Last Updated:June 12, 2025, 17:26 IST
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे ने एक बार फिर इस 'भविष्य के विमान' की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. तकनीकी खामियों, सॉफ़्टवेयर बग्स और सुरक्षा चेतावनियों से जुड़ा इसका लंबा इतिहास अब डराने ल...और पढ़ें

हाइलाइट्स
एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे ने विमान की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए.तकनीकी खामियों, सॉफ़्टवेयर बग्स और सुरक्षा चेतावनियों का लंबा इतिहास2013 में बैटरी लीक सकी समस्या के कारण भारत समेत कई देशों में इसे ग्राउंड करना पड़ा था.अहमदाबाद, गुजरात में आज एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जब बोइंग का 787 ड्रीमलाइनर अचानक तकनीकी खराबी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में कुल 242 लोग सवार थे. एक समय था जब Boeing 787 Dreamliner को “भविष्य का हवाई जहाज़” कहा जाता था. हल्का वजन, लंबी रेंज, और उन्नत तकनीक के कारण इसे एविएशन की दुनिया में गेम चेंजर माना गया. लेकिन बीते कुछ वर्षों में ये विमान लगातार तकनीकी खामियों, सॉफ़्टवेयर बग्स, और बैटरी फेल जैसी गंभीर समस्याओं का शिकार बना है. भारत समेत पूरी दुनिया में भी कई बार इस Dreamliner को मजबूरी में ग्राउंड करना पड़ा है.
जनवरी 2013 – बैटरी में लीक, पूरी दुनिया में उड़ानों पर रोक
Boeing 787 Dreamliner की सबसे पहली बड़ी गड़बड़ी सामने आई जनवरी 2013 में, जब इसके लिथियम-आयन बैटरी पैक में लीक की समस्या के मामले सामने आए. जापान की All Nippon Airways और Japan Airlines की फ्लाइट्स में यह समस्या गंभीर स्तर तक पहुंच गई. इसके बाद अमेरिका की FAA (Federal Aviation Administration) ने पूरी दुनिया में Dreamliner की उड़ानों पर रोक लगा दी.
भारत की DGCA ने भी इसी आदेश के तहत Air India की सभी 6 Dreamliner विमान को ग्राउंड कर दिया था. यह Dreamliner के इतिहास में पहली और सबसे बड़ी चेतावनी थी.
मई 2015 – सॉफ़्टवेयर बग और नियंत्रण खोने का खतरा
2015 में FAA ने एक और चेतावनी जारी की. इस बार मुद्दा था Dreamliner के generator control units में छिपा सॉफ़्टवेयर बग, जो पूरे विमान की बिजली व्यवस्था को बंद कर सकता था. इससे पायलट को विमान पर से पूरा नियंत्रण खोने का खतरा पैदा हो जाता था. हालाँकि इस बग से कोई दुर्घटना नहीं हुई, लेकिन यह चेतावनी Dreamliner की तकनीकी साख पर फिर सवाल खड़े कर गई.
FAA ने कहा था “”हम यह एयरवर्थीनेस डायरेक्टिव (AD) इसलिए जारी कर रहे हैं ताकि पूरे एसी इलेक्ट्रिकल पावर के नुकसान को रोका जा सके, जो विमान पर नियंत्रण खोने का कारण बन सकता है, अगर इंजन से जुड़े चार मुख्य जनरेटर कंट्रोल यूनिट्स (GCUs) को एक साथ पावर दिया जाए, और वे लगातार 248 दिनों तक ऑन रहें, तो सभी चार GCUs एक साथ फेलसेफ मोड में चले जाएंगे, इससे उड़ान के किसी भी चरण में विमान की सारी एसी इलेक्ट्रिकल पावर खत्म हो सकती है”
जुलाई 2022 – फ्लाइट डायवर्ट, केबिन प्रेशर का अचानक गिरा
Air India की एक फ्लाइट, जो दुबई से कोच्चि जा रही थी, को मुंबई में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. कारण था – विमान के भीतर केबिन प्रेशर का अचानक गिर जाना. ऑक्सीजन मास्क खुल गए, यात्री घबरा गए. DGCA ने तुरंत विमान को ग्राउंड कर दिया और पूरे फ्लाइट क्रू को ड्यूटी से हटाकर जांच बैठा दी.
सितंबर 2024 – रूस में इमरजेंसी लैंडिंग
Air India की फ्लाइट AI113 जो दिल्ली से बर्मिंघम जा रही थी, उसे तकनीकी खराबी के चलते रूस में लैंड कराना पड़ा. Dreamliner में “unspecified technical fault” बताया गया. विमान में उस समय 258 यात्री और 17 क्रू मेंबर सवार थे. हालाँकि कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन फिर Dreamliner की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए.
अप्रैल 2024 – व्हिसलब्लोअर ने ड्रीम लाइनर को लेकर दी थी चेतावनी
Boeing कंपनी के इंजीनियर Sam Salehpour ने FAA को बताया कि कंपनी ने Dreamliner और 777 जैसे विमानों को बनाते वक्त महत्वपूर्ण सुरक्षा मानकों की अनदेखी की. उन्होंने चेतावनी दी कि जैसे-जैसे ये विमान पुराने होंगे, उनकी संरचना में कटाव और दरारें आ सकती हैं — जो भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है. FAA ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आधिकारिक जांच शुरू कर दी थी.
Boeing Dreamliner एक शानदार टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन था, लेकिन बार-बार की तकनीकी समस्याएं, डिजाइन फ्लॉज और सुरक्षा से समझौता इसके भरोसे पर सवाल उठा चुके हैं. भारत जैसे देश, जहाँ Dreamliner का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए होता है, वहाँ सख्त निगरानी और समय-समय पर ग्राउंडिंग जरूरी हो गई है. भविष्य में Boeing को अपनी निर्माण प्रक्रिया को और पारदर्शी और सुरक्षित बनाना होगा, नहीं तो “भविष्य का विमान” केवल इतिहास बनकर रह जाएगा.
Mohit Chauhan brings over seven years of experience as an Editorial Researcher, specializing in both digital and TV journalism. His expertise spans Defense, Relations, and Strategic Military Affai...और पढ़ें
Mohit Chauhan brings over seven years of experience as an Editorial Researcher, specializing in both digital and TV journalism. His expertise spans Defense, Relations, and Strategic Military Affai...
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