पप्पू की वह कसक जो आज तक नहीं हुई पूरी, क्या बिहार चुनाव के बाद बनेगा 'भौकाल'?

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Last Updated:October 22, 2025, 16:24 IST

pappu yadav news: बिहार चुनाव में कांग्रेस का चेहरा बनकर उभरे पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव का 'Z+ सुरक्षा' को लेकर क्यों दिया बयान? पप्पू ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को सुरक्षा मिलने पर क्यों कसा तंज?

पप्पू की वह कसक जो आज तक नहीं हुई पूरी, क्या बिहार चुनाव के बाद बनेगा 'भौकाल'?पप्पू यादव को क्यों चाहिए जेड प्लस सिक्योरिटी?

पटना. बिहार चुनाव में पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव कांग्रेस पार्टी का चेहरा बनकर उभरे हैं. महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला हो या चुनाव प्रचार में देरी, हर सवाल पर पप्पू यादव कांग्रेस के प्रवक्ता बनकर सामने आ जाते हैं. टिकटों के बंटवारे में पप्पू यादव की भूमिका का प्रमाण पूर्णिया के मौजूदा विधायक आफाक आलम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के वायरल ऑडियो में मिल चुका है. आफाक आलम ने आरोप लगाया था कि पप्पू यादव की वजह से उनका बिस्फी से टिकट कट गया. पिछले कुछ दिनों में पप्पू यादव के कई बयान आए हैं, जिससे सियासत गर्म हो गई है. बुधवार को पप्पू यादव ने फिर एक ऐसा बयान दिया है, जिससे उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा उजागर होती है. हाल ही में पप्पू यादव से वाई प्लस की सुरक्षा वापस ले ली गई थी. अब पप्पू यादव ने जेड प्लस (Z+) सुरक्षा को लेकर ऐसी टिप्पणी की, जो एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी से जुड़ा है.

बिहार की राजनीति में ‘दबंग’ छवि रखने वाले पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव इन दिनों पूरे बिहार चुनाव में कांग्रेस के प्रवक्ता और अघोषित चेहरे की भूमिका में नजर आ रहे हैं. महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे से लेकर चुनाव प्रचार की रणनीति तक, हर जगह वह कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें दिलाने और पार्टी को बिहार की ‘आत्मा’ बताने पर जोर देते हैं. हालांकि, उनकी यह बढ़ती सक्रियता पार्टी के भीतर कुछ नेताओं को खटक रही है, जिसका खुलासा निवर्तमान विधायक आफाक आलम और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के वायरल ऑडियो में हुआ था. आफाक आलम ने साफ तौर पर आरोप लगाया था कि पप्पू यादव की लॉबिंग की वजह से उनका टिकट कट गया.

पप्पू यादव को कब मिलेगी जेड प्लस सिक्योरिटी?

इन सब के बीच, पप्पू यादव का हालिया बयान उनकी पुरानी कसक को सामने लाता है, जो उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत भौकाल की चाहत से जुड़ी है. पप्पू यादव से हाल ही में Y+ सुरक्षा वापस ले ली गई थी, जिसके बाद उन्होंने Z+ सुरक्षा को लेकर एक ऐसा बयान दिया जो सीधे तौर पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और केंद्र की सरकार पर तंज कसता है. पप्पू यादव ने कहा, ‘हम दो साल से Z+ सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, नहीं मिली. थोड़ा सा दोगलई कर लूं तो मुझे भी Z+ सिक्योरिटी मिल जाएगी!’

पप्पू यादव को वाकई जान का खतरा या फिर ‘भौकाल’ चाहिए

पप्पू यादव ने समय-समय पर खुद की जान को मेडिकल माफिया और अन्य अपराधिक तत्वों से खतरा बताया है और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा है. उनकी Z+ सुरक्षा की मांग उनकी जान को लेकर गंभीर होने को दर्शाती है. भारतीय राजनीति में Z+ सुरक्षा को उच्च राजनीतिक कद और प्रभाव का प्रतीक माना जाता है. ओवैसी को सुरक्षा मिलने पर तंज कसकर, पप्पू यादव यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या केंद्र सरकार की नजर में सिर्फ वही नेता सुरक्षा के हकदार हैं जो जातीय या धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं? पप्पू यादव खुद को विकास और प्रेम की राजनीति करने वाला बताते हैं. उनका मकसद है कि उन्हें भी वह ‘भौकाल’ मिले जो अन्य बड़े नेताओं को हासिल है.

पप्पू यादव की असली कसक बिहार की राजनीति में एक अहम राजनेता की पहचान बनाना रही है. अपनी पार्टी JAP का कांग्रेस में विलय करने का बार-बार प्रस्ताव देना और कांग्रेस को कम से कम 100 सीटों पर लड़ने के लिए दबाव बनाना, यह दर्शाता है कि वह राष्ट्रीय पार्टी के सहारे बिहार की सियासत में अपने कद को बढ़ाना चाहते हैं. Z+ सुरक्षा वाला बयान सिर्फ एक तंज नहीं है, बल्कि यह एक रणनीतिक घोषणा है कि वह बिहार चुनाव में अपने बयानबाजी से चर्चा में बने रहेंगे.

रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...

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First Published :

October 22, 2025, 16:24 IST

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