एक पिता की श्रद्धांजलि! बेटे की याद में लगाए 3,400 पौधे, बना डाला 'पेड़ों का स

4 weeks ago

रानीपेट: ज़िंदगी खुशियों और सरप्राइज़ से भरी होती है, लेकिन किसी अपने को खोने का दर्द बहुत बड़ा होता है. तमिलनाडु के रानीपेट जिले के वलाजापेट के पास के विलवनाथपुरम के सिविल इंजीनियर मुनुसामी इस दर्द को बहुत अच्छे से समझते हैं. अपने सबसे छोटे बेटे, इसैयमुदु के निधन के बाद, मुनुसामी ने प्रकृति में अपनी शांति ढूंढी और इस दुख को एक हरियाली मिशन में बदल दिया और उन्होंने 3,000 से अधिक पौधे लगा दिए.

हर पौधा बेटे को समर्पित
मुनुसामी अपनी पत्नी कौसलई और दो बेटे, परुंदगई और इसैयमुदु के साथ एक अच्छी ज़िंदगी जी रह थे, लेकिन, इस जीवन में तब दुख के बादल छा गय जब उनके बेटे इसैयमुदु ने महज़ 17 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. मुनुसामी को इस दर्दनाक घटना से उबरने में बहुत परेशानी हुई. बता दें कि अपने दुख के बीच, उन्होंने कुछ दोस्तों की सलाह पर अपने बेटे की याद में पास के अपने गांव के नजदीक केटी हिल (कांचना गिरी हिल) पर पौधारोपण करना शुरू किया. हर पौधा उनके बेटे को समर्पित था, और इन पौधों की देखभाल करते हुए मुनुसामी को मन की शांति मिलती गई. एक याद के रूप में शुरू हुआ ये काम जल्द ही केटी हिल को फिर से हरा-भरा करने के मिशन में बदल गया.

करीब 3,400 पौधे लगाए
बता दें कि 2022 से, मुनुसामी ने केटी हिल पर करीब 3,400 पौधे लगाए हैं, और ये उनका डेली रूटीन बन गया है कि वो पौधों को पानी दें और उनकी देखभाल करें. विलवनाथपुरम पंचायत की मदद से उन्होंने पौधों के लिए पानी की पाइपलाइन और टैंक भी लगवाए हैं. दोस्तों के सहयोग से और कुछ लोगों को हायर करके, उन्होंने 15 से ज्यादा प्रकार के देशी पेड़ जैसे बरगद, अंजीर और रॉयल ट्री लगाए हैं.

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ग्रीन चैंपियन अवॉर्ड मिला
बता दें कि 2023 में उन्हें तमिलनाडु सरकार का ग्रीन चैंपियन अवॉर्ड मिला और 1 लाख रुपये की नकद राशि भी. इस प्रोत्साहन के साथ, मुनुसामी का सपना बड़ा हो गया है. उन्होंने अपने बेटे के नाम पर एक चैरिटेबल फाउंडेशन भी शुरू किया है, जिसका लक्ष्य है कि पूरे राज्य में 5 लाख पेड़ लगाए जाएं.

Tags: Local18, Special Project

FIRST PUBLISHED :

October 27, 2024, 10:23 IST

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