Agency:पीटीआई
Last Updated:January 31, 2025, 22:37 IST
Chinese Loan App: सरकार और प्रशासन के स्तर पर तमाम प्रयासों के बावजूद देश में ऐसे मोबाइल ऐप सक्रिय हैं, जिनके जरिये दर्जनों लोगों को चूना लगाया गया है. अब ED ने इस मामले में एक्शन लिया है.
ED ने फ्रॉड के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को कहा कि उसने चीन के नियंत्रण वाले लोन ऐप के जरिए हुए घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले की जांच के तहत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इस ऐप के जरिए विभिन्न लोगों के साथ कथित तौर पर धोखाधड़ी की गई थी. जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जांच में पाया गया कि सिंगापुर के एक नागरिक के निर्देश पर सभी संदिग्धों ने फर्जी लोन ऐप के जरिए 230.92 करोड़ रुपये की आपराधिक आय अर्जित की.
ईडी ने कहा कि इन पैसों को फिर उनके (गिरफ्तार आरोपियों) द्वारा नियंत्रित कंपनियों के माध्यम से सिंगापुर ट्रांसफर कर दिया गया. केरल और हरियाणा में पीड़ितों द्वारा दर्ज कराई गईं 11 प्राथमिकियों के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया. पीड़ितों ने शिकायत की थी कि लोन सुविधा के नाम पर उनसे जबरन वसूली की गई और अधिक भुगतान के लिए ब्लैकमेल किया गया. एजेंसी ने पिछले साल फरवरी में इस मामले में छापेमारी की थी और बैंक में जमा 123 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जब्त कर ली थी.
ईडी ने आगे बताया कि कहा कि लोन ऐप के ऑपरेटर ऐप डाउनलोड होने के समय पीड़ितों के मोबाइल फोन से उनका निजी डेटा हैक कर लेते थे और इसका उपयोग करके (उपयोगकर्ताओं को) ब्लैकमेल करते थे. इस तरह से आरोपियों ने कई लोगों को निशाना बनाया और उनकी गाढ़ी कमाई पर डाका डाल दिया. पीड़ितों को जब ठगे जाने का पता चला तो उन्होंने मामला दर्ज कराया.
जांच एजेंसी के कोच्चि कार्यालय द्वारा गुरुवार को गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों में एक्सोडज सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और टायरानस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के संचालक डैनियल सेल्वाकुमार, अप्रिकिवि सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक एलन, ग्लोबल एक्सपोजिशंस एंड इन्फोमीडिया सॉल्यूशंस के मालिक और सोजो टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक एंटो पॉल प्रकाश और फ्यूचर विजन मीडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कथिरावन रवि शामिल है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 31, 2025, 22:37 IST