Last Updated:August 22, 2025, 11:22 IST
Sebi Raid on Avadhut Sathe : बाजार नियामक सेबी ने मार्केट इंफ्ल्यूएंशर अवधूत साठे की अकादमी पर छापेमारी कर तमाम रिकॉर्ड और दस्तावेज सीज किए हैं. साठे पर आरोप है कि वह अपनी अकादमी में पेनी स्टॉक को बढ़ावा देन...और पढ़ें

नई दिल्ली. मुंबई की भारी बारिश के बीच 20 अगस्त की सुबह 6.30 बजे ही सेबी की टीम रेड मारने पहुंच गई. इस बार सेबी के निशाने पर थे ट्रेडिंग गुरु अवधूत साठे. सेबी के डिप्टी जनरल मैनेजर की अगुवाई वाली टीम ने श्याद्री हिल्स पर स्थित साठे की करजात अकादमी पर छापा मारा. साठे एक ट्रेडर और मार्केट इंफ्लूएंशर हैं. वह करीब एक महीने से सेबी के रडार पर थे और उनके खिलाफ कई शिकायतें भी मिलीं थी.
सेबी से जुड़े के सूत्र का कहना है कि छापेमारी और सीज करने के इस ऑपरेशन को लंबे समय से प्लान किया जा रहा था और पूरी तैयारी के बाद ही शुरू किया गया. छापेमारी का काम बुधवार की सुबह शुरू हुआ और गुरुवार की शाम तक चला. इसके लिए कोर्ट की मंजूरी पहले ही ले ली गई थी. अवधूत की मूवमेंट के तरीकों को नोटिस किया जा रहा था और स्ट्राइक से पहले सारी चीजों पर नजर जमा ली गई थी. छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस और ट्रेडिंग डाटा को सीज कर लिया गया है, जिसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी.
क्या गुल खिला रहे थे साठे
सेबी के पूर्ण कालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने बाद में पुष्टि भी कर दी कि इंडस्ट्री के एक बड़े नाम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. उन्होंने साठे का नाम लिए बगैर कहा कि यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सेबी की नजर हर उस व्यक्ति पर है, जो शिक्षा देने के नाम पर रिटेल ट्रेडर्स को गुमराह करेगा. फिर चाहे वह मार्केट इंफ्लूएंशर हो या फिर खुद ट्रेडर. उन्होंने कहा कि अगर आप युवओं को शिक्षा देने के नाम पर गुमराह कर रहे हैं और उनसे गारंटीड रिटर्न की बात करते हैं और क्लासरूम में लाइव डाटा का इस्तेमाल करते हैं तो यह सारा काम आप बिना सेबी पंजीकरण के नहीं कर सकते हैं.
क्या है सेबी का मकसद
वार्ष्णेय ने बताया कि सेबी की इस कार्रवाई का मकसद यह डर बैठाना भी है कि मार्केट में जो कुछ भी हो रहा है, रेगुलेटर की निगाह उन सभी पर है. उन्होंने कहा कि इस बात की शिकायत मिली थी कि कुछ लोग गलत तरीके से जानकारियां देकर पेनी स्टॉक को बढ़ावा दे रहे हैं. ऐसे लोग अपने क्लासरूम में चार्ट पैटर्न और रणनीतियों का हवाला देकर लोगों को गुमराह करते हैं और खुद को कथित ‘गुरु’ के तौर पर पेश कर इन पेनी स्टॉक की कीमतें बढ़ाते हैं.
क्यों निशाने पर आए साठे
सेबी ने करजात अकादमी पर अपने दो दिन के ऑपरेशन में यह संदेश दिया कि निवेशकों को गुमराह करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा, भले ही यह नाम कितना भी बड़ा क्यों न हो. सोशल मीडिया की दुनिया में साठे को मार्केट गुरु के नाम से जाना जाता है. उनके यूट्यूब चैनल पर 9.36 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं, जिनमें बड़ी संख्या में रिटेल इनवेस्टर उन्हें फॉलो करते हैं. साठे पर हुई इस कार्रवाई से अन्य मार्केट इंफ्यूएंशर्स में भी यह डर बन गया है कि कुछ भी गलत करने पर वह भी सेबी के निशाने पर आ सकते हैं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 22, 2025, 11:22 IST