ऊंचे दर्रों की धरती पर विकास की गूंज, 2019 से 2025 तक कैसे बदला लद्दाख? पढ़ें

3 weeks ago

Last Updated:September 29, 2025, 16:10 IST

Ladakh Vikas Yatra: 2019 में UT बनने के बाद लद्दाख में भाषा संरक्षण, नौकरी आरक्षण और महिला सशक्तिकरण जैसे ऐतिहासिक फैसलों ने नई विकास यात्रा की शुरुआत की.

ऊंचे दर्रों की धरती पर विकास की गूंज, 2019 से 2025 तक कैसे बदला लद्दाख? पढ़ेंलद्दाख के UT बनने के बाद भाषा संरक्षण, नौकरी आरक्षण और महिला सशक्तिकरण के ऐतिहासिक फैसलों ने विकास की राह खोली. (फोटो Shutterstock)

नई दिल्ली: लद्दाख की जनता ने दशकों तक इस आकांक्षा को जिया कि उन्हें केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिले, ताकि उनकी भौगोलिक और विकास संबंधी चुनौतियों का समाधान हो सके. पहली बार 1949 में यह मांग रखी गई. लेकिन लंबे समय तक यह अधूरी ही रही.

आखिरकार 31 अक्टूबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू कर लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देकर यह ऐतिहासिक सपना पूरा किया. इसके बाद से लद्दाख एक नई राह पर आगे बढ़ रहा है, जहां विकास, कनेक्टिविटी और अवसरों की गूंज सुनाई दे रही है.

संवाद और समावेशी शासन
मोदी सरकार ने लद्दाख की आकांक्षाओं को समझते हुए Apex Body Leh और Kargil Democratic Alliance के साथ सीधा संवाद कायम किया. इसके लिए हाई-पावर्ड कमेटी और सब-कमेटी का गठन किया गया. ताकि लद्दाख की आवाज सीधे राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे. इस संस्थागत प्रक्रिया से लद्दाख के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए गए.

भाषा और संस्कृति की सुरक्षा
जून 2025 में सरकार ने लद्दाख ऑफिशियल लैंग्वेज रेगुलेशन, 2025 पारित किया. इसके तहत भोटी और पुरगी को अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू के साथ आधिकारिक भाषाओं का दर्जा दिया गया. यह कदम स्थानीय भाषाओं और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने की दिशा में बेहद अहम साबित हुआ.

आरक्षण और रोजगार में नई राह

इसी साल जून 2025 में ही सरकार ने नए डोमिसाइल और आरक्षण नियम लागू किए. इसके तहत: स्थानीय निवासियों के लिए 85% नौकरियों में आरक्षण लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (LAHDC) में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीट आरक्षित

ये निर्णय न सिर्फ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करेंगे बल्कि महिलाओं की भागीदारी को भी नई ऊंचाई देंगे.

विकास की नई पहचान
2019 के बाद से शुरू हुई लद्दाख की विकास यात्रा अब एक मॉडल ऑफ कनेक्टिविटी और सस्टेनेबिलिटी के रूप में सामने आ रही है. सड़कें, भाषाई अधिकार, महिला सशक्तिकरण और स्थानीय रोजगार के अवसर इस बात का प्रमाण हैं कि लद्दाख भारत की सामरिक सीमाओं पर सिर्फ एक भौगोलिक क्षेत्र नहीं, बल्कि एक नई उम्मीद का चेहरा बन चुका है.

Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...

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First Published :

September 29, 2025, 16:10 IST

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