Last Updated:July 28, 2025, 15:35 IST
Jaisalmer School Accident : झालावाड़ के बाद अब जैसलमेर जिले में सरकारी सिस्टम की लापरवाही ने एक और बच्चे की जान ले ली. जैसलमेर के पूनमनगर गांव में सरकारी स्कूल के मुख्य गेट का पिलर हवा के झौंके साथ गिर गया. इस ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
जैसलमेर स्कूल हादसे में 9 वर्षीय छात्र की मौततेज हवा से स्कूल गेट का पिलर गिरा, टीचर भी घायलगेट की मरम्मत न होने पर ग्रामीणों में आक्रोशजैसलमेर. राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव के स्कूल में हादसे के शिकार हुए सात बच्चों की चित्ता अभी पूरी तरह से ठंडी हुई नहीं कि उससे पहले अब जैसलमेर के सरकारी स्कूल में बड़ा हादसा हो गया. जैसलमेर जिले के पूनमनगर गांव के स्कूल परिसर में आज बड़ा हादसा हो गया. यहां तेज हवाओं से स्कूल गेट का पिलर एक मासूम छात्र पर गिर गया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में स्कूल का एक टीचर भी बुरी तरह से जख्मी हो गया. उसके दोनों पैर टूट गए बताए जा रहे हैं. हादसे की सूचना पर स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया है.
जानकारी के अनुसार जर्जर सरकारी सिस्टम का शिकार हुए मासूम का नाम अरबाज (9) है. वह पहली कक्षा का छात्र बताया जा रहा है. हादसे के वक्त अरबाज स्कूल से बाहर निकल रहा था. उसी दौरान स्कूल के मुख्य गेट का एक पिलर तेज हवाओं के कारण अरबाज पर गिर पड़ा. पिलर गिरते ही अरबाज उसके नीचे दब गया और उसकी मौके पर मौत हो गई. उसी समय स्कूल का टीचर अशोक सोनी भी वहां था. हादसे में वह भी बुरी तरह से जख्मी हो गया. पिलर का कुछ भाग उसके पैरों पर पड़ा इससे उसके दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए.
गेट 3 साल पहले टक्कर से क्षतिग्रस्त हो गया था
हादसा होते ही वहां हड़कंप मच गया. सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे. वहां से घायल टीचर अशोक सोनी को तत्काल राजकीय जवाहर अस्पताल ले जाया गया. वहां उनका उपचार जारी है. हादसे के बाद ग्रामीणों ने आक्रोश भड़क उठा. वहीं स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठने लगे हैं. बताया जा रहा है कि स्कूल का गेट 3 साल पहले किसी वाहन की टक्कर से क्षतिग्रस्त हो गया था. उसके बाद उसकी मरम्मत नहीं करवाई गई थी. स्कूल प्रशासन की इस गलती ने एक बच्चे की जान ले ली.
शिकायत के बावजूद गेट की मरम्मत नहीं कराई गई
ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में बार-बार शिकायत दर्ज कराई गई थी. लेकिन इसके बावजूद गेट की मरम्मत नहीं कराई गई. हादसे के बाद गांव में मातम का माहौल है. वहीं अरबाज के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इस बारे में अभी शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. झालावाड़ के बाद जैसलमेर में हुए हादसे के बाद अब स्थानीय प्रशासन के भी हाथ पांव फूले हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि आखिर कब तक सरकारी सिस्टम की लापरवाहियों का खामियाजा हम भुगत रहेंगे.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jaisalmer,Jaisalmer,Rajasthan