जेवर एयरपोर्ट में लगे असल जेवरात, फादर ऑफ एवियेशन से लेकर फाइटर पायलट के नाम

7 hours ago

Last Updated:March 03, 2025, 19:17 IST

NOIDA INTERNATIONAL AIRPORT: दो दशक पहले तक देश कि सिविल एवियेशन सैक्टर आम लोगों के के लिए महांगा सौदा होता था. यात्रियों की सबूलियत के लिए बड़ी तेजी से सरकारों ने काम शुरू किया. मोदी सरकार ने उड़ान योजना के तह...और पढ़ें

जेवर एयरपोर्ट में लगे असल जेवरात, फादर ऑफ एवियेशन से लेकर फाइटर पायलट के नाम

नोएडा इंटरनेश्नल एयरपोर्ट होगा दुनिया के सामने एक मिसाल

हाइलाइट्स

नोएडा में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट लगभग तैयार है.जेवर एयरपोर्ट पर महिला फाइटर पायलट के नाम पर ट्रेनिंग रूम.नीरजा भनोट के नाम भी ट्रेनिंग विंग में.

NOIDA INTERNATIONAL AIRPORT: नोएडा में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर कई माएने में खास होगा. माना जा रहा है कि अप्रैल में नियमित उड़ान भी शुरू हो सकती है. पहली लैंडिग ट्रायल पिछले साल पूरा हुआ. इस एयरपोर्ट की नई इमारत, और मिलने वाली सुविधाएं भी वर्ल्ड क्लास होंगी . कुछ ऐसा भी खास होगा जो कि लोगों को आकर्षित करने वाला है. इस एयरपोर्ट में कुछ जगह के नाम देश के खास शख्सियत के नाम पर रखा जा रहा है.

सर्विंग महिला फाइटर पायलट के नाम
सेना में महिलाओ की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया.साल 2015 में फाइटर पायलट स्ट्रीम में महिलाओं के लिए दरवाजे खुल गए. 25 साल की उम्र में एयरफोर्स अकैडमी से अपनी ट्रेनिंग पूरी कर के 2016 में वह फाइटर पायलट बनी. कमिशन होने के बाद उन्होंने पहले हॉक ए़डवांस जेट ट्रेनर उड़ाया. साल 2018 में पहली बार अकेले मिग 21 उड़ान भर कर देश के लड़कियों के सामने एक नजीर पेश कर दी. जेवर एयरपोर्ट ट्रैनिंग रूम पहली महिला फाइटर पायलट के नाम दिया गया है. सर्विंग अफसर के नाम का इस्तेमाल करने से पहले फोर्स से इजाजत लेनी होती है. जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट अथॉरिटी ने भारतीय वायुसेना से इसकी इजाजत मांगी थी. भारतीय वायुसेना ने इसकी इजाजत दे दी है.

ट्रेनिंग सेटर में नीरजा भनोट को दिया सम्मान
स्क्वड्रन लीडर अवनि चतुर्वेदी के नाम के साथ साथ ट्रेनिंग साइट ऑफिस के अन्य रूम को नए नाम दिए गए है. इसमें एक एयर होस्टेस नीरजा भनोट का भी है. महज 23 साल की उम्र में उन्होंने ऐसा साहस दिखाया कि दुनिया उसकी कायल है. 5 सितंबर 1986 को पैन अनेरिकल वर्ल्ड एयरवेज (PAN AW 73) मे क्रू हेड थी. इस विमान को मुंबई से कराची होते हुए जर्मनी के फ्रैंकपर्ट एयर पोर्ट जाना था. लेकिन कराची में ही फिलिस्तीनी आतंकियों को एयरक्राफ्ट को हाई जेक कर लिया. नीरजा भनोट ने अपनी सूझबूझ से यात्रियों को बचाया लेकिन बच्चों के बचाने के चलते हाइजैकर की गोलियों का शिकार हो गई थी. भारत सरकार की तरफ से इस वीरता के लिए शांति काल को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से नवाजा तो पाकिस्तान ने भी अपने सर्वोच्च पुरस्कर निशान-ए-पाकिस्तान से नवाजा. अब उन्हीं नीरजा भनोट को जेवर एयर पोर्ट पर ट्रेनिंग विंग का नाम देकर उन्हें सम्मान दिया गया है.

भारत में एयरलाइंस के जनक को भी मिली जगह
जे आर डी टाटा यानी जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा के जिन्हें फादर ऑफ इंडियन सिविल एविएशन के नाम से भी जाना जाता है. 1932 में उन्होंने देश की पहली कमर्शियल एयरलाइंस टाटा एयरलाइंस स्थापित की. जे आर डी टाटा देश के पहले पालयट हैं जिन्हें पहला कमर्शियल लाइसेंस मिला था. साल 1946 में टाटा एयरलाइनंस एयर इंडिया में बदल गई. एक और ऐसे शख्स है जिन्होंने भारतीय एविएशन सैक्टर में क्रांती लेकर आए. उनका नाम है कैप्टन जी आर गोपिनाथ है. जिन्होंने साल 2003 भारत में लो कॉस्ट एयरलाइंस एयर डेक्कन की शुरूआत की. इसके बाद से देश के खास लोगों की सवारी होने का दम भरने वाली एयरलाइंस आम लोगों की पहुंच में आ गई. इसी तरह की एयरलाइन से संबधित शख्सियतों को नोएडा इंटरनेश्नल एयर पोर्ट पर जहग देकर नई शुरुआत की जा रही है.

Location :

Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh

First Published :

March 03, 2025, 19:17 IST

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जेवर एयरपोर्ट में लगे असल जेवरात, फादर ऑफ एवियेशन से लेकर फाइटर पायलट के नाम

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