Last Updated:July 21, 2025, 14:39 IST
Love-Jihad Case: पूरे देश में धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश के छांगुर बाबा के गिरोह ने राज्य के नाबालिग और मासूम बच्चियों को पैसों की लालच देकर, 'प्रेम जाल' में फंसा कर उनको धर्म बदलने पर मजबू...और पढ़ें

लव-जिहाद का पहला 'हादिया' केस.
हाइलाइट्स
छांगुर बाबा का गिरोह हिंदू लड़कियों को धर्मांतरण करवाता था.क्या आपको पता है कि पहला लव जिहाद मामला कब और कहां हुआ था?हादिया केस के बारे में क्या आप जानते हैं?भारत में हिंदू लड़कियों के खिलाफ ‘जिहादी‘ मुहिम का लगातार भंडाफोड़ हो रहा है. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन की बात हो या आगरा में नाबालिग लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म बदलवाने की साजिश हो या फिर अलीगढ़ में लापता 97 बच्चियों का मामला हो – हर मामले में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवक पहले प्रेम जाल में फंसाते थे, फिर धर्म बदलने पर मजबूर करते थे. अब छांगुर बाबा की ही बात कर लेते हैं. बलरामपुर में 3 करोड़ी कोठी में बैठा ये बाबा अपने चेलों को हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर करता था. सबसे पहले इसका गिरोह गरीब, असहाय और कम उम्र की लड़कियों को पैसों का लालच या विदेश में नौकरी का वादा कर ‘प्रेमजाल’ में फंसाता था. जब लड़कियां उनके जाल में पूरी तरह फंस जाती थीं, उनका ब्रेनवॉश हो जाता था तब उनको इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया जाता था. छांगुर बाबा के मामले में कट्टर इस्लामिक भगोड़े जाकिर नाईक का तार जुड़ रहा है. दरअसल, जांच एजेंसियों को पता चला है कि जाकिर नाईक की कंपनियां विदेशों से छांगुर बाबा के गिरोह को फंडिंग करती थीं. देश में चल रहे ‘लव-जिहाद’ के इस बवाल के बारे में आप तो भलीभांति परिचित होंगे, मगर आपको पता है कि देश का पहला लव जिहाद का मामला कब और कहां हुआ था. नहीं ना… चलिए तो फिर आपको बताते हैं. ये मामला केरल के हादिया से जुड़ा है. तो चलिए विस्तार से इसके बारे में जानते हैं.
केरल का हादिया केस
देश का पहला चर्चित लव जिहाद मामला 2009 में केरल में आया था. इसे चर्चित हादिया केस भी कहा जाता है. इस केस के दौरान जमकर बवाल भी हुआ. इसका मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. हालांकि, कोर्ट ने लड़की हादिया की इच्छा को बरकरार रखते हुए, उसे अपने मन से जीवनसाथी चुनने का अधिकार दिया था. हालांकि, मुस्लिम युवक के साथ 2 साल तक शादी में रहने के बाद उसने तलाक ले लिया था. फिर किसी दूसरे मुस्लिम युवक से शादी कर अपनी जिंदगी जी रही है. पूरा मामला जानते हैं-
लव-जिहाद का पहला केस 2009
साल 2009 था, कुछ हिंदू और ईसाई संगठनों ने दावा किया कि मुस्लिम पुरुष हिंदू या ईसाई लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहे है. इसकी शुरुआत कथित तौर पर 2007 में केरल में हुई. पहले इसे “रोमियो जिहाद” कहा गया. 2009 में, केरल हाई कोर्ट ने इसकी जांच के आदेश दिए, लेकिन पुलिस ने 2012 में स्पष्ट किया कि “लव जिहाद” जैसी कोई साजिश नहीं है. इसके बाद यह शब्द और विवाद पूरे देश में चर्चा में आ गया. खासकर हादिया केस के बाद.
हादिया केस क्या था?
हादिया केस, जिसे शफीन जहां बनाम अशोकन के.एम. के नाम से जाना जाता है. 2017-2018 में भारत में चर्चित रहा. यह मामला केरल की एक होम्योपैथी छात्रा अखिला अशोकन से जुड़ा था. बाद में इसे हादिया नाम दिया गया. यह केस शफीन जहां नाम के मुस्लिम युवक से जुड़ा था. अखिला का जन्म केरल के वैकम में एक हिंदू परिवार में हुआ था. हादिया के पिता केएम. अशोकन भूतपूर्व सैनिक थे. अखिला ने सलेम (तमिलनाडु) के शिवराज होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अपनी सहेलियों फसीना और जसीला से प्रभावित होकर 2016 में इस्लाम धर्म अपनाया और हादिया बन गई.
मुस्लिम युवक से शादी
2016 में, हादिया ने शफीन जहां से शादी कर ली था. उसके पिता ने दावा किया कि यह शादी ‘लव जिहाद‘ का हिस्सा थी. हादिया को जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाकर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से जोड़ा गया. उन्होंने केरल हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि हादिया ‘कमजोर और भोली‘ थी. मई 2017 में, केरल हाई कोर्ट ने शादी को रद्द कर दिया. हादिया को उसके पिता के घर भेज दिया. कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि ‘भारतीय परंपरा के अनुसार, अविवाहित बेटी पर माता-पिता का अधिकार होता है.‘
सुप्रीम कोर्ट पहुंची हादिया
हाईकोर्ट से झटका मिलने के बाद शफीन जहां ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की. हादिया ने भी कोर्ट में कहा कि उन्होंने अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाया और शादी की. नवंबर 2017 में, सुप्रीम कोर्ट ने हादिया को अपनी पढ़ाई जारी रखने की इजाजत दी. साथा ही हादिया के हक में फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि वह एक वयस्क हैं, जो अपनी पसंद से जीने का हक रखती हैं. मार्च 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के फैसले को प्यार और धर्म चुनने के मौलिक अधिकार का उल्लंघन मानते हुए हादिया की शादी को बहाल कर दिया. कोर्ट ने कहा, ‘वयस्कों की शादी को रद्द करने का कोई अधिकार नहीं है.’
दूसरी शादी
दिसंबर 2023 तक खबरों में पुष्टि हुई कि हादिया ने शफीन से तलाक ले लिया था. उसने एक दूसरे मुस्लिम व्यक्ति से शादी कर ली थी. द साउथ फर्स्ट और ऑनमनोरमा की खबरों के अनुसार, हादिया ने तलाक के बाद तिरुवनंतपुरम में एक नई जिंदगी शुरू की. फिलहाल वह होम्योपैथी क्लिनिक फिर से खोलने की योजना बना रही थी.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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