Last Updated:September 15, 2025, 13:06 IST
Dharohar: तेलंगाना के वारंगल में स्थित थाउजेंड पिलर टेंपल एक 12वीं सदी का ऐतिहासिक मंदिर है. इसमें 300 से अधिक स्तंभ हैं और यह भगवान शिव, विष्णु और सूर्य देव को समर्पित है. हर साल हजारों पर्यटक और इतिहास प्रेमी इसकी वास्तुकला और धार्मिक महत्व देखने आते हैं.

तेलंगाना: हैदराबाद अपनी ऊंची इमारतों, हाई-टेक सिटी और ऐतिहासिक विरासत के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. चारमीनार की तरह ही एक और ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है ‘थाउजेंड पिलर टेंपल’ यानी हज़ार स्तंभ वाला मंदिर. यह मंदिर हैदराबाद से लगभग 150 किलोमीटर दूर वारंगल में स्थित है और यह तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक प्रमुख प्रतीक है. यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि अपनी शानदार वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है, जो इसे पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनाता है.
इतिहास और आर्किटेक्चर
ऐतिहासिकार एम. नायक के अनुसार, यह मंदिर काकतीय वंश के शासनकाल (12वीं–14वीं शताब्दी) में काकतीय राजा रुद्रदेव द्वारा बनाया गया था. इस मंदिर का डिज़ाइन एक स्टार-शेप्ड है, जो उस समय की वास्तुकला में एक विशेष शैली थी. हालांकि इसे ‘हजार स्तंभ वाला मंदिर’ कहा जाता है, इसमें वास्तव में 300 से अधिक स्तंभ हैं, जो इसे अनोखा बनाते हैं.
मंदिर परिसर में तीन मुख्य देवताओं भगवान शिव, विष्णु और सूर्य देव के लिए अलग-अलग मंडप हैं. यह तीनों देवताओं को समर्पित एक त्रिकुटा मंदिर है. भगवान शिव के मंडप के ठीक सामने विशाल नंदी महाराज विराजमान हैं, जिनकी नक्काशी बेहद अद्भुत और बारीक है. मंदिर की दीवारों पर की गई जटिल नक्काशी और मूर्तियां काकतीय कला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं.
पर्यटक स्थल और धार्मिक महत्व
यह मंदिर अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में शामिल है. हर साल हजारों पर्यटक, श्रद्धालु और इतिहास प्रेमी इसकी विशालकाय नंदी मूर्ति, जटिल नक्काशी और अद्भुत शिल्पकला को देखने आते हैं. मंदिर से जुड़ी कई ऐतिहासिक कहानियां और धार्मिक मान्यताएं इसे और भी खास बनाती हैं, जिससे यह सिर्फ एक दर्शनीय स्थल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र बन जाता है. यहाँ की शांति और भव्यता मन को सुकून देती है.
कैसे पहुँचे थाउजेंड पिलर टेंपल
इस अद्भुत मंदिर तक पहुँचना बहुत आसान है. आप हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से बस या ट्रेन द्वारा वारंगल पहुँच सकते हैं. वारंगल रेलवे स्टेशन से मंदिर लगभग 6 किमी दूर है, जहाँ ऑटो या कैब से आसानी से पहुँचा जा सकता है. यात्रियों को ध्यान रखना चाहिए कि मंदिर परिसर में साफ-सफाई बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है. मंदिर परिसर में पिकनिक मनाने की अनुमति नहीं है ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर की पवित्रता और स्वच्छता बनी रहे.
थाउजेंड पिलर टेंपल तेलंगाना की शान है, जो हमें काकतीय वंश की समृद्ध विरासत और वास्तुकला की महानता की याद दिलाता है. यह मंदिर आज भी अपनी भव्यता के साथ खड़ा है और आने वाली पीढ़ियों को इतिहास से रूबरू करा रहा है. यह एक ऐसा स्थल है, जिसे हर किसी को अपनी यात्रा सूची में शामिल करना चाहिए.
Location :
Hyderabad,Hyderabad,Telangana
First Published :
September 15, 2025, 13:06 IST
क्या आपने देखा है तेलंगाना का थाउजेंड पिलर टेंपल? जिसमें छुपा है पुराना रहस्य!