Last Updated:August 11, 2025, 09:18 IST
Trump Penalty on American Companies : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने कहा है कि Nvidia और AMD जैसी कंपनियों को अगर चीन में अपने चिप का निर्यात करना है तो उन्हें अपनी कमाई का 15 फीसदी सरकार को ...और पढ़ें

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले तो टैरिफ लगाकर भारत सहित दुनियाभर के तमाम देशों को परेशान किया और अब अपनी ही कंपनियों से वसूली पर उतर आए हैं. उन्होंने 2 अमेरिकी कंपनियों से कहा है कि अगर अपना सामान चीन को बेचना है तो जो भी कमाई होगी उसमें सरकार को हिस्सेदारी देनी होगी. इसके लिए ट्रंप ने बाकायदा सरकार की हिस्सेदारी भी तय कर दी है. अभी तो उन्होंने चिप बनाने वाली कंपनियों Nvidia और एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेस (AMD) पर यह नियम लागू किया है, लेकिन आगे और भी कंपनियां उनके निशाने पर आ सकती हैं.
फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, ट्रंप ने कहा है कि चिप बनाने वाली ये दोनों कंपनियां अगर अपने प्रोडक्ट को चीन में निर्यात करती हैं तो वहां से होने वाली कमाई का 15 फीसदी हिस्सा अमेरिकी सरकार को देना होगा. ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि कंपनियों को एक्सपोर्ट लाइसेंस तभी दिया जाएगा, जब वे अपनी कमाई का हिस्सा सरकार को देंगी. अमेरिकी सरकार ने Nvidia की H20 चिप और AMD की MI308 चिप पर यह नियम लगाया गया है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि अमेरिकी एक्सपोर्ट कंट्रोल नियमों के तहत चीन के टेक सेक्टर को नुकसान पहुंचाने के लिए इन चिप के निर्यात को रोका भी जा सकता है.
क्यों लगाया ऐसा नियम
अमेरिकी सरकार ने ऐसा कोई आदेश पहली बार दिया है, जो अपनी ही कंपनियों से निर्यात के एवज में पैसे मांगता है. अभी चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है, जिसमें ट्रंप प्रशासन निर्यात के नियमों के आधार पर दबाव बनाने की कोशिश भी कर रहा है. इससे पहले ट्रंप ने कहा था चीन से आयात होने वाले सेमीकंडक्टर पर 10 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा, भले ही यह चिप चीन की कंपनियां अमेरिका में ही क्यों न बनाती हों.
क्या है कंपनी की प्लानिंग
Nvidia सीईओ जेनसेन ह्वांग का कहना है कि पिछले सप्ताह उनकी ट्रंप से मुलाकात हुई थी और अब हम अमेरिकी सरकार की ओर से बनाए गए नियमों का पालन करने की तैयारी कर रहे हैं. इस नियम को लागू किया जाता है तो यह पहली बार होगा जब यूएस सरकार सीधे तौर पर किसी कारोबार में अपनी हिस्सेदारी लगाएगी. हालांकि, इसके एवज में दोनों ही टेक कंपनियों को उनके सबसे बड़े और मुनाफे वाले बाजार में खुलकर कारोबार करने की अनुमति मिल जाएगी.
अमेरिका ने लगा दिया था बैन
इससे पहले अमेरिका ने Nvidia की H20 चिप को चीन में बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया था. अमेरिका का कहना था कि यह उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है. हालांकि, कंपनी ने इस चिप को खासतौर से चीन के बाजार के लिए बनाया था, जब साल 2023 में जो बाइडन सरकार ने चीन को सेमीकंडक्टर के निर्यात पर रोक लगा दी थी. फिर अप्रैल, 2025 में जब ट्रंप की सरकार आई तो उन्होंने एक बार फिर इस चिप के निर्यात को भी रोक दिया. अब कुछ शर्तों के साथ इसे दोबारा अनुमति देने की बात कही जा रही है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 11, 2025, 09:18 IST