गुजरात: अपनी कार से तो सभी प्यार करते हैं, काफी ख्याल रखते हैं और मगर गुजरात की ये घटना आपको भी अचरज में डाल देगी. किसी को अपने कार से ऐसा इतना लगाव कैसे हो सकता है कि उसके विदाई का आयोजन कर दे. उससे जुड़े हर सफर की याद करे. उसे दफ्न करने के जूलूस का आयोजन करे और बरसी मनाने का वादा करे. हां, एक गजरात का ऐसा ही परिवार है. जो अपने कार की अंतिम विदाई के लिए 2000 से अधिक लोगों को बजाप्ते आमंत्रण पत्र भेजकर इन्वाइट किया.
गुजरात के पोलरा परिवार को अपनी 18 साल पुरानी कार से इतना लगाव हो गया था कि उसे अपनी ‘लकी’ कार मानने लगे थे. गुजरात के अमरेली जिले के लाठी तालुका के पदरशिंगा गांव के संजय पोलरा और उनके परिवार ने अपनी प्यारी कार GJ05 CD7924 को गुरुवार को अंतिम विदाई दी. पोलरा और उनके परिवार ने अंतिम विदाई पर पूरे गांव और अन्य लोगों को आमंत्रित किया.
पोलरा परिवार ने पुजारी ने ईष्ट देवता के सामने संस्कृत श्लोकों का पाठ कर अनुष्ठान पूरा किया, फिर फूलों से सजी हैचबैक कार को घर से उनके खेत में बने ‘समाधि’ स्थल तक ले जाने के लिए जुलूस निकाला गया. कार के कब्र में मिट्टी से ढकने के लिए एक जेसीबी मशीन की मदद ली गई.
कार के मालिक संजय पोलरा ने बताया कि कार की आंतिम विदाई के लिए 2,000 से ज्यादा मेहमानों को निमंत्रण पत्र भेजा था. इसमें लिखा था, ‘2006 में जब से हमने इस कार को शोरूम से खरीदा, तब से यह हमारे परिवार का सदस्य बन गई. इसने हमें सौभाग्य और समृद्धि दी है. समाज में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ाई है. हम चाहते हैं कि यह कार हमेशा हमारी यादों में बनी रहे.’
पोलरा ने बताया कि वे अपनी सिल्वर हैचबैक की याद में पेड़ लगाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ अलग करना चाहता था, इसलिए मैंने इस विदाई समारोह का फैसला किया. हम हर साल 7 नवंबर को इसके कब्र पर इकट्ठा होंगे. अपनी पसंदीदा कार में की गई सभी यात्राओं को याद करेंगे.’
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FIRST PUBLISHED :
November 8, 2024, 10:29 IST