Last Updated:July 16, 2025, 20:09 IST
Garbage free and Cleanest City Patna: सबसे बड़ी बात यह है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के पुरस्कार सम्मान समारोह में पटना को मिलने वाले अवॉर्ड को लेने के लिए शहर के दो सफाई कर्मियों को भेजा गया है.

दिल्ली जाने वाले दो सफाई कर्मियों का नाम सुलेखा देवी और मानती देवी है.
पटना: स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में पटना को पिछले साल के मुकाबले इस बार बेहतर परिणाम मिला है. इस बार शहर का स्वच्छता सर्वेक्षण में चयन तीन स्टार रेटिंग के लिए हुआ है. इसके अलावा पटना को गार्बेज सिटी बनाया गया. इसके लिए करीब 650 कूड़ा पॉइंट को समाप्त किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के पुरस्कार सम्मान समारोह में पटना को मिलने वाले अवॉर्ड को लेने के लिए शहर के दो सफाई कर्मियों को भेजा गया है.
पहली बार बैठी फ्लाइट में
जीएफसी में 3 स्टार रेटिंग के साथ बिहार में क्लीनेस सिटी का अवार्ड पटना को मिला है. दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में यह अवॉर्ड पटना को दिया जायेगा. इस अवॉर्ड को लेने के लिए पटना नगर निगम में काम करने वाली दो महिला सफाई कर्मियों को भेजा गया है. सफाईकर्मियों ने कहा, “मैं अपने घर में पहली हूं जो फ्लाइट में बैठी हूं और इतने बड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंची हूं. पटना नगर निगम द्वारा हमें सफलता के इस सफर में शामिल किया गया है. यह हमारे मनोबल को और बढ़ाता है. मैं वापस जाकर और दुगनी उत्साह के साथ कार्य करूंगी.
कौन हैं यह सफाई कर्मी
दिल्ली जाने वाले दो सफाई कर्मियों का नाम सुलेखा देवी और मानती देवी है. इन दोनों का चयन इनके बेहतर कार्य की वजह से किया गया है. सुलेखा देवी शनिचरा स्थान की रहने वाली है. पिछले 8 वर्षों से पटना नगर निगम में सफ़ाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत है. पाटलिपुत्र अंचल में ये अपनी सेवा देती हैं .
मानती देवी चिना कोठी मंदिरी की निवासी हैं. 2 साल से पटना नगर निगम में कार्यरत है. इनके पति सफाई कर्मी संजय कुमार के पद पर थे. उनकी मृत्यु के बाद यह पटना नगर निगम में अपनी सेवा दे रही है. यह बहुत मेहनत से नूतन राजधानी अंचल में अपनी सेवा दे रही है.
तीन स्टार रेटिंग वाला शहर बना पटना
इस बार शहर का स्वच्छता सर्वेक्षण में चयन तीन स्टार रेटिंग के लिए हुआ है. पिछले साल पटना को एक स्टार रेटिंग के लिए चयनित किया गया था. इसकी सबसे बड़ी वजह 650 कूड़ा पॉइंट को समाप्त करना है. पटना नगर निगम में नगर आयुक्त अनिमेष पराशर बताया कि शहर के कई कूड़ा पॉइंट वर्षों पुराने थे, लेकिन उन्हें समाप्त कर लोगों को जागरूक करते हुए हमेशा निगरानी की गई. कचरा फैलाने वाले लोगों को काली सूची में नाम लिखा गया और उन्हें शहर शत्रु का दर्जा दिया गया. इसके अलावा उन स्थानों को साफ कर वहां सजावट के सामान लगाए गए. देशभर में पटना को इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप 20 के भीतर आने की संभावना जताई जा रही है.
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और लोकल 18 तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले...और पढ़ें
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और लोकल 18 तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले...
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