पशुओं की ऐसी सेवा कहीं नहीं देखी! गायों के इलाज के लिए एंबुलेंस चलाते हैं...

5 hours ago

Last Updated:April 28, 2025, 12:35 IST

Animal ambulance service: गुजरात ने मजबूत पशु स्वास्थ्य सेवाओं के दम पर दूध उत्पादन में शानदार बढ़त दर्ज की है. राज्य देश में दूध उत्पादन में चौथे स्थान पर पहुंचा है.

पशुओं की ऐसी सेवा कहीं नहीं देखी! गायों के इलाज के लिए एंबुलेंस चलाते हैं...

मोबाइल पशु चिकित्सा क्लीनिक

आज भारत पूरी दुनिया में दूध उत्पादन और डेयरी विकास में नंबर वन बन चुका है. देश के इस सफर में गुजरात राज्य की भूमिका बेहद खास रही है. गुजरात ना सिर्फ देश के कुल दूध उत्पादन में बड़ा योगदान देता है, बल्कि यहां का पशुपालन मॉडल भी पूरे देश के लिए मिसाल बन गया है. अच्छी नस्ल के पशु, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और सरकार की सक्रियता ने गुजरात को इस मुकाम तक पहुंचाया है.

मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल से बिछी मजबूत नींव
जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने राज्य में पशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने का बीड़ा उठाया था. आज उसी विजन को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल और पशुपालन मंत्री राघवजी पटेल के नेतृत्व में गुजरात में एक जबरदस्त पशु स्वास्थ्य ढांचा तैयार हो चुका है. इस ढांचे ने गुजरात के करोड़ों पशुओं को स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत कवच दिया है.

पशु स्वास्थ्य के लिए बना विशाल नेटवर्क
गुजरात में आज 929 जिला पंचायत संचालित पशु अस्पताल, 552 प्राथमिक पशु देखभाल केंद्र, 460 मोबाइल पशु अस्पताल, 127 केंद्र प्रायोजित मोबाइल अस्पताल, 34 बहुउद्देशीय क्लिनिक और 21 रोग अनुसंधान इकाइयां काम कर रही हैं. ये सुविधाएं राज्य के लगभग साढ़े तीन करोड़ पशुधन को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा रही हैं और ‘हर जीवन की सुरक्षा’ के संकल्प को साकार कर रही हैं.

हजारों पशु चिकित्सक दे रहे सेवाएं
गुजरात में इस समय 4276 पशु चिकित्सक पंजीकृत हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. इनमें से 650 डॉक्टर सरकारी सेवाओं में, 950 विभिन्न डेयरी संघों में, 500 से ज्यादा जीवीके-ईएमआरआई सेवाओं में, 350 विश्वविद्यालयों में, 800 निजी क्षेत्र में और 1000 से ज्यादा बैंक, बीमा और फार्मा सेक्टर में कार्यरत हैं. ये डॉक्टर पशुओं के इलाज से लेकर टीकाकरण, कृमिमुक्ति और पोषण तक हर स्तर पर सेवा दे रहे हैं.

विश्व पशु चिकित्सा दिवस का महत्व
पशु चिकित्सकों के योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल अप्रैल के आखिरी शनिवार को “विश्व पशु चिकित्सा दिवस” मनाया जाता है. इस साल 26 अप्रैल 2025 को यह दिन “पशु स्वास्थ्य के लिए टीम की आवश्यकता होती है” थीम के साथ मनाया जाएगा. इसका मकसद है पशुपालकों, डॉक्टरों, पोषण विशेषज्ञों और पूरे समुदाय के सहयोग की अहमियत को उजागर करना.

दूध उत्पादन में दर्ज हुई ऐतिहासिक बढ़त
गुजरात में पिछले दो दशकों में दूध उत्पादन में जबरदस्त बढ़त देखी गई है. इस दौरान राज्य का दूध उत्पादन 118.91 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है. अब गुजरात दूध उत्पादन के मामले में पूरे देश में चौथे स्थान पर है. औसतन हर साल 9.26 प्रतिशत की दर से दूध उत्पादन बढ़ रहा है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

First Published :

April 28, 2025, 12:35 IST

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