Last Updated:November 22, 2025, 09:18 IST
Today Live: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला के पास कार ब्लास्ट मामले में लगार एक्शन लिया जा रहा है. कश्मीर से बंगाल तक की एजेंसियां सक्रिय हैं. वहीं, SIR को लेकर शुरू हुआ राजनीतिक विवाद थमने का न...और पढ़ें

दिल्ली लाल किला के पास कार ब्लास्ट के बाद सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है.
Today Live: बिहार के बाद अन्य राज्यों में भी वोटर लिस्ट को सुधार करने के लिए SIR अभियान चलाया जा रहा है. इसमें बंगाल भी शामिल है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी SIR की आलोचना करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. अब केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लगता है कि वे संविधान से ऊपर हैं. साल 2026 के चुनाव नतीजों के बाद वो कोई विरोध प्रदर्शन करने की स्थिति में नहीं होंगी. वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बांग्लादेश की सीमा से लगते पश्चिम बंगाल के जिलों में पिछले 23 वर्षों में रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. दूसरी तरफ, दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के डॉ. बीआर आंबेडकर केंद्रीय पुस्तकालय में उस समय हंगामेदार स्थिति पैदा हो गयी जब जेएनयू छात्र संघ के नेतृत्व में छात्रों ने चेहरे की पहचान करने वाले उपकरण ‘फेस रिकॉग्निशन सिस्टम’ को उखाड़कर फेंक दिया. छात्रों का आरोप है कि यह उनकी निजता का उल्लंघन है. जेएनयू प्रशासन की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली. सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो में छात्रों को ‘लाल सलाम’ का नारा लगाते हुए और उपकरणों को तोड़ते हुए देखा जा सकता है. सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने उपकरणों को तोड़ दिया. जेएनयू छात्र संघ के महासचिव सुनील यादव ने आरोप लगाया कि छात्र संघ चुनाव के दौरान ये उपकरण ‘चुपके से लगाए गए’ थे, जबकि इस मुद्दे की जांच के लिए गठित समिति ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है. जेएनयू के एक अधिकारी के अनुसार, प्रशासन ने सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान को गंभीरता से लिया है और घटना पर रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट मिलने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हरिद्वार में विश्व सनातन महापीठ
हरिद्वार में 1000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले विश्व सनातन महापीठ का शिलान्यास हुआ, जिसमें देश भर से बड़ी संख्या में साधु संत, महंत, धर्माचार्य, विद्वान, अखाड़ों के प्रतिनिधि और श्रद्धालु शामिल हुए. तीर्थ सेवा न्यास द्वारा स्थापित किए जा रहे महापीठ के लिए विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शिला पूजन, हवन एवं शांति पाठ से हुआ. समारोह में शामिल संतों ने कहा कि महापीठ आने वाली पीढ़ियों तक सनातन संस्कृति, धर्म, कला, ज्ञान, और सेवा को संरक्षित रखने का वैश्विक केंद्र बनेगा. शिलान्यास समारोह में चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें गौ माता को ‘राष्ट्र माता’ घोषित किया जाना, देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून, समान नागरिक संहिता और ‘एक देश – एक शिक्षा’ नीति लागू करना शामिल है. समारोह में आए चारों प्रस्तावों को उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं, संतों और सनातन प्रेमियों ने हाथ उठाकर पूर्ण समर्थन दिया. न्यास के संरक्षक महंत बाबा हठयोगी तथा सचिव रामविशाल दास महाराज ने बताया कि विश्व सनातन महापीठ का निर्माण 100 एकड़ भूमि पर लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 22, 2025, 09:18 IST

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