Last Updated:May 30, 2025, 13:20 IST
Rajnath Singh on Operation Sindoor: राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना अपनी पूरी क्षमता में उतरती तो पाकिस्तान के चार टुकड़े हो जाते.

राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत से पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी.
हाइलाइट्स
राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया.ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना पूरी क्षमता से उतरती तो पाकिस्तान बंट जाता.राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर भी पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी.अरब सागर से भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत के डेक से देश की नौसेना की ताकत का प्रदर्शन करते हुए साफ कहा कि अगर ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय नौसेना पूरी क्षमता में उतरती, तो पाकिस्तान के चार टुकड़े हो जाते. उन्होंने नौसेना के जवानों को नमन करते हुए कहा कि जब तक देश की समुद्री सीमाएं इनके हाथों में हैं, तब तक भारत की तरफ कोई तिरछी नजर भी नहीं डाल सकता. उन्होंने आतंकवाद पर भी पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी. चलिए जानते हैं राजनाथ सिंह ने क्या-क्या कहा?
आज आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) पर अपने नवल वॉरियर्स (Naval warriors) के बीच आकर मुझे बड़ी खुशी हो रही है. जब मैं भारत की समुद्री शक्ति के गौरव INS विक्रांत पर खड़ा हूं, तो मेरे अंदर खुशी के साथ-साथ एक गर्व और विश्वास का भाव भी है कि जब तक राष्ट्र की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा आपके मज़बूत हाथों में है, तब तक भारत को कोई तिरछी निगाहों से देख नहीं सकता. आज मैं यहां केवल रक्षा मंत्री के नाते नहीं आया हूं, बल्कि मैं यहां एक कृतज्ञ भारतीय के रूप में आया हूं. मैं आपके समर्पण को नमन करने, आपके शौर्य को सराहने और आपके परिश्रम को सलाम करने आया हूं. जिस तरह आप हमारी समुद्री सीमाओं की रक्षा करते हैं, जिस इंटेंसिटी से आप हिंद महासागर की हर हरकत को ट्रैक करते हैं, अगर आपकी वह कैपेबिलिटी इस मिशन का हिस्सा होती तो पाकिस्तान का क्या होता, यह बताने की जरूरत नहीं है. एक तरह से कहें तो पाकिस्तान बहुत खुशनसीब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी नेवी ने अपने पराक्रम का प्रदर्शन नहीं किया. 1971 इसका गवाह है कि जब इंडियन नेवी हरकत में आई थी तो पाकिस्तान एक से दो हो गया था. अगर ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय नौसेना अपने फॉर्म में आई होती तो पाकिस्तान के दो टुकड़े ही न होते बल्कि मैं समझता हूं शायद चार टुकड़े हो जाते. एक इंटरेस्टिंग बात यह है कि पाकिस्तान भी आपके शौर्य से भली-भांति वाकिफ है. पाकिस्तान को पता है कि जब भारतीय नौसेना पूरे ज़ोर से चलती है तो उसका अंजाम क्या होता है. आज हम गोवा के तट से कुछ ही दूरी पर हैं. आप सब जानते ही होंगे कि 1961 में गोवा की आजादी के ऑपरेशन में भी इंडियन नेवी के वारशिप ने दुश्मन के वारशिप और उसके सैन्य ठिकानों पर निर्णायक ऑपरेशन किया था. उस अभियान ने भारत से कोलोनाइजेशन (colonisation) के अंतिम अवशेषों को मिटा दिया था. उस ऑपरेशन में भी भूतपूर्व INS Vikrant ने भारतीय नौसेना के बेड़े की अगुवाई की थी. आज एक बार फिर INS विक्रांत अपने नए अवतार में आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प का नेतृत्व कर रहा है. अभी हाल ही मैं हमारी सेना के जवानों से मिलने गया था. फिर उसके बाद मैं भुज में हमारे एयर वॉरियर्स से मिलने गया था. और आज मैं हमारे Naval warriors के बीच में हूं. मैं महसूस कर पा रहा हूं कि हमारी सेना का मनोबल यदि पहाड़ की तरह अडिग है, हमारी एयरफोर्स का मनोबल यदि आसमान की ऊंचाइयां छू रहा है, तो हमारी नेवी का मनोबल भी समुद्र से अधिक गहरा और विशाल है. आपने दिखा दिया कि चाहे जमीन हो, आकाश हो, या समंदर, भारत कहीं भी, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. मैं आप सभी को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बधाई देता हूं. पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, तो हमारी आर्म्ड फोर्सेस ने जिस गति, गहराई और स्पष्टता के साथ कार्रवाई की, वह अद्भुत था. उसने न केवल आतंकवादियों को बल्कि उन्हें पालने-पोसने वाले सरपरस्तों को भी स्पष्ट संदेश दे दिया कि भारत अब सहन नहीं करता, भारत अब सीधा जवाब देता है. जब तक भारत की रक्षा आपके हाथ में है तब तक भारत की तरफ कोई तिरछी नज़र से भी नहीं देख सकता. पाकिस्तान के हक में यही बात होगी कि वह अपनी जमीन पर चल रही आतंकवाद की नर्सरी को अपने हाथों से उखाड़ फेंके. इसकी शुरुआत उसे हाफ़िज़ सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के हाथों में सौंपने से करनी चाहिए. यह दोनों न केवल भारत में ‘मोस्ट वांटेड टेररिस्ट’ की सूची में हैं बल्कि ये UN की Designated Terrorist की लिस्ट में भी हैं. हाफिज सईद ‘मुंबई हमलों’ का गुनहगार है. समुंदर के रास्ते मुंबई में मौत बरसाने का जो गुनाह उसके संगठन ने किया है उसका इंसाफ़ होना चाहिए. यह काम पाकिस्तान में नहीं हो सकता है. मुंबई हमलों के एक आरोपी तहव्वुर राणा को पिछले दिनों भारत लाया गया है. पाकिस्तान की ओर से बार-बार बातचीत की पेशकश की जा रही है. कल ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फिर यह बात दोहराई है, मगर भारत ने साफ़ कह रखा है कि बात होगी, तो आतंकवाद पर होगी, PoK पर होगी. अगर पाकिस्तान बातचीत को लेकर गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अज़हर जैसे आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द करना चाहिए ताकि इंसाफ़ किया जा सके. मैं यह बात फिर से बेहद दृढ़ता से कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. यह सिर्फ एक विराम है, एक चेतावनी. अगर पाकिस्तान ने फिर वही गलती की तो भारत का उत्तर और भी कठोर होगा, और इस बार, उसे संभलने का मौका नहीं मिलेगा.Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
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