हमले की सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोपीय संघ ने निंदा की है, और इससे गाजा युद्धविराम वार्ता और लगभग दो साल पुराने संघर्ष को बातचीत के ज़रिए समाप्त करने के ट्रंप के प्रयासों के पटरी से उतरने का खतरा है.
सवाल- अमेरिका और कतर के कैसे रिश्ते हैं?
जवाब- कतर, संयुक्त राज्य अमेरिका का एक सुरक्षा साझेदार है और मध्य पूर्व में सबसे बड़े अमेरिकी सैन्य अड्डे, अल-उदीद एयर बेस का मेज़बान है. इसने गाजा में युद्धविराम के लिए इज़राइल और हमास के बीच वार्ता में मिस्र के साथ मध्यस्थ की भूमिका निभाई है, जो कि लगातार मुश्किल होता जा रहा है.