डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने पीएम मोदी को लगाया फोन, जताया ये भरोसा

2 hours ago

India Denmark Relations: डेनमार्क की प्रधानमंत्री मैटे फ्रेडरिक्सन (Mette Frederiksen) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को और सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई. दोनों नेताओं के बीच हुई इस बातचीत में व्यापार, निवेश, नवाचार, ऊर्जा, जल प्रबंधन, खाद्य प्रसंस्करण और सतत विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी. प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क की मौजूदा यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने 15 अप्रैल को भी डेनमार्क की पीएम से बात की थी. उस समय दोनों नेताओं भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के लिए मजबूत समर्थन देने का भरोसा जताया था,

दुनिया के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा

इस दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया. प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और जल्द से जल्द शांति व स्थिरता बहाल करने के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया. प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के शीघ्र निष्कर्षण के प्रति डेनमार्क के मजबूत समर्थन की पुष्टि की. उन्होंने वर्ष 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी अपना समर्थन व्यक्त किया. 

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प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'आज डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई. हमने अपनी हरित रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई. यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता के लिए डेनमार्क को शुभकामनाएं दी. यूक्रेन में संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने में हमारी साझा रुचि पर भी चर्चा हुई.'

Had a very good conversation with Prime Minister Mette Frederiksen of Denmark today. We reaffirmed our strong commitment to strengthening our Green Strategic Partnership and to an early conclusion of the India-EU Free Trade Agreement. Conveyed best wishes for Denmark’s Presidency…

— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2025

भारत और डेनमार्क के बीच संबंध

भारत और डेनमार्क के बीच मैत्रीपूर्ण और सहयोग भरे संबंध हैं. दोनों देशों के रिश्ते ऐतिहासिक, आर्थिक और सांस्कृतिक आधार पर मजबूती से टिके हैं. दोनों देशों के बीच 1949 से राजनयिक संबंध हैं. भारत और डेनमार्क दोनों एक दूसरे को विश्वसनीय भागीदार मानते हैं.  खासकर हरित ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास के क्षेत्र में. आपको बताते चलें कि डेनमार्क की विशेषज्ञता नवीकरणीय ऊर्जा और पवन ऊर्जा में है जो कि भारत के महत्वाकांक्षी ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों के लिए महत्वपूर्ण है. दोनों देश इंडिया-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप 2020 के तहत सहयोग करते हैं जो पर्यावरण, तकनीक और व्यापार पर केंद्रित है. डेनमार्क की कंपनियां जैसे नोवो नॉर्डिस्क और मर्स्क भारत में सक्रिय हैं. वहीं भारतीय आईटी और फार्मा कंपनियां डेनमार्क में निवेश करती हैं. (आईएएनएस)

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