Last Updated:October 18, 2025, 18:48 IST
कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया ने 'सनातनियों' पर हमला बोला. वहीं, मंत्री प्रियांक खरगे लगातार आरएसएस पर हमलावर हैं. बीजेपी ने भाजपा ने पलटवार किया है.

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को ‘सनातनियों’ से दूरी बनाकर रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि आरएसएस और संघ परिवार ने हमेशा डॉ. आंबेडकर और उनके संविधान का विरोध किया. उन्होंने लोगों से कहा कि ‘जो समाज के लिए खड़े हैं, उन्हीं के साथ रहो.’ इस बयान ने दक्षिण भारत की राजनीति में आग लगा दी. इसी बीच, मंत्री प्रियांक खरगे ने चित्तपुर में आरएसएस के बैनर और झंडे हटवाने का आदेश दिया, जिससे भाजपा भड़क गई. भाजपा नेताओं ने उन पर ‘तानाशाही’ का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार संघ की गतिविधियों को रोकने के नाम पर हिंदू संगठनों को दबा रही है.
‘संविधान विरोधी हैं सनातनी और संघ परिवार’
मैसूरु विश्वविद्यालय में भाषण देते हुए सिद्धारमैया ने आरएसएस और ‘सनातनी’ समूहों पर तीखा वार किया. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर और उनके बनाए संविधान का विरोध किया था. उन्होंने लोगों से अपील की, ‘अपनी संगति ठीक रखो. समाज के लिए काम करने वालों के साथ रहो, उन लोगों के साथ नहीं जो बदलाव के विरोधी हैं या सनातनी हैं.’
सीएम ने हाल ही में हुई उस घटना का जिक्र भी किया जब एक व्यक्ति ने चीफ जस्टिस बी.आर. गवई पर जूता फेंका था. उन्होंने कहा, ‘ये दिखाता है कि समाज में आज भी कट्टर सनातनी और रूढ़िवादी मानसिकता जिंदा है. ऐसे कृत्यों की निंदा सबको करनी चाहिए, तभी समाज आगे बढ़ेगा.’
‘संविधान के विरोधी’ कांग्रेस का आरोप, संघ की पुरानी छवि पर हमला
सिद्धारमैया ने कहा कि आरएसएस और उसके सहयोगी संगठन लंबे समय से संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि भाजपा और संघ परिवार आंबेडकर के नाम पर झूठ फैला रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘वे कहते हैं कांग्रेस ने आंबेडकर को चुनाव में हराया, लेकिन सच्चाई ये है कि आंबेडकर ने खुद लिखा था – सावरकर और डांगे ने मुझे हराया.’
सिद्धारमैया ने आंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की स्थापना का जिक्र करते हुए कहा कि इसका मकसद युवाओं को आंबेडकर के विचारों पर चलने की प्रेरणा देना है.
चित्तपुर में आरएसएस के झंडे हटे, भाजपा भड़की
इसी दिन कर्नाटक के चित्तपुर में आरएसएस के ‘पथ संचलन’ से पहले बैनर, झंडे और पोस्टर हटाए गए. ये इलाका मंत्री प्रियांक खरगे का विधानसभा क्षेत्र है. भाजपा ने आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर आरएसएस के कार्यक्रम को बाधित किया. भाजपा नेता आर. अशोक ने एक्स पर लिखा, ‘क्या चित्तपुर भारत में है या खरगे परिवार का गणराज्य?’
इस पर प्रियांक खरगे ने पलटवार किया, ‘क्या आरएसएस का झंडा भारत का राष्ट्रीय ध्वज है? उन्होंने अनुमति नहीं ली थी, इसलिए कार्रवाई की गई. अगर कोई कानून तोड़ेगा तो जुर्माना भी लगेगा.’ खरगे ने यह भी दावा किया कि भाजपा पदाधिकारियों ने उन्हें धमकी दी कि ‘स्वयंसेवक उनके घर में घुसकर पिटाई करेंगे’. उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस महानिदेशक से करने की बात कही.
सिद्धारमैया का बचाव, ‘नियम आरएसएस के खिलाफ नहीं, सब पर लागू’
विवाद बढ़ने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी या सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम के लिए अनुमति लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि ये नियम कोई नया नहीं है, बल्कि 2013 में तत्कालीन भाजपा मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के समय ही लाया गया था. उन्होंने कहा, ‘हमारा निशाना आरएसएस नहीं है. नियम सभी संगठनों के लिए है. अगर भाजपा इसे राजनीति बना रही है तो वो उनकी आदत है. वे गरीबों के लिए काम नहीं करते, बस राजनीति करते हैं.’
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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Location :
Bengaluru,Bengaluru,Karnataka
First Published :
October 18, 2025, 18:47 IST