Last Updated:March 01, 2025, 22:06 IST
Jammu-Kashmir Weather News: जम्मू-कश्मीर में पिछले दो-तीन दिन से कुदरत ने अपना ऐसा रंग दिखाया कि आमलोगों की जिंदगी ही पटरी से उतर गई. मूसलाधार बारिश, लैंडस्लाइड, एवलांच और भीषण बर्फबारी ने जीना मुहाल कर दिया...और पढ़ें

जम्मू-कश्मीर में शनिवार को मौसम में सुधार आया है. (फोटो: PTI)
बनिहाल (जम्मू). जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से मौसम के तल्ख तेवर ने जमकर कहर बरपाया है. मूसलाधार बारिश और बर्फबारी ने आमलोगों का जीना मुहाल कर दिया है. शनिवार 1 मार्च 2025 को मौसम में सुधार आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को शनिवार को सड़क मरम्मत का काम पूरा होने के बाद लाइट मोटर व्हीकल के लिए फिर से खोल दिया गया है. स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी. कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग को गुरुवार की शाम को रामबन जिले में भारी बर्फबारी और लैंडस्लाइड के बाद बंद कर दिया गया था.
मूसलाधार बारिश के कारण किश्तवाड़ी पथेर, मौम पासी, हिंगनी, पंथियाल, मेहर और दलवास समेत 12 स्थानों पर पत्थर गिरने, मिट्टी खिसकने और लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं, जबकि काजीगुंड और रामसू के बीच बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गईं. अफसरों ने बताया कि मेहर के निकट सड़क का एक किनारा ध्वस्त हो गया है, जबकि बड़े लैंडस्लाइड के कारण कुन्फर-पीराह सुरंग का एक ‘ट्यूब’ बाधित हो गया है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को लगातार बारिश के कारण सड़क की मरम्मत के काम में बाधा आई. उन्होंने बताया कि मौसम की स्थिति में सुधार होने के बाद शनिवार सुबह 66 किलोमीटर लंबे बनिहाल-नाशरी खंड की बहाली का काम तेज कर दिया गया.
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे ओपन
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को फिर से खोले जाने के बाद ट्रैफिक डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों को ले जाने वाले हल्के मोटर वाहनों को जम्मू से श्रीनगर की ओर और घाटी से जम्मू की ओर जाने की अनुमति है. उन्होंने यात्रियों को लेन नियम का पालन करने और ओवरटेकिंग से बचने के लिए आगाह किया, क्योंकि इससे जाम की स्थिति पैदा होती है. उन्होंने बताया कि यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे केवल दिन के समय ही राजमार्ग का इस्तेमाल करें और रामबन और बनिहाल के बीच अनावश्यक रूप से रुकने से बचें, क्योंकि लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने की आशंका है. हैवी व्हीकल को बाद में अनुमति दी जाएगी.
16 स्पॉट खतरनाक
रामबन के उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी ने बताया कि 66 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर कम से कम 16 स्थान ऐसे हैं जो बारिश के कारण असुरक्षित हो गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि मेहर को छोड़कर लगभग सभी स्थानों पर सड़क साफ कर दी गई है, जहां किनारे का हिस्सा धंसने के बाद चौड़ाई कम हो गई है. यह स्थान एक चुनौती है. संबंधित एजेंसी अगले दो सप्ताह में इसका समाधान करेगी. चौधरी ने रामबन के एसएसपी कुलदीप सिंह और एसएसपी (राष्ट्रीय राजमार्ग) रोहित रस्कोत्रा के साथ संवेदनशील स्थानों का जायजा लिया. दूसरी तरफ, सभी फंसे हुए यात्रियों को निकाल दिया गया है.
Location :
Jammu,Jammu and Kashmir
First Published :
March 01, 2025, 22:06 IST