चीन 2035 में सुपरपावर, अमेरिका डाउन होकर नंबर 2? भारत तब वर्ल्ड ऑर्डर में कहां होगा

2 hours ago

US Vs China and India Vision 2047: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे टर्म में भारत को तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनाने की गारंटी दी है. इस स्थिति के बाद भारत के मिशन 2047 में और तेजी आने की बात कही जा रही है. विश्व बैंक (World Bank) के मुताबिक, अगर किसी देश में प्रति व्यक्ति 12,000 डॉलर यानी सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा है, तो फिर वो देश उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था यानी विकसित अर्थव्यवस्था (Developed Economy) माना जाता है.

2025 में दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की बात करें तो अमेरिका, चीन, जर्मनी, जापान, भारत है. इस तरह भारत अभी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. कई दशकों से एवरग्रीन नंबर वन अमेरिका और फिलहाल नंबर टू चीन के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है. इस बीच मेक अमेरिकी ग्रेट अगेन का नारा देकर दोबारा राष्ट्रपति बने ट्रंप के विदेश मंत्री ने चीन को अपने देश के लिए बड़ा खतरा बताया है.

चीन 2035 में सुपरपावर, US नंबर 2!

वाशिंगटन डीसी में चीन को अमेरिका के लिए एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा बताते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा, 'चीन दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनना चाहता है और वे ऐसा हमारी कीमत पर करना चाहते हैं. ये हमारे लिए सही नहीं है, इसलिए हम उसे रोकने के  लिए काम करने जा रहे हैं.

अमेरिका-चीन में होगा युद्ध?

आपको बताते चलें कि दोनों देशों के बीच लंबा ट्रेड वार छिड़ चुका है, अब ये कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या अगले 10 सालों में इस नंबर गेम की लड़ाई में दोनों के बीच आमने सामने का युद्ध होगा? ऐसे एक सवाल के जवाब में अमेरिका के नए नवेले विदेश मंत्री ने कहा, 'हालांकि चुनौती बड़ी है. वो हमें पीछे छोड़ देना चाहता है, बस इस बात पर हम युद्ध नहीं चाहते हैं. लेकिन हम इस पर गौर करने जा रहे हैं. चीन के मामले में 2 बात तय हैं. एक तो वो हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा हैं. दूसरा ये कि चीन और शक्तिशाली बन रहा है. अमेरिका को इससे निपटना होगा.'

चीन क्या सोचता है?

चीन पर नजर रख रहे अमेरिकी अफसर ने कहा, 'दुनिया के बारे में चीन की धारणा ये है कि अगले 10 सालों में 2035 तक या फिर 2050 तक वो हर हाल में सुपरपावर बन जाएगा. चीन बड़ी इकॉनमी है, उसका ग्लोबल पावर बनना नेचुरल है. हालांकि ऐसा अमेरिका की कीमत पर नहीं होना चाहिए. जब मुकाबला चीन जैसी ताकत से हो तो उसके साथ काम करते समय सावधान रहने की जरूरत है. इसलिए जो भी निकलकर आएगा, वो हमारे राष्ट्रपति और उनके राष्ट्रपति के बीच हाई लेवल पर होगा.'

भारत की क्या स्थिति होगी?

भारत आज पांचवे नंबर की इकॉनमी है. प्रधानमंत्री मोदी ने अगले 25 सालों के भीतर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है. सब कुछ सही रहा तो भारत जल्द चौथी और तीसरी इकॉनमी बन सकता है. इस तमाम टारगेट और चुनौती के बीच अमेरिका, चीन और भारत की चर्चा करें तो 2047 में भारत अपनी आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा, तब सुपरपावर कोई भी हो, भारत हर मामले में उसके बराबर हो सकता है.

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