जयपुर. राजस्थान में गहलोत राज में बनाए गए नए जिलों का वजूद बचाने के लिए अब उन इलाकों की जनता सड़कों पर उतर आई है. इसके तहत आज सांचौर और केकड़ी जिला मुख्यालय को बंद रखा गया है. बंद को सफल बनाने के लिए प्रदर्शनकारी घूम रहे हैं. सड़कों पर रैलियां निकाली जा रही है. बंद समर्थक आक्रोशित प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर राज्य सरकार को आंखें दिखा रहे हैं. सांचौर और केकड़ी जिले के लोगों को आशंका है कि सूबे की भजनलाल सरकार उनकी बरसों बाद पूरी हुई मांग पर पानी फेर सकती है.
दरअसल राजस्थान में पूर्वीवर्ती गहलोत सरकार ने प्रदेश में 17 नए जिलों और तीन संभाग मुख्यालय बनाए थे. उनमें सांचोर को जालोर से अलग करके और केकड़ी को अजमेर से तोड़कर नया जिला बनाया गया था. सत्ता परिवर्तन के बाद भजनलाल सरकार ने इन जिलों की समीक्षा को लेकर कैबिनेट सब कमेटी गठित कर रखी है. यह कमेटी तय करेगी कि इनमें से कितने जिलों को बनाए रखा जाएगा और कितने वापस मर्ज किए जाएंगे. भजनलाल सरकार का तर्क है कि गहलोत ने राजनीतिक फायदा लेने के लिए अनावश्यक रूप से नए जिले बना दिए. जबकि उनकी जरुरत नहीं थी. इससे सरकार पर बेवजह आर्थिक भार पड़ा है.
सांचौर में बंद को मिला व्यापक जनसमर्थन
भजनलाल सरकार के इस फैसले के बाद नए बने सांचौर और केकड़ी के लोगों को इस बात की चिंता सता रही है कि उनके जिलों का वजूद खत्म किया जा सकता है. लिहाजा वे अपना शक्ति प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरकर सरकार को चेता रहे हैं कि उनके जिलों से छेड़छाड़ नहीं की जाए. सांचौर में पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई जिले के अस्तित्व को बचाने के लिए बीते चार दिन से आमरण अनशन कर रहे हैं. सांचौर जिला संघर्ष समिति के आह्वान पर आज बंद रखा गया है. बंद को व्यापक समर्थन मिला है.
केकड़ी में वकील समुदाय कर रहा है नेतृत्व
वहीं अजमेर से अलग कर बनाए गए केकड़ी जिले में भी लोग अपने जिले को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. इसके तहत वहां भी आज बंद का आह्वान है. केकड़ी में इसके लिए वकील समुदाय आगे आया है. बार एसोसिएशन के आह्वान पर बंद को जोरदार समर्थन मिला है. वकीलों ने बंद के दौरान रैली निकालकर नारेबाजी की. बंद के कारण केकड़ी के सदर बाजार समेत अन्य इलाकों की दुकानें बंद रही. आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है. वकीलों ने अपनी मांग को लेकर राष्ट्रीय लोक अदालत का भी बहिष्कार कर रखा है. जिला बचाने के लिए 2 दर्जन से अधिक संगठनों ने बार एसोसिएशन को अपना समर्थन दिया है.
(इनपुट- अशोक सिंह भाटी, रेवाराम रावल)
Tags: Bhajan Lal Sharma, Jaipur news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED :
September 28, 2024, 13:48 IST