Last Updated:August 07, 2025, 12:33 IST
उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर किसानों के प्रति दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को नक्सली कहा और उनके साथ हिंसा की. अब वही सरकार किसानों की बात कर रही है.

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर किसानों के प्रति दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है. दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि पिछले 2-3 वर्षों में दिल्ली आने वाले किसानों को रोका गया, उनके साथ हिंसा हुई और उन्हें नक्सली तक कहा गया. अब धीरे-धीरे उनके झूठ का पर्दाफाश हो रहा है और उनका असली चेहरा सामने आ रहा है. ठाकरे ने 2020-21 के किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि जब किसान दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर थे, तब उन्हें दिल्ली आने से रोका गया. उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों पर बंदूकें चलाई गईं, दीवारें खड़ी की गईं और उन्हें नक्सली करार दिया गया.
ठाकरे ने कहा कि उस समय आपने किसानों को याद नहीं किया. अब आप किसानों की बात कर रहे हैं. यह बयान हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हितों की रक्षा की बात को लेकर आया, जिसे ठाकरे ने दिखावा करार दिया. उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों के प्रति असंवेदनशील रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन किसानों ने अपनी आजीविका और अधिकारों के लिए संघर्ष किया, उन्हें अपमानित किया गया. ठाकरे ने दावा किया कि सरकार की नीतियां और वादे केवल दिखावे के लिए हैं और उसका असली चेहरा अब धीरे-धीरे उजागर हो रहा है.
उन्होंने कहा कि किसानों को पहले नक्सली कहा गया, उनके साथ क्रूरता हुई. अब वही सरकार उनके हितों की बात कर रही है. यह दोहरापन जनता समझ रही है. ठाकरे का यह बयान बिहार जैसे राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, जहां किसान वोटर एक बड़ा वोट बैंक हैं.
First Published :
August 07, 2025, 12:33 IST