Harjit Kaur Arrest News: अमेरिका में भारतीय मूल की सीनियर सिटिजन पंजाबी दादी की गिरफ्तारी से न सिर्फ भारतीय बल्कि अमेरिकी लोग भी दुखी होकर अपने गुस्से का इजहार सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक कर रहे हैं. दरअसल बीते करीब 35 सालों से पूरी मेहनत और ईमानदारी से नियम कायदों के साथ रह रहीं दादी को राष्ट्रपति ट्रंप के अफसरों ने गिरफ्तार करके ICE हिरासत में भेजा गया है. अब लोग पूछ रहे हैं कि एक बीमार सीनियर सिटिजन को डिटेंशन सेंटर भेजना सही नहीं है, आपकी इंसानियत कहां मर गई है?
विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनीं दादी
दादी अब अमेरिकी राज्य में बड़े विरोध प्रदर्शन का केंद्र बन गई हैं. हरक्युलिस में लंबे समय से बिना किसी आपराधिक रिकॉर्ड के रह रहीं हरजीत कौर 8 सितंबर को सैन फ़्रांसिस्को स्थित ICE ऑफिस गई थीं, जहां उनकी फैमिली को लगा कि ये एक रुटीन प्रकिया और मुलाकात होगी. लेकिन अमेरिकी अफसरों ने उन्हें हिरासत में लेने के बाद बेकर्सफील्ड स्थित मेसा वर्डे ICE प्रोसेसिंग सेंटर भेज दिया.
कौर 1990 के दशक में दो बच्चों की सिंगल मदर के रूप में भारत से अमेरिका आई थीं. साल 2012 में असाइलम यानी शरण की अर्जी खारिज होने के बाद से वो नियमित रूप से आईसीई के संपर्क में थीं. बीते 13 साल में उन्होंने प्रशासन का एक भी अपॉइंटमेंट मिस नहीं किया. वो हमेशा टाइम से हाजिर हुईं. उनके परिजनों ने बताया कि उन्हें थायराइड रोग, माइग्रेन, घुटने का दर्द और चिंता जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, ऐसे में उनकी हिरासत चिंताजनक है.
'दादी को घर लाओ' के विरोध में सामुदायिक रैलियां
बीते शुक्रवार करीब 200 लोगों ने सिख गुरुद्वारे के पास से उनके समर्थन में रैली निकाली. प्रदर्शनकारी 'दादी को घर लाओ' और 'दादी से हाथ मत मिलाओ' जैसी तख्तियां और प्ले कार्ड लेकर रैली निकाली. दो घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के दौरान समर्थकों ने नारेबाजी की उसी समय वहां से गुजर रहे राहगीरों ने एकजुटता दिखाने के लिए हॉर्न बजाया.
रिहाई का दबाव बना रहे लोग
दादी को हिरासत से रिहा कराने के लिए आयोजित किए गए प्रदर्शन को उनकी फैमिली ने इंडिविजिबल वेस्ट कॉन्ट्रा कोस्टा और सिख सेंटर के सहयोग से पूरा किया. स्थानीय प्रतिनिधि जॉन गारमेंडी के कार्यालय के कर्मचारी और हरक्यूलिस नगर परिषद सदस्य दिल्ली भट्टाराई भी उस आयोजन और सभा में शामिल हुए.
कौर ने बर्कले स्थित एक छोटे से व्यवसाय, सारी पैलेस में दो दशकों से ज़्यादा समय तक सिलाई का काम किया है और उनका परिवार उन्हें एक समर्पित सामुदायिक सदस्य मानता है. उन्होंने bringharjithome.com नामक एक अभियान वेबसाइट भी शुरू की है, जिसमें लोगों से सीनेटर एलेक्स पैडिला, सीनेटर लाफोंजा बटलर, गारमेंडी और व्हाइट हाउस जैसे निर्वाचित अधिकारियों से संपर्क करके उनकी रिहाई के लिए दबाव बनाने की अपील की है.