ऑपरेशन सिंदूर: 25 साल पुराना बदला भी पूरा, नेस्‍तनाबूद हुआ कांधार कांड का मरकज

5 hours ago

Last Updated:May 08, 2025, 10:58 IST

Missile Attack on Pakistan: भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए बहावलपुर ही नहीं, दशकों पुराने बदले चुका लिए हैं. इन्‍हीं बदलों में एक बदला था 25 साल पुराना कांधार कांड. क्‍या है इस मामले की पूरी कहानी जा...और पढ़ें

 25 साल पुराना बदला भी पूरा, नेस्‍तनाबूद हुआ कांधार कांड का मरकज

भारतीय वायु सेना ने इस मरकज को निशाना बना 25 साल पुराना बदला पूरा कर लिया है.

हाइलाइट्स

ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय वायु सेना ने पाक से लिए दशकों पुराने बदले.बहावलपुर के इस मरकज से 25 साल पहले रची गई थी भारत के खिलाफ साजिश.इस साजिश का खामियाजा था कंधार कांड का आरोपी आतंकी मसूद अजहर.

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने नकेवल जम्‍मू और कश्‍मीर के पहलगामा का बदला लिया है, बल्कि दशकों से बाकी पड़े हिसाब को भी निपटा दिया है. इन बदलों में एक बदला 25 साल पुराना है, जिसका हिसाब होना अब तक बांकी था. मई 07, 2025 की रात भारतीय सेना के फाइटर एयरक्राफ्ट से निकली 21 मिसाइल ने जिन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, उसमें एक ठिकाना बहावलपुर का सुबानल्‍लाह मरकज भी था.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायु सेना ने बहावलपुर के इस सुबानअल्‍लाह मरकज को भी नेस्‍तनाबूद कर दिया. भारत-पाकिस्‍तान इंटरनेशनल बाउंड्री से करीब 100 किमी भीतर स्थित यह मरकज जैश-ए-मोहम्‍मद का मुख्‍याल है. यहां पर आतंकियों की रिक्रूटमेंट के साथ-साथ ट्रेनिंग का भी मेन सेंटर है. यहां पर दुनिया के बड़े-बडे़ आतंकियों का आना-जाना हमेशा लगा रहता था.

सुबानल्‍लाह मरकज में रची गई थी कांधार कांड की साजिश
यह बात 1999 की है. आतंकी मसूद अजहर भारत की जेल में कैद था. आतंकी मसूद अजहर को जेल से छुड़ाने के लिए एयर इंडिया के प्‍लेन आईसी-814 के हाईजैक की साजिश भी यहीं पर रची गई थी. इसी मरकज में प्‍लेन हाईजैक करने वाले आतंकियों को ट्रेंड किया गया था. 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली जा रहे भारतीय प्‍लेन आईसी-814 को मसूद अजहर के भाई और अन्य आतंकियों ने हाईजैक कर लिया.

वे प्‍लेन को अफगानिस्तान के कंधार ले गए, जहां तालिबान का कब्जा था. पैसेंजर को रिहा करने के बदले आतंकी मौलाना मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर को छोड़ने की मांग की गई. मांग पूरी हुई और अजहर आजाद होकर पाकिस्तान भाग गया. तब से वह इसी सुबानल्‍लाह मरकज में छिपा हुआ था और यही से भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा था.

अजहर है कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड
मसूद अजहर भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का जिम्मेदार है. संसद हमले के अलावा उसने 2016 में पठानकोट और 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला करवाया. दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को इन हमलों के लिए इस्तेमाल किया. साथ ही 2005 में अयोध्या के राम जन्मभूमि, 2016 में उरी और अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश भी उसी ने रची.

1994 में पहली बार भारत आया अजहर
मसूद अजहर 29 जनवरी 1994 को बांग्लादेश से दिल्ली पहुंचा. फर्जी पहचान के साथ श्रीनगर में घुसकर उसने आतंकी संगठनों के बीच झगड़े सुलझाने की कोशिश की. लेकिन अनंतनाग में उसे आतंकी गतिविधियों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया. उसने कहा था कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए कई देशों से आतंकी आए हैं और वो हथियारों से जवाब देंगे. 1995 में पहली बार 6 विदेशी टूरिस्‍ट को किडनैप कर आतंकी मसूद अजहर को छुड़ाने की कोशिश की गई थी. दो टूरिस्‍ट किसी तरह से आतंकी के चंगुल से भाग निकले, लेकिन चार टूरिस्‍ट का कुछ पता नहीं चला.

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Anoop Kumar MishraAssistant Editor

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें

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