प्‍लास्टिक प्रदूषण कैसे होगा हैं कम?प्लास्टिक रीसाइक्लिंग एक्सपो में जानेंगे

2 hours ago

नई दिल्‍ली. प्‍लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. खास कर शहरों में यह समस्‍या और भी खतरनाक होती जा रही है. बाज़ार में बिकने वाले 90 प्रतिशत उत्पाद किसी न किसी रूप में प्लास्टिक से बने होते हैं. यही पर्यावरण के लिए नुकसानदेय हो रहे हैं. इससे निपटने के लिए पर्यावरण मंत्रालय के सहयोग से देश में प्लास्टिक रीसाइक्लिंग एक्सपो का आयोजन 4 दिसंबर से 6 दिसंबर को जियो कन्वेंशन सेंटर किया जा रहा है.

पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार प्‍लास्टिक का इस्‍तेमाल बढ़ता जा रहा है. घरों से लेकर आफिसों और बाजार से लेकर रेस्‍त्रां तक किसी न किसी रूप में प्रयोग हो रहा है. पॉलीयूरेथेन और प्लास्टिक रीसाइक्लिंग उद्योगों में बढ़ावा देने के लिए यूटेक इंडिया सस्टेनेबल पॉलीयूरेथेन एंड फोम एक्सपो और प्लास्टिक रीसाइक्लिंग शो इंडिया के रूप में नया मंच मिलेगा.

यह पहला ऐसा एक्‍सप्रो होगा, जहां पॉलीयूरेथेन और फोम से लेकर प्लास्टिक रीसाइक्लिंग से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा होगी. इस एक्सपो में बायो-पॉलीओल्स, नवीनतम रीसाइक्लिंग मशीनरी और अत्याधुनिक फोम तकनीकों जैसी नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा.

पर्यावरण संरक्षण में देगा मदद

भारत में विश्‍व स्‍तर पर प्रसिद्ध प्लास्टिक रीसाइक्लिंग शो ब्रांड की शुरुआत करेगा. इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्‍टेगहोल्‍डरों को नई नई मैजनेजमेंट तकनीकों और प्‍लास्टिक की स्‍थाई तकनीकों का समाधान करना होगा. मीडिया फ्यूज़न एंड क्रेन कम्युनिकेशंस द्वारा आयोजित यह तीन दिवसीय एक्‍सपो और प्लास्टिक रीसायक्लिंग एवं सस्टेनेबेल पैकेजिंग सम्मेलन- प्रतिनिधियों, इनोवेटर्स और तकनीक विकसित करने वालों को एक ही मंच पर लाएगा.

एक्‍सपो के आयोजन ताहिर पात्रावाला ने कहा, यूटेक और पीआरएस शो को एक ही मंच पर लाना भारत के स्थिरता उद्देश्यों का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मौजूदा समय बाजार की वृद्धि की गति तकनीकी प्रगति, नई खोजों और कई क्षेत्रों में ऊर्जा-कुशल समाधानों की मांग बढ़ती जा रही है. और यह उद्योग पर्यावरण को प्राथमिकता दे रहा है, इस दिशा में एक्‍सपो महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

Tags: Environment ministry

FIRST PUBLISHED :

November 25, 2024, 10:09 IST

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