Last Updated:July 28, 2025, 09:55 IST
Gensol Engineering Resolution : जेनसोल इंजीनियरिंग के कर्ज नहीं चुकाने पर एनसीएलटी ने दिवालिया घोषित कर दिया और समाधान पेशेवर नियुक्त कर दिया है. अब पेशेवर ने विज्ञापन देकर कंपनी की 400 ई-कारों को लीज पर देने ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
दिल्ली-एनसीआर और बैंगलुरु में 400 ई-कारें लीज पर उपलब्ध.जेनसोल इंजीनियरिंग दिवालिया घोषित, समाधान पेशेवर नियुक्त.कर्ज वसूली के लिए ई-कारें मामूली लीज पर दी जा रही हैं.नई दिल्ली. एक आदमी आई आपदा कैसे बाकी लोगों के लिए अवसर बन सकती है, इसकी तस्वीर जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड से बेहतर और कहां दिखेगी. यह कंपनी दिल्ली-एनसीआर और बैंगलुरु में खुद का बिजनेस शुरू करने की राह देख रहे लोगों के लिए बड़ा अवसर लेकर आई है. कंपनी ने बाकायदा विज्ञापन देकर बताया है कि वह अपने बेड़े में शामिल 400 प्री-ओन्ड इलेक्ट्रिक कार को आसान किस्तों पर देने के लिए तैयार है.
कंपनी की ओर से जारी विज्ञापन में बताया गया है कि अगर कोई अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है तो उसे डाउन पेमेंट के तौर पर एक मामूली रकम देनी पड़ेगी और महीने की आसान किस्त पर ई-कार मिल जाएगी. कंपनी ने यह मौका दिल्ली-एनसीआर और बैंगलुरु के लोगों को दिया है. उसने बताया है कि बेडे़ में शामिल 400 ई-कारों को लीज पर देने की तैयारी है और इसके लिए काफी आसान शर्तें रखी गई हैं.
कंपनी क्यों दे रही कार
जेनसोल इंजीनियरिंग वही कंपनी है जिस पर कुछ दिन पहले सैकड़ों रुपये के गबन और डिफॉल्ट का आरोप लगा था. जेनसोल और ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी मिलकर ई-कार को लीज पर देने का बिजनेस करते थे. फाइनेंस कंपनी IREDA ने आरोप लगाया था कि कंपनी ने उसके 510 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट किया है. मामला राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) पहुंचा तो इस कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया गया. अब इसी कर्ज को वसूलने के लिए कंपनी की कारों को लीज पर बांटने का काम शुरू किया जा रहा है.
कंपनी के मालिक को नहीं मिलेंगे पैसे
कंपनी की कारों को कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रिजोलूशन प्रोसेस (CIRP) के तहत लीज पर बांटा जा रहा है. इसका मतलब है कि इरेडा के कर्जों को वसूलने के लिए इसे ट्रिब्यूनल की निगरानी में दिया जाएगा. कार को लीज पर बांटने के एवज में मिले पैसों पर कंपनी या उसके मालिक का हक नहीं होगा, बल्कि इन पैसों को वसूलकर कर्ज देने वाली कंपनी को दे दिया जाएगा. यही वजह है कि इस बार कंपनी की ई-कारें मामूली लीज पर दी जा रही हैं. चूंकि, इन कारों को पहले ही फाइनेंस किया जा चुका है, इसलिए इन्हें बेचने के बजाय सिर्फ लीज पर देकर पैसे कमाने की तैयारी है.
कौन लीज पर दे रहा कारें
जेनसोल की इन कारों को लीज पर देने के लिए एनसीएलटी ने बाकायदा आईआरपी यानी अंतरिम रिजोलूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया है. आईआरपी केशव खनेजा के नाम से ही कंपनी का विज्ञापन भी निकाला गया है और इस पूरे बिजनेस को वही संभालेंगे. इरेडा ने पहले ईवी रीस्ट्रक्चरिंग एलएलपी के पुलकित गुप्ता को आईआरपी नियुक्त करने की बात कही थी, लेकिन जेनसोल के विरोध के बाद खनेजा को आईआरपी बनाया गया.
पहले क्या काम करती थी कंपनी
जेनसोल इंजीनियरिंग पहले भी ई-कार को लीज पर देने का काम करती थी. इसके लिए ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी के साथ उसका करार भी हुआ था. लेकिन, कंपनी के प्रमोटर्स ने कर्ज में उठाए गए फंड का व्यक्तिगत इस्तेमाल किया और अपने लिए करोड़ों के बंगले खरीद डाले. कर्ज नहीं चुकाने पर कंपनी फाइनेंस करने वाली कंपनियों ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए एनसीएलटी का रुख किया, जहां से कंपनी को रिजोलूशन प्रोसेस यानी समाधान प्रक्रिया में भेज दिया गया और इसके बिजनेस का जिम्मा आईआरपी को दे दिया गया.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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